अर्पिता ने ED के सामने किए कई बड़े खुलासे तो TMC ने बनाई चटर्जी से दुरी, पार्थ की बढ़ी मुश्किलें

पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी चला रही थी 12 मुखौटा कंपनियां, ED से पूछताछ में किए बड़े खुलासे, तो पार्थ चटर्जी ने किए TMC प्रमुख ममता बनर्जी को फ़ोन, लेकिन नहीं मिला कोई जवाब, बोली ममता- मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि एक महिला के आवास से बरामद धन का तृणमूल या राज्य सरकार से नहीं है कोई संबंध

शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में चटर्जी की बढ़ी मुश्किलें
शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में चटर्जी की बढ़ी मुश्किलें

Politalks.News/WestBengal/ED. पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. साल 2014 से 2021 तक राज्य के शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उनसे दुरी बना ली है. शुक्रवार को ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता चटर्जी के यहाँ से 22 करोड़ रूपये नकद मिले थे. इसके बाद ED ने अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी को मिले कैश से जुड़े सवालों का सही जवाब ना देने पर शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सोमवार को जहाँ अर्पिता मुखर्जी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि, उनके आवास पर मिला कैश पार्थ चटर्जी का ही था. वहीं ED ने बताया कि जिस घर से कैश मिला है उस घर वह अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी संयुक्त रूप से मालिक हैं. जहाँ एक तरफ मुखर्जी ED के सामने नए नए खुलासे कर रही है तो वहीं TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने इस मामले से दुरी बनानी शुरू कर दी है.

पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले कैश को लेकर सोमवार को ED ने उन्हें को एक दिन की ईडी की हिरासत में भेजा था तो वहीं आज सोमवार को ईडी की अदालत में पेश किया गया. इससे पहले ED ने जब अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ की तो उन्होंने कई बड़े खुलासे भी किए. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अर्पिता मुखर्जी ने बताया कि, ‘उनके घर से बरामद कैश बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी का ही है. पैसा उनसे जुड़ी कंपनियों में लगाया जाना था. कैश को एक या दो दिनों में घर से बाहर निकालने की योजना थी, लेकिन एजेंसी के छापे ने योजना को फेल कर दिया.’ वहीं वित्तीय जांच एजेंसी ने तलाशी के दौरान मिले संबंधित दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि, ‘अर्पिता मुखर्जी और ममता बनर्जी के मंत्री संयुक्त रूप से उस जगह (प्रॉपर्टी) के मालिक हैं जहां से कैश मिला.

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ED ने बताया कि, ‘इस प्रॉपर्टी को पार्थ चटर्जी ने 2012 में खरीदा था. अर्पिता मुखर्जी 12 मुखौटा कंपनियां चला रही थीं और वह ऐसा मुख्य रूप से ‘आर्थिक हेरफेर’ के लिए कर रही थीं. शनिवार शाम को मुखर्जी के जोका स्थित फ्लैट की तलाशी के दौरान कुछ दस्तावेज बरामद किए गए थे जो “ऐसी कंपनियों के होने का समर्थन’ करते हैं.’ वहीं ED की गिरफ्त में पार्थ चटर्जी की अचानक तबियत ख़राब होने के बाद एड उन्हें एयर एम्बुलेंस से भुवनेश्वर एम्स लेकर पहुंची. जहां पार्थ को प्राइवेट वार्ड में एडमिट किया गया. चटर्जी के साथ उनके दो वकील भी थे. इस बीच वहां जमा हुई भीड़ ने पार्थ चटर्जी को देखते ही चोर-चोर चिल्लाना शुरू कर दिया. इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों ने पार्थ के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. लोगों ने यहां तक कहा कि बंगाल को बर्बाद करने के बाद इलाज कराने तुम यहां आए हो.’

वहीं सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद कई बार पार्थ चटर्जी ने TMC प्रमुख ममता बनर्जी को फ़ोन कर उनसे बात करने की कोशिश की थी लेकिन ममता ने फ़ोन नहीं उठाया. इससे साफ़ है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी ने इस पुरे मामले में दुरी बनाना शुरू कर दिया है. इसकी पुष्टि भी सोमवार को आए TMC प्रमुख के बयान से हो गई. सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों के प्रशंसित व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार के एक कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए, ममता बनर्जी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार का समर्थन करना न तो मेरा जुनून है और न ही मेरी आदत. मैं यह नहीं कह सकती कि हर कोई निर्दोष है. मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि एक महिला के आवास से बरामद धन का तृणमूल या राज्य सरकार से कोई संबंध नहीं है.’

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मता बनर्जी यहीं नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा कि, ‘अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए, लेकिन मैं अपने खिलाफ चलाए जा रहे दुर्भावनापूर्ण अभियान की निंदा करती हूं. राजनीति मेरे लिए बलिदान है और तृणमूल चोरों, डकैतों को माफ नहीं करती. बीजेपी गलत है अगर उसे लगता है कि वह एजेंसियों का इस्तेमाल करके मेरी पार्टी को तोड़ सकती है. सच्चाई सामने आ ही जाएगी.’ वहीं बीजेपी द्वारा जारी किए गए वीडियो जिसमें उन्हें दुर्गा पूजा के उद्घाटन समारोह के दौरान अर्पिता मुखर्जी के साथ मंच साझा करते देखा जा सकता है को लेकर भी ममता ने अपनी बात रखी. ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘मैं कई पूजाओं के उद्घाटन के लिए जाती हूं. मुझे कैसे पता चलेगा कि आयोजकों ने किसे आमंत्रित किया है? मुझे कैसे पता चलेगा कि वह पार्थ की दोस्त थी? मैं अपने पार्टी के लोगों को भी नहीं बख्शती अगर वे गलती करते हैं. दोषी पाए जाने पर मैं अपने मंत्री को भी नहीं बख्शूंगी.’

ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, ‘मेहुल चोकसी और नीरव मोदी ये भी तो है. वो क्या वाशिंग मशीन में साफ हुए हैं? अगर आप काली और कीचड़ मेरे ऊपर फेकेंगे तो मेरे पास भी अलकतरा है और अलकतरा किसी वाशिंग मशीन में नहीं धुलता है.’ यहां आपको बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी के पास डॉग्स के लिए भी लग्जरी फ्लैट है. सोमवार को कुछ रिपोर्ट्स में ED के सू्त्रों के हवाले से दावा किया गया है कि कोलकाता की डायमंड सिटी में पार्थ के 3 फ्लैट्स हैं. इनमें से एक पूरी तरह से एयरकंडीशंड है और सिर्फ डॉग्स के लिए है. पार्थ एक डॉग लवर के तौर पर मशहूर हैं.

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