सिद्धू के सलाहकारों पर भड़के कैप्टन, मुंह बंद रखने की दी नसीहत, चौतरफा घिरने पर एडवाइजर तलब

सलाहकारों के बयानों पर घिरे सिद्धू, मालविंदर सिंह और गर्ग ने 'भंवर' में फंसाया,  इंदिरा गांधी-कश्मीर और पाकिस्तान पर पोस्ट कर फंसे सिद्धू के सलाहकार, मौके की तलाश में बैठे कैप्टन भड़के सिद्धू के सलाहकारों पर 'सबको काबू में रखें पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष' मुंह बंद रखने और केवल सिद्धू को सलाह देने की दी नसीहत, मनीष तिवारी ने भी सिद्धू को घेरा, तो आनन-फानन में सिद्धू ने दोनों 'सिपहसालारों' को किया तलब

पंजाब में फिर 'कलह कथा'
पंजाब में फिर 'कलह कथा'

Politalks.News/Punjab. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच एक बार फिर तनातनी की स्थिति बन गई है. हाल में सिद्धू के दो सलाहकारों ने कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बेतुके कमेंट किए. रविवार को इस पर कैप्‍टन ने सिद्धू से कहा कि वह अपने सलाहकारों को काबू में रखें. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को ऐसी आपत्तिजनक और बेतुकी टिप्पणियों को लेकर आगाह किया जो राज्य और देश की शांति और स्थिरता के लिए खतरनाक हैं. मुख्यमंत्री ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सिद्धू के सलाहकारों पर निशाना साधा. कैप्टन ने उनसे केवल सिद्धू को सलाह देने का आग्रह किया. अमरिंदर सिंह ने कहा कि, ‘सिद्धू के ये सलाहकार न मामलों पर न बयान दें जिनके बारे में उन्हें स्पष्ट रूप से बहुत कम या कोई जानकारी नहीं है’. कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने भी सिद्धू के सलाहकारों के बयान पर विरोध जताया है. बोले- ‘जो लोग जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं और अन्य जो पाकिस्तान समर्थक झुकाव रखते हैं, उन्हें पंजाब कांग्रेस का हिस्सा होना चाहिए या नहीं?’, चौतरफा हमले में घिरे सिद्धू ने अपने दोनों सलाहकारों को अपने पटियाला स्थित आवास पर तलब किया है.

मालविंदर सिंह ने किया इंदिरा गांधी को लेकर विवादित पोस्ट
दरअसल पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली‌ अपने फेसबुक पेज पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का एक स्कच पोस्ट कर विवादों में घिर गए हैं. माली ने 1989 में पब्लिश ‘जन तक पैगाम’ नाम की पंजाबी मैगजीन का कवर सोशल मीडिया में शेयर किया है. इसमें दिख रहा है कि इंदिरा गांधी इंसानी खोपड़ियों के ढेर पर खड़ी हैं और उनके हाथ में मौजूद बंदूक पर भी एक खोपड़ी लटक रही है.

मालविंदर के पोस्ट किए इस स्केच में लिखा है, ‘हर जबर दी यही कहानी, करना जबर‌ ते‌ मुंह दी खानी’ यानी हर जुल्म करने वाले की यही कहानी है कि उसे आखिर में मुंह की खानी पड़ती है. असल में यह फोटो 1984 में सिख दंगों में हुए कत्लेआम को दिखाता है. इसके लिए सिख समुदाय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को जिम्मेदार मानता है. इस मैगजीन के संपादक भी उस वक्त मालविंदर सिंह माली ही थे.

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मालविंदर सिंह नवजोत सिंह सिद्धू गांधी परिवार के करीबी हैं और अकसर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से करीबी बताने के लिए सिद्धू उनके साथ अपनी फोटो शेयर करते रहे हैं. इस वजह से कांग्रेस के नेताओं ने इस फोटो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. माली से स्केच को हटाने के लिए कहा है. हालांकि नेताओं के विरोध के बावजूद माली ने इसे नहीं हटाया है. न ही माफी मांगी है. पीसीसी चीफ सिद्धू ने माली को 11 अगस्त को ही अपना सलाहकार नियुक्त किया है.

जम्मू-कश्मीर को लेकर भी किया था विवादित पोस्ट
इससे पहले मलविंदर सिंह माली ने अपनी फेसबुक पोस्ट में जम्मू-कश्मीर को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इस पोस्ट में उन्होंने जम्मू-कश्मीर को अलग देश बता दिया था. माली ने कहा था कि कश्मीर को आजाद कर देना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कश्मीर पर पाकिस्तान और भारत का अबैध कब्जा बताया था.

गर्ग ने कैप्‍टन की आलोचना पर उठाया था सवाल
सिद्धू के सलाहकार प्यारे लाल गर्ग ने अमरिंदर सिंह के पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाया था. एक अन्‍य सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने सोशल मीडिया पोस्ट में संविधान के आर्टिकल 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी. उन्होंने कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था तो आर्टिकल 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी.

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कैप्टन ने लगाई फटकार- ‘सिद्धू तक ही सलाह को सीमित रखने की नसीहत’
अब इस पोस्ट को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार माली को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कड़ी फटकार लगाई है. मुख्यमंत्री कैप्टन ने कहा कि, ‘वे सिर्फ पंजाब कांग्रेस के प्रधान को सलाह देने तक सीमित रहें. जिन मुद्दों के बारे में जानकारी न हो और खासकर जब यह भी न पता हो कि इनके क्या परिणाम हो सकते हैं, तो उस पर कोई बयान न दें’. कैप्टन ने अपने मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल के जरिए यह ट्वीट कर उसमें नवजोत सिंह सिद्धू को भी टैग किया है. कैप्टन ने कहा कि, ‘कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. उन्होंने कश्मीर और पाकिस्तान के बारे में की गई बयानबाजी को देश विरोधी करार दिया.

बेतुके बयानों पर कैप्टन ने जताया आश्चर्य
मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह ने माली और गर्ग के ‘बेतुके बयानों” पर आश्चर्य व्यक्त किया. कैप्टन ने दावा किया कि यह बयान पाकिस्तान व कश्मीर पर भारत तथा कांग्रेस के घोषित रुख के हिसाब से पूरी तरह से गलत और विपरीत है. मुख्यमंत्री ने गर्ग के इस बयान को हास्यास्पद बताया कि, ‘उनके की तरफ से पाकिस्तान की आलोचना पंजाब के हित में नहीं है’

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‘जमीनी हकीकत से अनजान सिद्धू के सलाहकार’
कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि, ‘सिद्धू के सलाहकार स्पष्ट रूप से जमीनी हकीकत से अनजान हैं’. सिंह ने कहा कि, ‘इस तथ्य से हर पंजाबी और भारतीय वाकिफ है कि पाकिस्तान हमारे लिये वास्तविक खतरा है. हर दिन वे हमारे राज्य और हमारे राष्ट्र को अस्थिर करने के खुले प्रयास के तहत ड्रोन के माध्यम से पंजाब में हथियार और ड्रग्स भेज रहे हैं.’

तिवारी ने पूछा- ‘पाकिस्तान समर्थक झुकाव रखते हैं, पंजाब कांग्रेस का हिस्सा होना चाहिए या नहीं?
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने भी हमला बोला है. तिवारी ने हरीश रावत को ट्वीट कर कहा है कि, ‘जो लोग जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं और अन्य जो पाकिस्तान समर्थक झुकाव रखते हैं, उन्हें पंजाब कांग्रेस का हिस्सा होना चाहिए या नहीं?’

नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने सलाहकारों को किया तलब
पंचाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने दोनों सलाहकार मलविंदर सिंह माली और डॉ प्यारे लाल गर्ग को उनकी हालिया टिप्पणियों और सोशल मीडिया पर उनमें से एक द्वारा पोस्ट की गई दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी के विवादास्पद स्केच पर चर्चा करने के लिए अपने पटियाला आवास पर बुलाया है.

 

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