Politalks.News/Udaipur/GovindSinghDotasara. राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल जघन्य हत्याकांड ने पुरे देश को हिला कर रख दिया है. देश भर में इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं इस मुद्दे को लेकर सियासत भी चरम पर है. हालांकि पुलिस की प्रथम दृष्टया जांच में इस घटना के आतंकी तार जुड़े होने की खबर सामने आ रही है लेकिन बावजूद इसके बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर हमलावर हैं. तो वहीं कन्हैयालाल के आवास पर अब सियासी हलचल और भी तेज हो गई है. एक बाद एक अलग अलग दल के नेता उदयपुर पहुंच मृतक के परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं. हाल ही में बीजेपी के कई नेताओं ने उदयपुर का दौरा किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात की तो अब कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाए हैं. हैदराबाद में हुए बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हवाला देकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि, ‘बीजेपी नेताओं में किसी तरह की कोई संवेदना नहीं बची है. यही वजह है कि हैदराबाद से मौज मस्ती काटकर वापस आने के बाद भाजपा के नेता कन्हैया लाल के घर जा रहे हैं.’
सोमवार को जहां राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत तो मंगलवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने उदयपुर पहुंच मृतक कन्हैया लाल को श्रद्धांजलि अर्पित की और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया. उदयपुर पहुंचे इन नेताओं ने इस हत्याकांड के लिए प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया तो वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को एक प्रेस नोट जारी कर बीजेपी पर निशाना साधा. डोटासरा ने कहा कि, ‘भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का जनता से कोई सरोकार नहीं है. इनके बीच एक अंधी दौड़ चल रही है जिसमें इन्हें बस मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनना है इसलिए ना इनके अंदर कोई संवेदनाएं बची हैं और ना ही प्रदेश को लेकर इनके पास कोई विजन है.’
हैदराबाद में हुई बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का जिक्र करते हुए डोटासरा ने कहा कि, ‘यही वजह है घटना के 7 दिन बीत जाने के बाद और हैदराबाद से मौज मस्ती काटकर वापस आने के बाद भाजपा के नेता कन्हैया लाल के घर जा रहे हैं. सीएम अपना जोधपुर दौरा रद्द कर उदयपुर पहुंचे, डीजी, सीएस, एसीएस होम और मैं खुद सीएम साहब के साथ उदयपुर गया पर भाजपा का कोई नेता नहीं पहुंचा. गुलाबचन्द कटारिया स्थानीय विधायक हैं और नेता प्रतिपक्ष हैं, उनकी जिम्मेदारी थी कि वो इस माहौल में उदयपुर में रुकते एवं स्थिति को काबू में रखने में सरकार की मदद करते परन्तु 28 जून की घटना के अगले दिन ही वो हैदराबाद चले गए.’
बीजेपी नेताओं के उदयपुर दौरे पर निशाना साधते हुए डोटासरा ने कहा कि, ‘अब तो कन्हैया लाल के घर वसुंधरा राजे, गजेन्द्र सिंह शेखावत समेत तमाम नेताओं में उनके घर जाने की होड़ मच गई है क्योंकि राजनीति चमकानी है परन्तु जब उनके परिवार का गम बांटना था तब सब कहां थे? इन लोगों की घटना के प्रति गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है. मुख्यमंत्री जी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिससे स्थिति पर चर्चा हो सके और राजस्थान में शान्ति बहाली की जा सके परन्तु ना तो नेता प्रतिपक्ष, ना उपनेता प्रतिपक्ष, ना ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष उस बैठक में आए. राजस्थान की जनता आज सोचने को मजबूर है कि इतना गैर जिम्मेदार विपक्ष राजस्थान का क्या भला करेगा?‘
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गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे कहा कि, ‘28 जून को घटना हुई. राजस्थान भाजपा के नेता बताएं कि इस घटना के बाद वो सब कहां गायब थे. जब पूरा राजस्थान दुखी था, गम में था तब इनकी हैदराबाद के फाइव स्टार होटलों में जश्न मनाते हुए तस्वीरें सामने आ रही थीं. अब ये पॉलिटिकल टूरिस्ट बनकर उदयपुर जा रहे हैं और अनर्गल बातें कर रहे हैं. भाजपा का काम आग लगाने का है पर किसी का दर्द बांटना हो तो ये कहीं नजर नहीं आते. इस घटना के अपराधियों के भाजपा नेताओं के साथ फोटो आ रही हैं. मीडिया के अनुसार आरोपी भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता था. मीडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार जम्मू में पकड़ा गया आतंकी भाजपा के आईटी सेल का चीफ था. इनकी आतंकियों से कौनसी मिलीभगत है. यही कारण है कि मैंने NIA के डीजी को पत्र लिखकर मांग की है कि भाजपा के आतंकियों के साथ कनेक्शन की भी जांच की जाए.’