Politalks.News/Rajasthan. अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो चली है. आम आदमी पार्टी के साथ साथ AIMIM भी प्रदेश की सियासत में अपने पैर पसारने की तैयारी कर रही है. इस कड़ी में आज जयपुर पहुंचे AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम बाहुल्य सीटों में से एक किशनपोल और हवामहल विधानसभा क्षेत्र में लोगों से मुलाकात कर जनसंपर्क किया. इसके साथ ही देर शाम असदुद्दीन ओवैसी का फतेहपुर पहुंचने का भी है कार्यक्रम. इसके बाद वे कल लाडनूं में भी एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इससे पहले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जयपुर के जालूपुरा में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए देश के कई मुद्दों पर चर्चा की. ज्ञानवापी केस का जिक्र करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘ज्ञानव्यापी मामले में कोर्ट का फैसला गलत है. इस फैसले से अब और भी मामले हम लोगों के सामने आएंगे.’
आपको बता दें, एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी बुधवार से प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस बार वे केवल जयपुर में नहीं बल्कि प्रदेश के 5 जिलों का दौरा करेंगे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के साथ जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे. असदुद्दीन ओवैसी ने जयपुर में जनसंपर्क करके अपने पार्टी के राजस्थान में चुनाव प्रचार अभियान का आगाज़ किया. असदुद्दीन औवेसी प्रदेश के उन विधानसभा क्षेत्रों को चुन रहे हैं जो मुस्लिम बाहुल्य हो. जयपुर के भट्टा बस्ती इलाकी की 90 फीसदी आबादी मुसलमान है. ऐसे में वे यहीं से चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहे हैं. इसके बाद सीकर जिले के लक्ष्मणगढ होते हुए फतेहपुर पहुंचेंगे. फतेहपुर में मुसलमान बहुतायत में है जो कि विधायक चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. राजस्थान में एआईएमआईएम की एंट्री से विधानसभा चुनाव में नए समीकरण देखने को मिल सकते हैं. ओवैसी की पार्टी भाजपा से ज्यादा कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकती है.
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वहीं जयपुर में जनसम्पर्क के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जालूपुरा में पत्रकारों से बात करते हुए कई मुद्दों पर चर्चा की. ओवैसी ने कहा कि, राजस्थान ही नहीं पुरे देश में मुसलामानों का शोषण हो रहा है. ऐसे में हमें देश के मुसलामानों को एक करना है. राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने इस वर्ग की तरफ ध्यान नहीं दिया, सिर्फ वोट बैंक के तरु पर राजनीति की. राजस्थान में लीडरशिप पैदा करना हमारा मकसद है. अब पूरे राजस्थान का दौरा करूंगा और सभी इलाकों में सभाएं भी होंगी. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा इस बात का एलान जल्द किया जाएगा.’ वहीं देश के कई राज्यों में चल रहे मदरसों के सर्वे से जुड़े सवाल पर पर भी असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि, ‘हमें समझाना होगा कि आखिर मस्जिदों का ही सर्वे क्यों हो रहा है. RSS के स्कूलों का, प्राइवेट स्कूल व मिशनरी स्कूल का सर्वे क्यों नहीं हो रहा है? सिर्फ मुसलामानों की जकात से चलने वाले मदरसों का ही सर्वे किया जा रहा है. जब हैदराबाद मुक्त हुआ था तब RSS कहीं नहीं थी. लेकिन अब RSS और बीजेपी इस मुद्दे पर राजनीति करने में जुटी है.’ ओवैसी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि, ‘आज देश में सेकुलरिज्म एक गाली हो चुकी है. नीतीश कुमार ने तो हमें हर कुछ कहा, भला बुरा कहा, वो तो हमें गाली देते थे. खुद ने 2-2 बार बीजेपी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री बन गए और फिर भी अपने आप को वो सेक्युलर कहते हैं.’
वहीं 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन का जिक्र करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के मौके श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में पहुंचकर नामीबिया से लाये जाने वाले 8 चीतों को छोड़कर ‘चीता सेंचुरी’ का शुभारंभ करेंगे लेकिन पीएम मोदी तो चीते से भी ज्यादा तेज दौड़ते हुए मुद्दों को छोड़ देते हैं. बेरोजगारी, महंगाई पर वे बात नहीं करते और दौड़ लगा देते हैं. वे भले ही चीते के साथ अपना जन्मदिन मनाये लेकिन जनता के लिए भी तो सोचें.’ वहीं ज्ञानवापी मस्जिद पर आये जिला कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि, ‘ज्ञानव्यापी मामले में कोर्ट का फैसला गलत है. इस फैसले से अब और भी मामले हम लोगों के सामने आएंगे. कोर्ट ने कई सबूतों को नजरंदाज कर दिया. बाबरी मस्जिद का फैसला आया था तब भी मैंने बोला था कि इस तरह के मामले सामने आएंगे और अब आ भी रहे हैं. जो भी हो रहा है सभी लोग अब देख रहे हैं.’