GujaratAssemblyElections. गुजरात विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. सभी पार्टियां अपने अपने चुनावी प्रचार में जमकर पसीना बहा रही है. एक ओर जहां गुजरात चुनावों में सियासी पारा गर्म है, वहीं बीजेपी श्रद्धा हत्याकांड के जरिए चुनावी माहौल में एक नया रंग भरने की कोशिश कर रही है. हाल में घटे दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड को गुजरात का चुनावी मुद्दा बनाकर इसे हिन्दुत्व से जोड़ने की कोशिश की जा रही है ताकि गुजरात की जनता की जनता का ध्यान फिर से हिन्दुत्व के मुद्दे पर लाया जा सके. हालांकि बीजेपी के अधिकांश नेताओं की इस संबंध में कोई खास प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं आई है.
दरअसल, बीजेपी के एक नेता ने श्रद्धा हत्याकांड को ‘लव जिहाद’ की संज्ञा देते हुए हिन्दुत्व को बचाने के लिए गुजरात में बीजेपी को और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर जिताने की अपील की है. यह बीजेपी नेता और कोई नहीं बल्कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हैं. बिस्वा ने कच्छ की चुनावी रैली में कहा, ‘अगर देश में कोई मजबूत नेता नहीं होगा तो हम अपने समाज की रक्षा नहीं कर पाएंगे. मोदी को जिताना बहुत जरूरी है, अगर वे नहीं जीते तो हर शहर में आफताब पैदा होगा.’ बिस्वा ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय राहुल गांधी पर भी तंज कसते हुए उन्हें सद्दाम हुसैन की संज्ञा दे दी।
राहुल गांधी पर आगे हमला करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, ‘गांधी वंशज की छवि महात्मा गांधी या सरदार पटेल जैसी होनी चाहिए न कि पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन की. अभी मैंने देखा है कि उनका चेहरा भी बदल गया है. चेहरा बदलना कोई बुरी बात नहीं है. आपको अगर चेहरा बदलना ही है तो वल्लभ भाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू या फिर गांधी जी जैसा कर लो लेकिन आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है.’
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हिमंत बिस्वा ने केंद्र में फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की जनता से अपील की. बिस्वा ने श्रद्धा हत्याकांड को ‘लव जिहाद’ का भयावह रूप बताते हुए कहा कि आफताब बहला-फुसलाकर श्रद्धा को मुंबई से दिल्ली ले आया और लव जिहाद के नाम पर उसके 35 टुकड़े कर दिए. एक लड़की की लाश फ्रिज में रखी थी. इसके बावजूद दूसरी लड़की को घर लाकर डेट करने लगा. बिस्वा ने ये कहा कि इस सब से बचाने के लिए केंद्र में नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना देश की जरूरत है. अगर मोदी नहीं जीते तो हर शहर में आफताब पैदा होगा.
यह सब कहकर बिस्वा ने गुजरात चुनाव में हिन्दुत्व के रंग में एक नया रंग भरने की कोशिश की. असम के मुख्यमंत्री बिस्वा ने भी आगे कहा कि बीजेपी मुस्लिम महिलाओं का सम्मान करती है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की प्रथा से मुक्ति मिली है. उन्होंने जो काम किया, उसे शांति से पूरा किया. कश्मीर से धारा 370 हटाई, तीन तलाक की प्रथा को खत्म किया. सब कुछ सुचारु रूप से चला और कहीं कोई हंगामा नहीं हुआ. बिस्वा ने विशेष पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अब सब्र रखो, कॉमन सिविल कोड भी आ जाएगा और चार-चार शादियों से छुटकारा मिल जाएगा.
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बीजेपी नेता के इस तरह के बयान पर फिलहाल पार्टी के किसी बड़े नेता का बयान सामने नहीं आया है. हालांकि इस बयान के बयान गुजरात के चुनावी समर में एक नया रंग जरूर घुल गया है. अन्य विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को भुनाने का प्रयास कर रही हैं.
बता दें, पिछले 24 साल से गुजरात की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी ही काबिज है. यहां हर चुनाव बीजेपी की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ही रही है. लेकिन, इस बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है. इससे समीकरण बदलने के आसार नजर आ रहे हैं. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो ये मुकाबला त्रिकोणीय होते दिख रहा है लेकिन कहीं न कहीं आप की एंट्री का फायदा बीजेपी को हो सकता है.
182 विधानसभा सीटों वाले गुजरात में दो चरणों में मतदान होना है. पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी. दोनों चरणों की मतगणना और चुनावी परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किया जाएगा.