पायलट को घेरने का गहलोत को मिला मौका, रंधावा बोले- बिना सख्ती के नहीं चलेगा काम, CM का BJP पर हमला

कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की तैयारी बैठक से नदारद रहे नेताओं पर नाराज हुए सुखजिंदर सिंह रंधावा, बिना मौका गंवाए सीएम गहलोत ने बिना नाम लिए बोला पायलट पर हमला- प्रभारी और ऑब्जर्वर की मौजूदगी के बाद भी नेता नहीं आ रहे हैं ये गंभीर बात, वहीं बीजेपी नेताओं को जमकर लिया आड़े हाथ, रंधावा का दो टूक मेसेज- जिसकी परफॉर्मेंस जीरो होगी उसे नहीं दिया जाएगा टिकट

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Ashok Gehlot on Sachin Pilot & BJP. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की राजस्थान में सफल भारत जोड़ो यात्रा अभियान के बाद अब प्रदेश कांग्रेस पार्टी के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को सफल बनाने की तैयारियों में जुट गई है. 26 जनवरी से शुरू होने वाले हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के लिए बीते रोज रविवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) में एक बड़ी बैठक का आयोजन हुआ, लेकिन पार्टी की इस अहम बैठक से पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट सहित कई बड़े नेता और कई प्रभारी नदारद रहे. यह देखकर कांग्रेस के राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा नाराज हो गए. रंधावा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा कि थोड़ी सख्ती की जरूरत है, घर, पार्टी और देश बिना सख्ती के नहीं चलता. वहीं सीएम गहलोत को भी पायलट को घेरने का एक और मौका मिल गया, जिसे बिना गंवाए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बैठक में जो नहीं आए, वो प्रभारी के संदेश से समझ जाएंगे. सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि प्रभारी और ऑब्जर्वर की मौजूदगी के बाद भी नेता नहीं आ रहे हैं ये गंभीर बात है. सीएम गहलोत ने कहा कि पीसीसी का विस्तार, टिकट वितरण होना है, ऐसे में ये सारी बातें ध्यान में रखी जाएगी.

वहीं इससे पहले बैठक के दौरान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने नेताओं-मंत्रियों के परफॉर्मेंस को लेकर बात कही. संगठन में नेताओं को लेकर रंधावा ने कहा- जो पार्टी के प्रति समर्पित रहेगा, उसका डीएनए देखा जाएगा. परफॉर्मेंस को मंत्रिमंडल से जोड़ने पर रंधावा ने संकेत दिए कि मंत्रिमंडल भी बदला जा सकता है. इसके अलावा जिसकी परफॉर्मेंस जीरो होगी उसे टिकट नहीं दिया जाएगा. अभियान से जुड़ी बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में भी रंधावा ने कहा- सभी लोगों को स्पष्ट संदेश है कि बैठक में आना होगा. ये अंतिम साल है, सबकी परफॉर्मेंस देखी जाएगी. मैंने सीएम अशोक गहलोत जी को सख्ती करने के लिए कहा है.

हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की तैयारी बैठक के बाद प्रेस से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 16-17 जनवरी को सरकार का चिंतन शिविर हो रहा है, इसमें सरकार की परफॉर्मेंस का आंकलन करेंगे. इस बार मंत्री अपने-अपने विभाग के बारे में ब्रीफिंग करेंगे और हमारे प्रोग्राम, योजनाओं का इम्पेक्ट क्या है, उसकी स्टडी करेंगे. अगर कहीं कुछ जरूरत होगी तो अगला बजट आ रहा है, उसमें शामिल किया जाएगा.

इसके साथ ही प्रदेश भाजपा नेताओं पर बड़ा हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि चार साल से इनको विधानसभा में देख रहे हैं. जब हम बजट पेश करते हैं तो ये विधानसभा से छिपकर भागते हैं. इनकी ऐसी पिटाई मैंने नहीं देखी. ये खड़े होकर मीडिया से बात नहीं कर पा रहे हैं, कहते हैं पैसा कहां से आएगा? मैंने कहा- कटारिया जी पैसा कहां से आएगा, इसकी चिंता मुझे करनी चाहिए, आप क्यों चिंता कर रहे हो. सीएम गहलोत ने कहा कि हमने जो बजट में घोषणा की थी, वो सभी पूरी हो रही हैं. इस बार युवाओं, छात्रों, बच्चों और महिलाओं के लिए भी शानदार बजट आएगा. सीएम गहलोत ने कहा हमारी योजनाएं जिनका राहुल गांधी ने अलवर में जिक्र किया था, ऐसी 5 योजनाएं देशभर में कहीं नहीं हैं.

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वहीं बहुचर्चित मुद्दे ओपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने पीएम से आग्रह किया है कि आप ओपीएस को लागू क्यों नहीं कर रहे हो, जिसका भारत सरकार जवाब नहीं दे रही है. जिन्हें पेंशन मिल रही है, आज वो सवाल उठा रहे हैं. अगर ओपीएस के लागू रहते 60 साल तक देश ने विकास किया है तो अब क्या तकलीफ है. सीएम गहलोत ने कहा- इसके लिए हम वित्त मैनेजमेंट करेंगे, लेकिन कर्मचारियों को पेंशन देंगे, ये हमने फैसला कर लिया है.

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वहीं 26 जनवरी से शुरू होने जा रहे कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के प्रभारी आरसी खूंटिया और राजस्थान पीसीसी चीफ ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की जानकारी दी. बैठक में जिलों के प्रभारी पहुंचे और बैठक में दिग्गज नेताओं ने प्रभारियों को मैसेज दिया कि अगर कांग्रेस को बचाना है तो हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में 2 महीने जुटकर काम करना पड़ेगा.

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