बिहार में सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल युनाटेड (JDU) और विपक्ष में बैठी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच अब ‘पोस्टर वॉर’ शुरू हो गया है. इसकी शुरूआत की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने. नीतीश कुमार के पुराने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जाने बाद JDU ने अपना स्लोगन बदल दिया है. अब उनकी पार्टी JDU के ऑफिस के बाहर एक नया पोस्टर लगा है जिसपर लिखा है, ‘क्यों करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार’.
इसके जवाब में RJD ने प्रदेश कार्यालय और राबड़ी आवास के बाहर होर्डिंग लगाए हैं. इस पोस्टर में स्लोगन लिखा है, ‘क्यों न करें विचार, जब बिहार है बीमार’. पोस्टर पर चमकी बुखार और क्राइम के बढ़ते ग्राफ का जिक्र किया गया है.
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दरअसल ये पोस्टर वॉर सीधे-सीधे चुनाव में बनाई जाने वाली रणनीति की सुगबुगाहट है. पिछले विधानसभा चुनावों में RJD और JDU ने महागठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ा था और बीजेपी को पटखनी देने में सफलता हासिल की थी. बहुमत के बाद बिहार की सत्ता की गद्दी पर बैठे नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम की कुर्सी संभाली लालू यादव के सुपुत्र तेजस्वी यादव ने. सत्तारूढ़ होने के 6 महीने बाद ही दोनों दलों के बीच तालमेल गड़बढ़ा गया और नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. अगले ही दिन बीजेपी के समर्थन से नीतीश फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बन गए. बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
इस बार RJD फिर से महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है लेकिन उस बैनर में JDU नहीं है. RJD प्रमुख लालू की अनुपस्थिति में तेजस्वी यादव एक बार फिर महागठबंधन के मुखिया की कमान संभालेंगे. पोस्टर वॉर से इस जंग की शुरूआत भी हो चुकी है. हालांकि लोकसभा के बाद तेजस्वी यादव का राजनीति से मोह भंग हो गया था लेकिन हाल में पटना के दूध मंडी के लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए धरने पर बैठ उन्होंने अपनी चुनावी तैयारियों की एक झलक दिखा दी. पोस्टर वॉर पर RJD के नेताओं का भी यही कहना है कि होर्डिंग के जरिए हम JDU को जवाब दे रहे हैं.
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बता दें, इससे पहले 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर की टीम ने नीतीश कुमार को एक नारा दिया था ‘बिहार में बहार हो, नीतीश कुमार हो’ इस नारे ने पूरे चुनाव में खूब सुर्खियां बटोरी थी. अब प्रशांत किशोर नीतीश की टीम में नहीं हैं. उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दामन थाम लिया है लेकिन नए पोस्टर पर उनके पुराने नारे की झलक साफ तौर पर दिख रही है. नीतीश कुमार की पार्टी का नया नारा है ‘क्यों करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार’. चूंकि बिहार हाल में चमकी बुखार की चपेट में रहा जिसके चलते सैंकड़ों बच्चे काल के ग्रास में समा गए इसलिए RJD ने अपने स्लोगन में नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए लिखा, ‘क्यों न करें विचार, जब बिहार है बीमार’.
प्रदेश का माहौल देखते हुए ये कहा जाना गलत न होगा कि चुनावी राजनीति के जंग अब बयानबाजी से निकल पोस्टर वॉर और स्लोगन वॉर के रूप में सामने आ रही है. सीधे तौर पर कहा जाए तो RJD JDU के पोस्टर का बदला पोस्टर से और स्लोगन का बदला स्लोगन से दे रही है.