गहलोत जी करौली में कर लिया आपने खेल अब मेरे जोधपुर को इस साजिश से रखें दूर- बोले शेखावत

रमजान के महीने में बिजली कटौती नहीं करने के आदेश पर बैकफुट पर आई गहलोत सरकार, बीजेपी के आरोपों के बाद गहलोत सरकार ने आदेश पर लिया यू-टर्न, संशोधित आदेश में रमजान शब्द को हटाते हुए गर्मी सहित जोड़े अन्य कारण, इससे पहले गुलाबचंद कटारिया और गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार को लिया आड़े हाथ

बैकफुट पर आई गहलोत सरकार
बैकफुट पर आई गहलोत सरकार

Politalks.News/Rajasthan. करौली हिंसा को लेकर बीजेपी के निशाने पर चल रही प्रदेश सरकार अभी इससे पूरी तरह निपट भी नहीं पाई थी कि जोधपुर डिस्कोम (Jodhpur Discom) के अधिकारियों ने बैठे-बिठाए गहलोत सरकार (Gehlot Government) के खिलाफ तुष्टिकरण की राजनीति करने का एक और एक बड़ा मुद्दा प्रदेश भाजपा को दे दिया. हालांकि समय रहते जोधपुर डिस्कोम ने अपने आदेश पर यू-टर्न ले लिया है. दरअसल, जोधपुर विद्युत वितरण निगम की ओर से 1 अप्रैल को आदेश जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि 4 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू हो रहा है, ऐसे में रमजान के महीने में बिजली कटौती नहीं की जाए (Uninterrupted Power Supply in Muslim Dominated in Jodhpur). अब जोधपुर डिस्काम ने संशोधित आदेश में रमजान शब्द हटाते हुए गर्मी सहित अन्य त्योहारों के चलते बिजली कटौती नहीं करने का ‘शुद्धि पत्र’ जारी कर दिया है. संशोधित आदेश जारी गहलोत सरकार ने भले ही भूल सुधार ली हो लेकिन इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने इस मामले में जमकर निशाना साधा.

‘गहलोत सरकार के दिमाग में केवल वोटों की खेती’
बिजली वितरण कंपनी जोधपुर डिस्काम के रमजान के महीने के दौरान बिजली कटौती नहीं करने के आदेश पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा. कटारिया ने कहा यदि मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक और आदेश निकल जाता जिसमें हिंदू धर्म के नवरात्रों सहित अन्य धर्मों और समाजों के पर्व-त्योहारों के लिए भी इस तरह के निर्बाध बिजली आपूर्ति के आदेश निकाले जाते तो हमें बहुत अच्छा लगता. वरना इस अकेले आदेश से मन में कटुता के भाव आ सकते हैं. कटारिया ने कहा कि केवल इस आधार पर कि मुसलमानों को रोजे में तकलीफ ना आए, इसके लिए निकाले गए आदेश को पढ़कर तो यही लगता है कि प्रदेश सरकार के दिमाग में तो केवल वोटों की खेती के अलावा और कुछ नहीं दिखता. कटारिया ने यह भी कहा कि इस आदेश पर मुख्यमंत्री जी की जो भावना थी, उसके लिए तो उनका आभार-स्वागत, लेकिन तुष्टीकरण के आधार पर गहलोत सरकार आदेश नही निकाले.

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‘आदेश को पढ़कर कांग्रेसी सोच से बढ़ जाती है घृणा’
वहीं जोधपुर सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर क्षेत्र में रमजान के दौरान बिजली कटौती न करने के आदेश को ‘तुगलकी फरमान‘ करार दिया. शेखावत ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि गहलोत सरकार के इशारे पर दिए गए आदेश को पढ़कर कांग्रेसी सोच से घृणा बढ़ जाती है.
https://twitter.com/gssjodhpur/status/1511267572678860805?s=20&t=Vu2UZhW2z4fmADZhmo1UyQ

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जोधपुर सांसद शेखावत ने कहा कि यह आदेश वोट बैंक की राजनीति के चलते दिया गया है. इस तरह के हथकंडे सामाजिक वैमनस्य का कारण बनते हैं. केंद्रीय मंत्री ने तंज कसा कि गहलोत जी सत्ता आपकी है, लेकिन आप सद्भाव के नाम पर एक को सेलेक्ट और दूसरे को नेगलेक्ट नहीं कर सकते. करौली में आपने अपना खेल कर लिया. हाथ जोड़कर निवेदन है कि कृपया मेरे जोधपुर को अपनी सांप्रदायिक साजिश से दूर रखें.

दरअसल, 4 अप्रैल से शुरू हुए रमजान के महीने को देखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने बिजली कटौती नहीं करने का आदेश जारी किया था. लेकिन इस आदेश पर विवाद बढ़ा तो विद्युत वितरण निगम ने संशोधित आदेश जारी कर दिया. वहीं, उस आदेश में रमजान शब्द को हटाते हुए गर्मी सहित अप्रैल के महीने में आने वाले त्योहारों का जिक्र करते हुए बिजली कटौती नहीं करने का फैसले का संशोधित आदेश ‘शुद्धि पत्र’ के रूप में जारी कर दिया.

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