डॉक्टर्स के तबादलों से नाराज CM के करीबी विधायक बैठे गहलोत सरकार के मंत्री खिलाफ धरने पर

किशनपोल से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने सैकड़ों समर्थकों के साथ चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा का आवास पर दिया धरना, कागजी ने चिकित्सा मंत्री की मानसिकता पर उठाए सवाल, समर्थकों संग धरने पर बैठे कागजी ने मंत्री पर जानबूझकर ट्रांसफर करने के लगाए आरोप, तो बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद कागजी के बदले गए तेवर

सियासत-ए-तबादला
सियासत-ए-तबादला

Politalks.News/Rajasthan. राज्यसभा चुनाव में सभी विधायकों को ओब्लाइज करते हुए गहलोत सरकार ने सभी विभागों में लगे तबादलों पर से बैन को हटा दिया था, जिसके बाद अब राजस्थान में तबादलों का सिलसिला शुरू हो गया है. लेकिन तबादलों के इस खेल में अपनी ही सरकार के मंत्री और विधायक आमने सामने हो जाएंगे ये किसी ने नहीं सोचा था. यही नहीं नाराज विधायक जी तो मंत्री के सरकारी आवास पर जाकर धरने पर ही बैठे गये हैं. जी हाँ अपने क्षेत्र में तबादलों से नाराज किशनपोल से सीएम अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले कांग्रेस विधायक अमीन कागजी अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ शनिवार को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के आवास पर पहुंच गए और धरने पर बैठ गए. इस दौरान चिकित्सा मंत्री और विधायक के बीच थोड़ी नोकझोंक भी हुई.

अमीन कागजी का आरोप है कि उनके क्षेत्र में लगाए गए 4 मुस्लिम चिकित्सकों के तबादले कर दिए गए हैं जबकि ट्रांसफर को रोकने के लिए कुछ समय पहले ही उन्होंने चिकित्सा मंत्री से मुलाकात की थी. हालांकि मामले को बढ़ता देख जब विधायक और मंत्री जी के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई तो अमीन कागजी के सुर थोड़े बदले बदले नजर आए. हालांकि अपुष्ट खबरों को मानें तो मंत्री जी और विधायक दोनों के पास ऊपर से फ़ोन आया, तब जाकर दोनों कमरे से हंसते हुए बाहर निकले. अब ऊपर से किसका फोन आ सकता है सुधीजन समझते हैं.

शनिवार को जब राजस्थान सरकार में चिकित्सा मंत्री और विधायक तबादलों को लेकर आमने सामने हो गए तो प्रदेश की सियासत गरमा गई. किशनपोल से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी अपने समर्थकों के साथ शनिवार को चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के बंगले पर धरने पर बैठ गए. अपने क्षेत्र में अपील के बावजूद भी मर्जी के खिलाफ हुए तबादलों को लेकर विधायक महोदय आग बबूला हो गए. विधायक आमीन कागजी ने कहा है कि ‘उनके क्षेत्र में 4 मुस्लिम चिकित्सकों को लगाया गया था लेकिन हाल ही में उनका ट्रांसफर कर दिया गया. इस बारे में जब चिकित्सा मंत्री से बात की गई तो उन्होंने ट्रांसफर कैंसिल करने का आश्वासन दिया था और कहा था कि नई लिस्ट में वापस उन चिकित्सकों को पुराने स्थान पर तैनात कर दिया जाएगा लेकिन जब नई लिस्ट जारी की गई तो ऐसा नहीं हुआ.’ तबादलों की लिस्ट में चारों चिकित्सकों के नाम ना होने पर अमीन कागजी गुस्से में आ गए.

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चिकित्सा मंत्री के आवास पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे विधायक ने जमकर नारेबाजी भी की. अमीन कागज़ी अपने समर्थकों के साथ ही मंत्री के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए. इस दौरान चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा और विधायक अमीन कागजी के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई. मंत्री ने विधायक को धरने से उठाने के प्रयास भी किए लेकिन विधायक समर्थकों के साथ ही धरने पर बैठे रहे. धरने के दौरान विधायक अमीन कागजी ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के फैसले पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि ‘उनके क्षेत्र में 4 ही अल्पसंख्यक वर्ग से चिकित्सक थे और उनके भी तबादले कर दिए गए आखिर चिकित्सा मंत्री की मानसिकता क्या है?’ कागजी का कहना है कि ‘जिस विधानसभा क्षेत्र से वह आते हैं वहां मुस्लिम समुदाय बड़ी संख्या में कांग्रेस को समर्थन देता है. ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि हमारे लोगों का तबादला कहीं अन्य जगह नहीं होगा.’

इस पर मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि, ‘जो तबादले किए गए हैं वह नियमों के तहत किए गए लेकिन फिर भी विधायक चाहते हैं तो उन्हीं के अनुसार तबादले हो सकते हैं.’ चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के आश्वासन के बावजूद भी अमीन कागजी नहीं माने और मौके पर ही नए आदेश निकालने की मांग पर अड़े रहे. हालांकि कुछ समय बाद जब दोनों ही नेताओं के बीच बंद कमरे में बैठक हुई और जब चिकित्सा मंत्री ने विधायक महोदय की मांगों का समाधान करने और उनकी नाराजगी खत्म करने का आश्वासन दिया तब जाकर मामला शांत हुआ. इसके बाद तो आग बबूला हुए विधायक अमीन कागजी के सुर भी बदले बदले नजर आये. चिकित्सा मंत्री की मानसिकता पर सवाल उठने वाले कागजी ने बंद कमरे में हुई वार्ता के बाद कहा कि ‘विभागीय गड़बड़ी के कारण यह ट्रांसफर हो गए क्योंकि बजट में हमारे विधानसभा क्षेत्र में खोले गए सेटेलाइट हॉस्पिटल में चिकित्सकों के पद सैंशन हो चुके थे.’

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वहीं इस पुरे मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. मीणा ने कहा कि, विधायक आमीन कागजी ने जो मांग रखी है, उसे पूरा कर दिया गया है और जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा पर ही उनके क्षेत्र में ट्रांसफर किए जाएंगे. यह पॉलिसी बनाई हुई है. उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में सेटेलाइट अस्पताल में पीजी चिकित्सकों के पद खाली पड़े थे तो ऐसे में अब इन चारों चिकित्सकों का ट्रांसफर आर्डर वापस ले लिया गया है. हालांकि अपुष्ट खबरों को मानें तो मंत्री जी और विधायक दोनों के पास ऊपर से फ़ोन आया, तब जाकर दोनों कमरे से हंसते हुए बाहर निकले. अब ऊपर से किसका फोन आ सकता है सुधीजन समझते हैं.

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