गायों की हत्यारी है गहलोत सरकार, पशुपालकों को दें 50-50 हजार का मुआवजा- पूनियां ने उठाई मांग

लम्पि वायरस को लेकर सियासी घमसान चरम पर, बीजेपी का प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक हल्लाबोल, बोले पशुपालन मंत्री- यह चिंताजनक है कि राजस्थान में भैंस और हिरण में भी इस रोग को है देखा गया, सरकार कर रही है उचित प्रयास, अभी श्राद्ध पक्ष चल रहा है, 2023 में कांग्रेस पार्टी का हो जाएगा परमानेंट श्राद्ध- पूनियां

कटारिया के बयान ने बढ़ाई पशुपालकों की चिंता
कटारिया के बयान ने बढ़ाई पशुपालकों की चिंता

Politalks.News/RajasthanAssembly. राजस्थान की 15वीं विधानसभा के 7वें सत्र के दूसरे चरण का दूसरे दिन भी गायों में बढ़ते लम्पि वायरस की रोकथाम में कथित रूप से विफल गहलोत सरकार के विरोध के नाम रहा. सड़क से लेकर सदन के अंदर तक बीजेपी ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को जमकर घेरा. सदन के अंदर पार्टी विधायकों ने जहां गहलोत सरकार पर लम्पि वायरस से पीड़ित गायों की देखभाल में लचर रवैये को लेकर निशाना साधा, तो वहीं सदन के बाहर पार्टी कार्यालय से विधानसभा के लिए पैदल मार्च भी निकाला. लेकिन इस दौरान पुलिस ने बीजेपी नेताओं को रास्ते में ही रोक दिया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं एवं पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली. वहीं सदन में लंपी स्किन डिजीज को (Lumpy reported in Buffalos) लेकर हुई चर्चा के दौरान पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि, ‘ये वायरस बेहद चिंताजनक है और ये अब गायों के साथ साथ भैंसों में भी फ़ैल रहा है.’ कटारिया के इस बयान ने सदन के विधायकों के साथ साथ पशुपालकों की चिंता को और बढ़ा दिया है.

मंगलवार को विधानसभा में गोवंश में फैले लंपी रोग को लेकर चर्चा हुई. सदन में हुई इस चर्चा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया समेत कुल 24 विधायकों ने हिस्सा लिया. नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि, ‘अप्रैल में बीमारी का पता लगा और 27 जुलाई को विभाग चेत रहा है, यह विभाग है या क्या है, मजाक बना रखा है. अप्रैल में आई हुई बीमारी की 27 जुलाई को गाइडलाइन भेज रहे हो. एमएलए फंड से कौनसी दवा खरीदी. पैसा देने के बावजूद पैसा नहीं पहुंचता है. मंत्रीजी आप अपने महकमे को टाटोलो. यह तो आम लोगों ने और गौ भक्तों, गौशालाओं में खुद इलाज की व्यवस्था की.’

यह भी पढ़े: पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए नहीं है किसी की इजाजत जरूरत- जानें क्यों बोले जयराम रमेश?

वहीं विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश सरकार में पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि, ‘जिस तरह से कोरोना ने प्रभावित किया था, उसी तरह से गोवंश में लंपी अपना प्रभाव डाल रहा है. राजस्थान में 1 करोड़ 40 लाख गोवंश हैं और अब तक यह वायरस केवल गायों में ही था, लेकिन हरियाणा से आई सूचना के बाद राजस्थान में भी भैंसों के सैंपल भेजे गए. प्रदेश के लिए यह चिंताजनक बात निकल कर आई है कि राजस्थान में भैंस और हिरण में भी इस रोग को देखा गया है. इसकी जानकारी केंद्र सरकार को भेज दी गई है.’ कटारिया ने आगे कहा कि, ‘मौसम के साथ ही इस रोग के वैरिएंट में बदलाव आ रहा है, ऐसे में अगर यह वायरस अपना स्वरूप बदलता है तो फिर हमें आने वाले समय में पशुधन के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना होगा. लंपी स्किन डिजीज के फैलने का एक प्रमुख कारण राजस्थान में इस बार हुई भारी बारिश भी है. मौसम के साथ यह रोग कम हो सकता है.’

पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि, ‘विधायकों ने तो इस रोग से बचाव के लिए बेहतरीन काम किया है लेकिन गौ रक्षकों और गायों से जुड़ी संस्थाओं ने भी अच्छा काम किया है. ऐसे में विभाग की ओर से एक चार्ट तैयार किया जा रहा है कि जो बेहतरीन काम कर रहा है. उसे सरकार की ओर से सम्मानित भी किया जाए. इस दौरान मंत्री लालचंद कटारिया ने लंपी स्किन डिजीज से बचाव के लिए केंद्र सरकार की ओर से मिली सहायता का भी जिक्र किया. कटारिया ने कहा कि, ‘गोट पॉक्स बनाने वाली कंपनी ने राजस्थान को वैक्सीन देने से मना कर दिया था. लेकिन भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री ने कंपनी से बात कर हमें 60 लाख गोट पॉक्स वैक्सीन के लिए सहमति दिलवाई. लेकिन इस वैक्सीन के लिए पूरा पैसा राजस्थान सरकार दे रही है. भारत सरकार की ओर से राजस्थान को एंबुलेंस लेने के लिए पैसे मिले हैं, जिससे 500 एंबुलेंस का टेंडर किया जाएगा.’

यह भी पढ़े: बेचारे आदमी पर उछाल रहे हैं कीचड़- नशे में CM मान को विमान से उतारे जाने के दावों पर बोले केजरीवाल

पशुपालन मंत्री के जवाब पर सवाल उठाते हुए बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया. लंपी पर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलने पर नेता प्रतिपक्ष ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब अप्रैल में लंपी का पता लग गया और 27 जुलाई तक विभाग सोता रहा, कोई तो जिम्मेदार होगा. इसके बाद बीजेपी विधायक वॉकआउट कर गए.’ वहीं सदन के बाहर भी बीजेपी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. सुबह 11 बजे सी-स्कीम स्थित बीजेपी ऑफिस से सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय से विधानसभा घेराव के लिए कूच किया, लेकिन सहकार मार्ग पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. यहां भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गिरफ्तारी दी. जिसके बाद सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस बनीपार्क थाना ले गई. वहीं बीजेपी के इस प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का हाथ भी टूट गया.

वहीं प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर मार्च को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘अभी श्राद्ध पक्ष चल रहा है. 2023 में कांग्रेस पार्टी का परमानेंट श्राद्ध हो जाएगा. भारत और राजस्थान से कांग्रेस सरकार का सफाया हो जाएगा. राहुल गांधी ने तेजाब फिल्म की माधुरी दीक्षित की तरह 123, 4567… गाना गाया था. किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक कर्ज माफी नहीं हुई है. सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं. गहलोत सरकार गायों की हत्यारी है. बीजेपी मांग करती है कि जिन किसानों और पशुपालकों की गायों की मौत हुई है, उन सभी को 50-50 हज़ार रुपये का मुआवजा सरकार दे.’ बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, ‘कांग्रेस सरकार सदन से भी और धरातल से भी भागना चाह रही है, लेकिन राजस्थान की जनता और विपक्ष उसको भागने नहीं देगा. एक-एक बात का जवाब उनको देना पड़ेगा, सदन में भी और सदन के बाहर भी देना होगा.’

Leave a Reply