Politalks.News/AkhileshtargetsYogi.उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former Chief Minister of Uttar Pradesh Akhilesh Yadav) और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाना (Targeted fiercely on Yogi government) साधा है. अखिलेश यादव ने कहा है कि, ‘विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही भाजपा ने होली के त्योहार पर महंगाई का तोहफा देकर अपने मतदाताओं का कर्ज उतार दिया है. आटा, मैदा, तेल, घी समेत सब कुछ महंगा हो गया है. अखिलेश ने यह भी कहा है कि, ‘2024 में जनता भाजपा (BJP) को करारा सबक सिखाएगी’. अखिलेश ने भाजपा के जीतते ही कानून व्यवस्था बिगड़ने का आरोप तो लगाया ही है साथ ही धान की खरीद ना होने को लेकर भी सरकार को घेरा है. वहीं 21 मार्च को अखिलेश यादव ने नव निर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें वो हार की समीक्षा करेंगे. अखिलेश ने अपने कार्यकर्ताओं से भाजपा आईटी सेल से सतर्क रहने की भी अपील की है. सियासी जानकारों का कहना है कि अखिलेश भले ही चुनाव में हार गए हों लेकिन बढ़ी ही सीटों और वोट प्रतिशत को लेकर उनमें उत्साह है. अब इस बढ़े हुए वोट प्रतिशत को 2024 में भुनाने के प्रयास में जुट गए हैं.
सत्ताधारी याद रखें, छल से नहीं मिलता है बल- अखिलेश
समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव नतीजों से जाहिर है कि जनता के बड़े वर्ग का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है. सत्ताधारी याद रखे, छल से बल नहीं मिलता है’
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‘भाजपा की सीटों का घटाव भविष्य का संकेत’
इशारों-इशारों में EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘पोस्टल बैलेट में समाजवादी पार्टी-गठबंधन को मिले 51.5 प्रतिशत वोट और उनके हिसाब से 304 सीटों पर हुई समाजवादी पार्टी-गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है. वैसे भी उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी की ढ़ाई गुना सीटें बढ़ाकर अपना रूझान जता दिया है और भाजपा की सीटों का घटाव भविष्य का संकेत है’
‘मुख्यमंत्री के गृह जनपद में कानून व्यवस्था बिगड़ी’
अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा है कि, ‘भाजपा के संरक्षण में अपराधी तत्व फिर सक्रिय हो उठे हैं. मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद गोरखपुर में कानून व्यवस्था बिगड़ने लगी है, न कानून का डर है न पुलिस का खौफ. एक मजदूर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई’.
‘2024 में भाजपा को जनता सिखाएगी सबक’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘इसी तरह धान खरीद न होने से किसान बेहाल है. कई जगहों पर खरीद की अवधि समाप्त हो गई पर किसानों का धान नहीं खरीदा गया. समय पर किसानों को खाद भी नहीं मिली. भाजपा की सच्चाई सबके सामने है. झूठ का भाजपाई व्यापार ज्यादा चलने वाला नहीं है. जनता ने अब आगे के लिए भी अपनी मंशा का संकेत दे दिया है. वर्ष 2024 में भाजपा को जनता करारा सबक सिखाएगी’.
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कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ेंगे अखिलेश
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब अपने कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ने जा रहे हैं. अखिलेश अपने कार्यकर्ताओं व नेताओं को कोई भी सुझाव सीधे पर्सनल ईमेल आइडी (yadavakhilesh@gmail.com) पर भेजने के लिए कहा है. सपा अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा के आइटी सेल से सतर्क रहने के लिए कहा है. साथ ही किसी भी किस्म के सुझाव के लिए सीधे संपर्क करने के लिए कहा है. अखिलेश ने यह भी कहा कि, ‘विधानसभा चुनाव परिणाम संबंधी यदि कोई सुझाव हो तो उसे ईमेल पर जरूर भेजें. भाजपा के आइटी सेल की अफवाह में न फंसे. सतर्क और सकारात्मक रहें, भाषा भी संयमित रखें’.
21 मार्च को हार की समीक्षा करेंगे अखिलेश
वहीं, 21 मार्च को सपा ने अपने नवनिर्वाचित विधायकों की पहली बैठक बुलाई है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में पार्टी हार के कारणों की समीक्षा के अलावा आगे की रणनीति तय करेगी. सपा इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष का नाम तय कर सकती है. इसके अलावा अखिलेश यादव के करहल सीट छोड़ने पर यहां से किसे उप चुनाव लड़ाया जाए इस पर भी विचार कर सकती है.