Kirori Lal Meena Admitted to SMS Hospital: पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं को न्याय की मांग को बीते 10 दिनों से जारी धरने मामले में पिछले 24 घंटे के अंदर घटे घटनाक्रम के बाद प्रदेश की सियासत जबरदस्त बवाल मच गया है. दिग्गज बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा को पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में ले लिया. शहीद रोहिताश लांबा की पत्नी मंजू से मिलने अमरसर जा रहे डॉ किरोड़ी मीणा को सामोद पुलिस ने रोका और जबरन गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान सांसद मीणा की तबियत बिगड़ने पर गोविंदगढ़ हॉस्पिटल ले जाया गया गया, जहां से उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया है. फिलहाल, पुलिस ने किरोड़ी मीणा को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. वहीं, दूसरी ओर किरोड़ी मीणा की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही सांसद के समर्थक प्रदेश के कई शहरों में सड़कों पर उतरने लगे. विरोध में जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे तथा लालसोट-दौसा हाईवे पर जाम लगाया. वहीं अस्पताल पहुंचे उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा से हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ शनिवार को भाजपा सड़कों पर आंदोलन करेगी.
इधर, जैसे ही सांसद किरोड़ी लाल मीणा को एसएमएस अस्पताल लाया गया, सैकड़ों की तादाद में किरोड़ी समर्थक भी अस्पताल पहुंच गए. लोग अस्पताल के अंदर जाने की मांग पर बाहर हंगामा करने लगे. इस दौरान किरोड़ी मीणा के छोटे भाई रिटायर्ड आरएएस अधिकारी जगमोहन मीणा के साथ पुलिस की बहस भी हुई. वहीं भाजपा नेताओं का भी अस्पताल पहुंचना शुरू हो गया तो वहीं अन्य भाजपा नेताओं ने अपने ट्वीटर एकाउंट से गहलोत सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘शहीदों की वीरांगनाओं की मांगों के लिए आंदोलनरत डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जी के साथ पुलिस का बर्बर व्यवहार बेहद निंदनीय है. कांग्रेस सरकार द्वारा लाठी का डर दिखाकर वीरांगनाओं की आवाज को कुचलने का यह अलोकतांत्रिक प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’
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वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी अपने सोशल मीडिया पर गहलोत सरकार को निशाने पर लिया. गजेंद्र सिंह ने कहा कि तानाशाही सरकार जिस तरह से एक जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार कर रही है, उसे अब सत्ता में रहने के लिए ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. शेखावत ने कहा कि गहलोत जिन्हें विरोधी मानते हैं, उनके खिलाफ हर जुल्म, हर साजिश करने को तैयार हैं. अपमान की सीमा पार कर जाना तो उनके लिए मजाक जैसा है. अपनी विवशता बता रही वीरांगनाओं का धरना पुलिस के जोर से खत्म करवाना हो या सांसद किरोड़ी लाल मीणा को हिरासत में लेना, ये सब बेरहम तानाशाह की निशानी है. एक अन्य ट्वीट में गजेंद्र सिंह ने कहा माननीय राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के साथ सरकार के इशारे पर पुलिस ने अत्यंत अभद्र और शारीरिक मानसिक नुकसान पहुंचाने वाला व्यवहार किया है, जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा है. ईश्वर ने उनकी शीघ्र स्वस्थता की कामना है. हम इस दमनकारी सरकार के विरोध में उनके साथ खड़े हैं. गहलोत जी लोकतंत्र पर यकीन नहीं करते, वे आततायी हैं.
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वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा से मिलने एसएमएस पहुंचे बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पुलिस ने जो कुछ भी किरोड़ी लाल मीणा के साथ किया, वो प्रदेश के गृहमंत्री के कहने पर किया है और प्रदेश के गृह मंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि कल यानी 11 मार्च को सुबह 11 बजे प्रदेश कार्यालय में बीजेपी नेता मीटिंग करेंगे. इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी. मीणा के साथ 50 से अधिक लोगों ने अभद्रता की. वहीं अस्पताल पहुंचे बीजेपी नेता अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचे किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जो गलत है. यहां पर समर्थक आए थे, उन्हे समझाया भी जा सकता था, लेकिन लाठियां चलाना सही नहीं है. इसके साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओम माथुर ने भी अस्पताल पहुंचकर किरोड़ी मीणा से मुलाकात की. इधर, एसएमएस अस्पताल की ओर से हेल्थ बुलेटिन जारी किया गया. अधीक्षक डॉक्टर अचल शर्मा ने बताया कि किरोड़ी मीणा जब अस्पताल पहुंचे, तो उन्होंने गर्दन और सिर में दर्द की शिकायत बताई थी. सिर का सिटी स्कैन किया गया है. अभी तक की जांच में सभी पैरामीटर सामान्य है.
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दरअसल, पुलिस ने देर रात 3 बजे पुलवामा शहीदों की पत्नियों को धरना स्थल से हटाकर अस्पताल में भर्ती करावा दिया था. वहीं, पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों को हिरासत में लिया है. वीरांगनाओं के साथ धरना स्थल पर समर्थन में ये लोग बैठे थे. हिरासत में लिए समर्थकों को पुलिस ने जयपुर से बाहर महिंद्रा सेज थाने पर ले गई. इस घटना को सुनते ही किरोड़ी लाल मीणा सेज थाने पहुंचे गए थे. वह थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए थे. इसके मद्देनजर पुलिस ने थाने के आसपास भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है.
वहीं, शहीद की वीरांगनाओं को धरना स्थल से हटाने पर पुलिस ने अपना अपना पक्ष रखते हुए बताया कि वीरांगनाओं की तबीयत खराब हो गई थी. लिहाजा, उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भेजा गया है. उन्होंने कहा कि तीनों वीरांगनाओं मंजू लांबा, मधुबाला मीणा और सुंदरी देवी का धरना स्थल पर मेडिकल जांच किया गया, जिसमें उनकी तबीयत नासाज बताई गई थी. तब जाकर आधी रात को धरना स्थल से उन्हें उनके जिला अस्पताल में इलाज के लिए भेज गया है. शहीद रोहिताश लांबा की पत्नी मंजू को अमरसर सीएचसी (CHC) में भर्ती कराया गया है. ऐसे में किरोड़ीलाल मीणा उन्हीं से मिलने अस्पताल जा रहे थे.
इस तरह गहलोत सरकार के इशारे पर पहले वीरांगनाओं को मध्यरात्रि धरना स्थल से उठाया गया, उसके बाद अब समोद जा रहे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाला मीणा को हिरासत में लिया गया. मीणा पुलवामा हमले में शहीद हुए रोहिताश लांबा की पत्नी मंजू से मिलने उसके गांव जा रहे थे तब ही पुलिस ने चौमूं के पास सामोद में रोक लिया. इस बीच पुलिस और मीणा के धक्का-मुक्की भी हुई. काफी देर तक समझाइश के बाद जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने मीणा को जबरन हिरासत में लेकर वहां से चली गई. मीणा के समर्थकों का आरोप है कि वो सामोद बालाजी जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने बीच में रोक दुर्व्यवहार किया और फिर उन्हें पकड़ कर ले गई. सामोद में पुलिस के रोकने पर मीणा ने कहा था कि क्या वीरांगनाओं के साथ खड़ा होना इतना बड़ा गुनाह है कि आज राज्यसभा सांसद को नजरबंद किया जा रहा है