Politalks.News/Ashvinikumar. पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) के लिए वोट डाले जाने हैं. उससे ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा है. यूपीए सरकार में कानून मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे (Former Union Law Minister Ashwani Kumar quits Congress) दिया. अश्विनी कुमार ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress president Sonia Gandhi) को भेजा है. इसमें अश्विनी कुमार ने लिखा है कि, ‘वह पार्टी से बाहर रहकर राष्ट्रीय मुद्दों पर बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं’, इसके अलावा उन्होंने पार्टी को धन्यवाद भी कहा है.
कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक अश्विनी कुमार के इस्तीफे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अश्विनी कुमार किसी और पार्टी का साथ थामेंगे या नहीं इस बात पर भी स्थिति साफ नहीं है. अश्विनी कुमार ने भी किसी और पार्टी को ज्वाइन करने के बारे में अभी तक कुछ नहीं कहा है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि युवा नेताओं के बाद अब बुजुर्ग नेताओं का भी कांग्रेस से मोहभंग तो नहीं हो रहा है. पंजाब में कैप्टन अमरिंदर (Capt. Amrinder Singh), गोवा में फ्लेरियो और अब फिर पंजाब में अश्विनी कुमार का कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
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पार्टी के दायरे से बाहर रहकर कर पाउंगा बेहतर ढंग से काम- अश्विनी
अश्विनी कुमार ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि, ‘इस मामले पर विचार करने के बाद मैंने यह निष्कर्ष निकाला है कि वर्तमान परिस्थितियों और अपनी गरिमा के अनुरूप मैं पार्टी के दायरे से बाहर रहकर राष्ट्रीय मुद्दों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकता हूं.’ कुमार ने आगे कहा कि, ’46 साल पार्टी से जुड़े रहने के बाद वह इस उम्मीद से पार्टी छोड़ रहे हैं कि स्वतंत्रता संग्राम द्वारा परिकल्पित लोकतंत्र के वादे को पूरा करने में वह सक्रिय रूप से आगे बढ़ते रहेंगे’.
पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका!
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. अश्चिनी कुमार पंजाब से राज्यसभा सांसद थे. ऐसे में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उनका इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है. यह इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि अश्चिनी कुमार सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के काफी वफादार माने जाते थे. जी-23 नेताओं के समय में भी उन्होंने सोनिया गांधी का बचाव किया था.
मनमोहन सरकार में कानून मंत्री रहे थे अश्विनी कुमार
जाने-माने वकील अश्विनी कुमार 2002 में पहली बार पंजाब से राज्यसभा सांसद चुने गए थे. इसके बाद 2004 और 2010 में भी अश्विनी कुमार को पंजाब से राज्यसभा में चुना गया. मनमोहन सिंह की सरकार में अश्विनी कुमार को कानून मंत्री का जिम्मा मिला था. इससे पहले वह संसदीय कार्यमंत्री रह चुके हैं. कुमार का जन्म दिल्ली में हुआ है और मधु कुमार से शादी की. उनका एक बेटा और एक बेटी है. कुमार भारत-जापानी संसदीय समूह के एक सदस्य रह चुके हैं.
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क्या युवाओं के साथ बुजुर्ग नेताओं का भी हो रहा है मोहभंग!
सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या युवा नेताओं के बाद वरिष्ठ और बुजुर्ग नेताओं का भी कांग्रेस से मोहभंग हो रहा है. हाल के दिनों में कांग्रेस पार्टी से कई युवा नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, सुष्मिता देव, प्रियंका चतुर्वेदी और ललितेशपति त्रिपाठी सरीखे नेताओं के नाम शामिल हैं. अश्विनी कुमार के इस्तीफा से पुराने नेताओं का भी पार्टी से मोहभंग होता दिख रहा है. गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हाल ही में पार्टी से नाता तोड़ लिया था. फलेरियो ने टीएमसी का दामन थामा वहीं, अमरिंदर सिंह ने अपनी पार्टी बनाकर भाजपा से गठबंधन किया है. अब अश्विनी कुमार ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है.