Politalks.News/Rajasthan. मरूधरा की राजनीति में बदलाव का समय चल रहा है कांग्रेस में सियासी कलह अपने चरम पर है तो बीजेपी में भी मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने की होड़ सी मची है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाड़ौती दौरा कर सियासी मैदान को घमासान कर दिया है. हाड़ौती दौरे के साथ ही मैडम राजे गहलोत सरकार पर किसान, कानून व्यवस्था और बिजली पानी के मुद्दे पर जमकर हमले कर रही हैं. वहीं अपने सरदार (वसुंधरा राजे) को एक्शन में आते देख उनके सिपहसालारों ने भी कमर कस ली है. पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, प्रह्लाद गुंजल हो या पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा सभी मैदान में उतर आए हैं. वहीं वल्लभनगर उपचुनाव को लेकर रणधीर सिंह भिंडर की मैडम राजे से मुलाकात ने सभी को चौंका दिया है. वहीं पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने अलीगढ़ पहुंची मैडम राजे के साथ दिग्गजों का रैला भी पहुंचा तो वहीं हाल ही में गहलोत सरकार के मंत्री शांति धारीवाल द्वारा मैडम वसुंधरा राज की जमकर तारीफ ने भी सबको चौंका दिया है. आखिर एकाएक इन सबके एक्टिव होने से मैडम राजे का विरोधी खेमा भी अचरज में है.
बात करें कोटा की तो नगर विकास न्यास की ओर से लांच की जा रही है आवासीय योजना के तहत सालों से बसी बस्ती को चिह्नित कर हटाने के लिए गए निर्णय के खिलाफ पूर्व संसदीय सचिव और वसुंधरा राजे के खास सिहपहसालार भवानी सिंह राजावत उतर आए हैं. भवानी सिंह राजावत शनिवार को इलाके की क्रेशर बस्ती के सैकड़ों लोगों को बाल बच्चों सहित न्यास कार्यालय ले आए और ‘लाठी गोली खायेंगे, बस्ती को बचाएंगे‘ नारे लगाने लगे. पूर्व विधायक राजावत ने UIT को खुली चेतावनी दे डाली कि, ‘वो कितना ही पुलिस लवाजमा लगा दे, अगर बस्ती के गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलेगा तो पहले उनके सीने पर चलेगा वो गरीबों के घर की एक भी ईंट नहीं हिलने देंगे‘.
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इसके साथ ही कोटा में ही वसुंधरा राजे के दूसरे सिपहसालार पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल आंदोलन की अखाड़े में उतरने की तैयारी में हैं. गुंजल ने 9 सितंबर को जिस दिन विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है, सरकार के खिलाफ जंगी प्रदर्शन करने की घोषणा की है. कोटा शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था, बाढ़ पीड़ितों को मुआवजे और शहर की टूटी हुई सड़क जैसे मुद्दों को लेकर आंदोलन किया जाएगा.
इधर पूर्वी राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के झंडे की कमान संभाली है पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा ने. अपने बयानों को लेकर भाजपा से निष्कासन झेल रहे पूर्व मंत्री रोहिताश्व ने मिशन-2023 के तहत वसुंधरा राजे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया है. इसको लेकर उन्होंने मानसून सीजन के बाद एक यात्रा निकालने का ऐलान किया है. वसुंधरा राजे को राजस्थान का सबसे बड़ा नेता बताने वाले रोहिताश्व प्रदेश नेतृत्व पर कई बार बयानबाजी कर चुके हैं.
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मैडम राजे-भिंडर मुलाकात ने गर्माई मेवाड़ की राजनीति
वहीं वल्लभनगर उपचुनाव से पहले जनता सेना वाले रणधीर सिंह भिंडर और राजे की मुलाकात ने बीजेपी की सियासत गर्मा दी है. गुलाब चंद कटारिया और भिंडर की अदावत जगजाहिर है. राजे-भिंडर मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या बीजेपी की में वापसी की तैयारी चल रही है? क्या वो वल्लभनगर से बीजेपी के प्रत्याशी हो सकती हैं. उपचुनाव से ठीक पहले इनकी मुलाकात ने इन चर्चाओं को हवा दी है. अगर ऐसा हुआ तो बिना कुछ बोले ही प्रदेश भाजपा में मैडम का विरोध कर रहे कई नेताओं को मुंहतोड़ जवाब भी जरूर मिल जाएगा. हालांकि सूत्र ये भी बताते हैं कि मैडम राजे मेवाड़ में उपचुनाव से पहले देवदर्शन यात्रा निकालने की तैयारी कर रही हैं. इस दौरान वे मेवाड़ के चारभुजानाथ जी और बांसवाड़ा में त्रिपुरा सुंदरी सहित अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए जा सकती हैं.
मैडम राजे के साथ अलीगढ़ पहुंचा दिग्गजों का रैला भी बना चर्चा का विषय
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ पहुंच कर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान कर पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान मैडम राजे के साथ झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, सांसद बहादुर सिंह कोली, पूर्व मंत्री यूनुस खान, बाली विधायक पुष्पेन्द्र सिंह बाली, संगरिया विधायक गुरुदीप सिंह शाहपिनी, मनोहरथाना विधायक गोविंद प्रसाद, बांकेलाल, पूर्व विधायक जसवंत गुर्जर, जितेंन्द्र सिंह सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी भी सियासत में जबरदस्त चर्चा का विषय बनी हुई है.
गहलोत सरकार के न02 मंत्री ने की मैडम राजे के कामों की तारीफ, बताया बीजेपी में सबसे प्रभावशाली नेता
मैडम राजे के जलवे की इससे बड़ी मिशाल क्या होगी कि हाल ही में अलवर में एक कार्यक्रम के दौरान गहलोत सरकार में नम्बर दो माने जाने वाले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जमकर तारीफ की. जब इस पर प्रश्न किया गया तो बोले जो सही था वो कहा. निगम नगर पालिका के सभापति, यूडीएच विभाग के प्रमुख शासन सचिव समेत कई लोगों की मौजूदगी में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राजे सरकार की नीतियों को सराहा और उनकी योजनाओं की जमकर तारीफ की. बीजेपी की गुटबाजी पर निशाना साधते हुए धारीवाल ने कहा कि, ‘भाजपा में मुख्यमंत्री के जितने चेहरे हैं, उनमें सबसे मजबूत स्थिति में वसुंधरा राजे हैं. सबसे बड़ा नाम और सबसे बड़ा चेहरा वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री के रूप में हैं’. वहीं भाजपा की कलह पर धारीवाल बोले कि, ‘भाजपा में मुख्यमंत्री के लिए आपसी फूट और खींचतान चल रही है. 6 से 7 लोग मुख्यमंत्री के खुद को दावेदार समझ रहे हैं.’