Politalks.News/BabaRamdev. देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में आज योग को एक अलग पहचान दिलाने वाले योगगुरु बाबा रामदेव लगातार देश की उन्नति को लेकर अग्रसर हैं. बाबा रामदेव ने जहां एक और देश और विदेश में योगा को लेकर लोगों में एक क्रेज बनाया है तो वहीं देश के आर्थिक विकास में सबसे बड़ा योगदान करते हुए स्वदेशी की अलख को जगाया है. योगा के जरिए जहां लोगों को महंगे-महंगे ईलाज और महंगी दवाओं से मुक्ति दिलाई है तो वहीं पतंजलि के नाम से आने वाले बाबा रामदेव के खाद्य व अन्य उत्पादों ने बाजार में आने वाली मिलावटी वस्तुओं से बचाकर देश के लोगों की सेहत को सुधारने का काम किया है.
अब दुनिया के नक्शे में भारत के विकास की नई नींव तैयार करते हुए शुक्रवार को योगगुरु बाबा रामदेव ने प्राइमरी मार्केट में बड़ा धमाका कर दिया है. बाबा रामदेव ने पतंजलि ग्रुप की 4 कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान किया है, जिसमें पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि वैलनेस, पतंजलि मेडिसिन और पतंजलि लाइफस्टाइल कंपनी के आईपीओ आएंगे. ये सभी कंपनियां अगले 5 सालों में शेयर बाजार में लाॅन्च कर दी जाएंगीं. यही नहीं बाबा रामदेव ने इन पांचों लिस्टेट कंपनियों की मार्केट वैल्यू 5 लाख करोड़ रहने का लक्ष्य अपने सामने रखा है. यही नहीं, इसके साथ ही देश में अगले 5 साल में 5 लाख नौकरियां देने का वादा भी बाबा ने देश के युवाओं से किया है.
आपको बता दें कि योगगुरु बाबा रामदेव ने भी अब ऊंची उड़ान भरने की पूरी तैयारी कर ली है. शुक्रवार को पतंजलि ग्रुप की 4 कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान किया है. बाबा रामदेव ने शुक्रवार को दिल्ली में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, लोग मुझे पिछले दो ढाई दशकों से देख रहे हैं. हमने हमेशा मिथ्या आरोपों को झेला है. लेकिन वर्तमान में पतंजलि ग्रुप का कारोबार 40,000 करोड़ रुपये का है. आने वालों सालों में हमारा कारोबार और तेजी से बढ़ेगा और हम देशभर के पांच लाख लोगों को रोजगार देंगे. पतंजलि ग्रुप की अभी एक कंपनी शेयर बाजारों में लिस्टेड है. अगले कुछ वर्षों में चार और कंपनियों को वहां लिस्ट कराया जाएगा. इन कंपनियों में पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि मेडिसीन, पतंजली लाइफस्टाइल और पतंजलि वेलनेस शामिल है. बाबा रामदेव ने आगे बड़ा बयान देते हुए कहा कि अभी हम मीडिया में नहीं आ रहे हैं .’
एक और बड़ी बात यहां यह है कि बाबा रामदेव देश को पाम ऑयल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने जा रहे हैं, जिसके लिए वह 15 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन में पाम के पेड़ लगाएंगे. पतंजलि समूह के अंतर्गत ये पेड़ 11 राज्यों के 55 जिलों में लगाए जाएंगे. पतंजलि के मुताबिक, यह किसी भी कंपनी द्वारा भारत में सबसे बड़ी पाम की खेती होगी, जिससे आगामी 5 से 7 वर्षों में करीब 2 हजार करोड़ रुपये का सालाना रिटर्न कमाने का लक्ष्य रखा गया हैं. बता दें, पाम के पेड़ से 40 वर्षों तक कमाई की जाएगी. पाम ऑयल की खेती से खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा, जिससे आयात से होने वाली विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी. पतंजलि का अनुमान है कि 3 लाख करोड़ रुपये तक की विदेशी मुद्रा की बचत होगी, जिससे डॉलर के मुकाबले रुपये को भी मजबूती मिलेगी.
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बाबा रामदेव ने आज दावा किया कि उनकी कंपनी पतंजलि के गाय के देशी घी को बदनाम करने के लिए उत्तराखंड में घिनौना षडयंत्र हुआ था. झूठे, अवैधानिक और मनगढ़ंत मानदंडों के आधार पर प्रामाणिक पतंजलि गाय के देशी घी को नमूने को फेल दिखाने का कुत्सित प्रयास किया गया है. कंपनी ने अधिकृत लैब से पतंजलि गाय के देशी घी की जांच करवाई जो सभी मानकों पर खरा उतरा. घी के स्टैंडर्ड में बदलाव की जरूरत है क्योंकि मौजूदा मानक घर में बने घी की शुद्धता को जांचने के लिए नाकाफी हैं.’ बाबा रामदेव ने आगे कहा कि, ‘पिछले साल अक्टूबर में पतंजलि घी के बैच नंबर बीकेडी-21158 का सैंपल उठाया गया था. इसकी उत्तराखंड के रुद्रपुर की लैब से जांच करवाई गई. 30 मार्च, 2022 को कंपनी को सैंपल फेल होने की जानकारी दी गई. हमने अपील की और उसी बैच के सैंपल की जांच गाजियाबाद की नेशनल फूड लेबोरेटरीज में की गई. इसमें आरएम वैल्यू 29.24 निकली जो बेस्ट थी.
बाबा रामदेव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘रुद्रपुर की लैब में फैटी एसिड का मनगढ़ंत तरीके से ताना बाना बुना गया. केंद्र सरकार की 27 दिसंबर, 2021 की अधिसूचना के मुताबिक फैटी एसिड का मानदंड 30 जून, 2024 से लागू होना है. इसे समय से पहले लागू करके और एफएसएसएआई के निर्धारित मानदंडों से अलग मानक बनाकर पतंजलि के घी को फेल दिखाया गया. घर में बने घी में यह वैल्यू नहीं मिलती है और इस स्टैंडर्ड में बदलाव होना चाहिए. हमने अधिकृत लैब से पतंजलि गाय के देशी घी की जांच फैटी एसिड के सभी मानकों पर करवाई. सभी मानकों पर पतंजलि गाय का देशी घी खरा उतरा.’