लोकसभा में बजट सत्र चल रहा है. सदन में बजट पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन यहां महाभारत के किरदारों पर चर्चा हो रही है. कभी भगवान शिव तो कभी भगवान कृष्ण तो कभी चक्रव्यूह, अभिमन्यु, शकुनि व चौसर पर चर्चा चल रही है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सदन में अभिमन्यु और चक्रव्यूह की चर्चा क्या छेड़ दी, सत्ताधारी पक्ष का हर सांसद महाभारत का ज्ञान बखारने पर उतारू है. अनुराग ठाकुर से लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस/सांसद कंगना रानौत के बाद अब केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी महाभारत के ज्ञाता बनते हुए दिखाई दे रहे हैं. शिवराज सिंह ने सदन में बहस के 10वें दिन विपक्षी सांसद राहुल गांधी की टांग खींचते हुए कहा कि कांग्रेस को शकुनि, चौसर, चक्रव्यूह क्यों याद आते हैं.
मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि शकुनि छल, धोखे और कपट के प्रतीक थे. चौसर में थे तो धोखे से ही हराया गया था. चक्रव्यूह मतलब घेर के मारना. अब कांग्रेस को क्यों चक्रव्यहू, शकुनि, चौसर ही याद आते हैं. शिवराज ने आगे कहा, ‘हम जब महाभारत काल में जाते हैं तो भगवान श्रीकृष्ण याद आते हैं. उन्होंने कहा कि जब जब धरती पर अधर्म, पाप, अत्याचार, अनाचार बढ़ेगा, तब तब धर्म के नाश के लिए भगवान श्रीकृष्ण आएंगे..ऐसा उन्होंने कहा था.’
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शिवराज का ये बयान राहुल गांधी के उस बयान पर आया, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार के बजट की तुलना महाभारत के चक्रव्यूह से की थी. राहुल ने कहा था कि महाभारत में अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है.
कांग्रेस के DNA में किसान का विरोध है
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस के DNA में किसान विरोध है. कांग्रेस की प्राथमिकताएं प्रारंभ से ही गलत रहीं. देश के पहले प्रधानमंत्री की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू 17 साल देश के प्रधानमंत्री रहे. तब देश को अमेरिका से आया सड़ा हुआ लाल गेहूं खाने को विवश होना पड़ता था. इंदिरा गांधी के समय किसानों से जबरन लेवी वसूली का काम होता था.
राहुल गांधी ने छेड़ा था ‘चक्रव्यूह’ का जिक्र
29 जुलाई को मानसून सत्र के 6ठे दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट की तुलना महाभारत के ‘चक्रव्यूह’ से की थी. राहुल ने महाभारत के चक्रव्यूह एवं अभिमन्यु का जिक्र करते हुए सत्ताधारी मोदी सरकार पर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने कहा था, ‘हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था. चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है. इसके अंदर डर और हिंसा होती है.
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21वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा गया है- वह भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है. इसका चिह्न प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं. अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है. आज चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं.’ सदन में मौजूद लोगों का नाम लिए जाने पर स्पीकर ने राहुल गांधी को टोका तो उन्होंने सांकेतिक भाषा में उन्हें सदन में घसीटते हुए सरकार पर निशाना साधा. उसके बाद सत्ताधारी पक्ष के सांसद पीएम मोदी के बचाव और कांग्रेस पर प्रहार करने में पीछे नहीं हट रहे हैं. शिवराज सिंह भी सरकार बचाओ की फेहरिस्त में एक नया नाम है बस.