Politalks.News/UttarPradesh. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (UttarPradesh Assembly Election) बेहद नजदीक है और राजनीतिक दलों की बयानबाजी अपने चरम पर है. संविधान दिवस के मौके पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल से विपक्षी पार्टियों को परिवारवाद का पाठ पढ़ाया, तो वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कांशीराम स्मृति उपवन सांस्कृतिक स्थल में संविधान बचाओ महाआंदोलन राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित ‘भारतीय संविधान दिवस समारोह व संविधान बचाओ विराट महापंचायत’ को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए भाजपा (BJP) पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने कहा कि ‘संविधान की बात करने वालों को मैं कहना चाहूंगा कि लोकतंत्र में जो जनता को दुख देता है, समय आने पर जनता उनसे हिसाब किताब करती है. चुनाव में भाजपा की जीत का दरवाजा यूपी से ही खुला था और इस बार बंद भी यूपी से ही होगा.’
संविधान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, पूर्व सांसद एवं आयोजनकर्ता सावित्री बाई फुले और अन्य गणमान्य नेता भी मौजूद रहे. इस दौरान मंच से अपने संबोधन में अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार और भाजपा को जमकर आड़े हाथ लिया. अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘जो लोग यहां से निकले, यहीं से दिल्ली का रास्ता बनाया, उनके लिए मैंने कहा था यहीं से भाजपा का दरवाजा खुला और इस बार उत्तर प्रदेश की जनता ने तय किया है कि इस बार यहीं से दरवाजा बंद होगा और वह सत्ता से बेदखल होंगे.’
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अखिलेश यादव ने आगे कहा कि ‘लोकतंत्र में जो जनता को दुख देता है, समय आने पर जनता उनसे हिसाब किताब करती है. इसलिए जनता ने फैसला किया है कि इस बार भाजपा का सफाया होगा. इस बार अंबेडकरवादी और समाजवादी दोनों मिलकर भाजपा को हटा देंगे.’ अखिलेश ने कहा कि ‘यह कोई नया नहीं है, बाबा साहेब के साथ डॉ. राममनोहर लोहिया मिलकर काम करना चाहते थे. फिर से हम लोगों ने कोशिश की पर वह सपना पूरा नहीं हुआ. लेकिन हमने उम्मीद नहीं छोड़ी है और 2022 में यह सपना जरूर पूरा होगा.’
अखिलेश यादव संविधान दिवस के इस मौके पर ‘भारतीय संविधान दिवस समारोह व संविधान बचाओ विराट महापंचायत’ आयोजन के लिए पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले का आभार भी व्यक्त किया. अपने संबोधन के दौरान अखिलेश यादव ने नोटबंदी और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के प्रधानमंत्री के फैसलों की चर्चा करते हुए उन पर तंज कसा. सपा प्रमुख ने पंचायत चुनाव में बेईमानी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर प्रहार किया. यादव ने कहा कि ‘अगर कोई अपना अधिकार मांगेगा तो पुलिस लाठियों से पीटेगी और बाल पकड़कर खींचेगी.’
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वहीं सभा में मौजूद बाबा साहेब अंबेडकर के पौत्र व पूर्व सांसद प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि ‘समाज की राजनीति में अगर हम लोग फंस गये तो इंसानियत की राजनीति को भूल जाएंगे.’ अंबेडकर ने कहा कि ‘आज जो संविधान दिवस मनाया जा रहा है वह आरएसएस के लोग और भाजपा नहीं मना रही है, हम लोगों को गुमराह करने के लिए सरकार मना रही है.’ वहीं महापंचायत की आयोजक एवं पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा कि ‘बहुजन समाज को जगाने, संविधान को बचाने के लिए मैंने भाजपा और सांसद का पद छोड़ा है. भाजपा को अगर 2022 में सत्ता से बाहर नहीं किया तो 2024 के बाद हम लोग संविधान और बहुजन की आजादी को नहीं बचा सकते हैं.’