उत्तरप्रदेश में दूसरे चरण की वोटिंग के लिए थमा प्रचार, 55 सीटों पर 586 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण, 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए थमा प्रचार, अब डोर-टू-डोर कैंपेन पर जोर, 55 सीटों पर 586 प्रत्याशी आजमा रहे भाग्य, कोविड को ध्यान में रखते हुए किए गए इंतजाम

उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण
उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण

Politalks.News/Uttarpradesh. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) के दूसरे चरण के लिए चुनाव का प्रचार थम चुका है. अब प्रत्याशी डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे. 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए प्रचार का काम शनिवार शाम छह बजे थम गया. इस दूसरे चरण में राज्य के नौ जिलों–सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, सम्भल, रामपुर, अमरोहा, बदायूँ, बरेली तथा शाहजहांपुर की 55 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार 14 फरवरी को मतदान होगा. करीब दो करोड़ से ज्यादा मतदाता इस चरण में वोटिंग करेंगे.

55 सीटों पर 586 उम्मीदवार मैदान में
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि, ‘प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की सुविधा और कोविड से सुरक्षा की विशेष व्यवस्था करायी गयी हैं और मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए वहां पर समुचित एवं आवश्यक व्यवस्थाएं कराने के लिए प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. चुनाव आयोग के अनुसार दूसरे चरण में कुल 586 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.

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इन सीटों पर थमा चुनाव प्रचार
दूसरे चरण में भी किसान बेल्ट में मतदान होना है. सहारनपुर से इसकी शुरुआत है. इनमें बेहट, नकुड़, सहारनपुर सिटी, सहारनपुर, देवबंद, रामपुर मनिहारन, गंगोह, नजीबाबाद, नगीना, बरहापुरी, धामपुर, नहटौर, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद ग्रामीण, मुरादाबाद सिटी, कुंदरक, बिलारी, चंदौसी, अस्मोली, संभल, सुआरी, चमरौ, बिलासपुर, रामपुर, मिलक, धनौरा, नौगवां सादात, अमरोहा, हसनपुर, गुन्नौरी, बिसौली, सहसावन, बिल्सी, बदायूं, शेखपुर, दातागंज, बहेरी, मीरगंज, भोजीपुर, नवाबगंज, फरीदपुर, बिठारी, बरेली, बरेली छावनी, ओंला, कटरा, जलालाबाद, तिलहरो, शाहजहांपुर, दादरौली विधानसभा हैं.

दिग्गजों की साख दांव पर
प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (शाहजहांपुर सदर), जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख (बिलासपुर), नगर विकास राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्ता (बदायूं), माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी (चंदौसी), आयुष राज्यमंत्री रहे और अब सपा के प्रत्याशी धर्म सिंह सैनी (नकुड़), वरिष्ठ सपा नेता आजम खान (रामपुर सदर) और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम (स्वार) जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है.

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2017 में भाजपा ने 55 में से जीतीं थी 38 सीटें
बात करें 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव की तो, भाजपा ने इन 55 में से 38 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि सपा को 15 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं. कांग्रेस और सपा ने पिछला विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था. सपा को जो 15 सीटें मिली थीं उनमें से 10 पर मुस्लिम प्रत्याशी जीते थे. दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार में सभी राजनीतिक दलों ने अपना पूरा जोर लगाया. भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख रूप से मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर हमलावर रहे और उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त रखने के लिए भाजपा सरकार को जरूरी बताया.

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