Amit Shah Targeted Nitish Kumar: इस साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ ही केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का आगाज कर दिया है. इसी कड़ी में बीजेपी के चाणक्य माने जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार के पश्चिमी चंपारण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी के चुनाव प्रचार का शंखनाद किया. रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने न सिर्फ नीतीश कुमार और आरजेडी पर जमकर हमला बोला बल्कि 2024 में नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने की अपील भी की. शाह ने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के लिए विकासवादी से अवसरवादी बने और कांग्रेस व RJD की शरण में गए.
आपको बता दें कि बिहार के पश्चिम चंपारण के बाल्मीकि नगर स्थित लोरिया में रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा सियासी हमला किया. पश्चिम चंपारण से अमित शाह ने पूर्णिया में महागठबंधन की रैली के दौरान मंच पर मौजूद नीतीश कुमार पर सोनिया गांधी के चरणों में लेट जाने का आरोप लगाया. अमित शाह ने कहा कि नितीश बाबू को हर 3 साल पर पीएम बनने का सपना आता है इसलिए वह पाला बदल लेते हैं. शाह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे. लेकिन, उनके अनुयाई नीतीश कुमार सत्ता सुख के लिए उसी कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी के चरणों में जाकर लेट गए.
यह भी पढ़ें: ‘माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे’- योगी ने चेतावनी देते हुए अखिलेश को दी गुस्सा कम करने की सलाह
अमित शाह ने आगे कहा कि बीजेपी के सहयोग से नीतीश कुमार ने राजद की महा जंगलराज की सरकार के खिलाफ वोट मांगा और सरकार भी बनाई. लेकिन, नीतीश उसी लालू यादव की गोद में जाकर बैठ गए और उनके बेटों को मंत्री भी बनाया. अमित शाह ने मंच से ऐलान किया कि अब आया राम गया राम बहुत हुआ. नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. इस दौरान अमित शाह ने राजद और जदयू की तुलना तेल और पानी से करते हुए कहा कि आरजेडी तेल है तो राजद पानी, दोनों का गठबंधन बिल्कुल बेमेल है और दोनों कभी साथ नहीं रह सकते.
नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के लिए अवसरवादी बने- अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि, ‘नीतीश बाबू आप प्रधानमंत्री बनने के लिए विकासवादी से अवसरवादी बने, कांग्रेस और आरजेडी की शरण में गए. नीतीश बाबू की प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा ने बिहार का बंटाधार कर दिया है. बिहार में अब अपराध फिर से चरम पर जा रहा है. हत्या, अपहरण, डकैती के मामले रोज आ रहे हैं, बोलने वाले पत्रकारों की हत्या चालू हो गई है. PFI जैसे संगठन बिहार में अपनी पैठ बना रहे थे, नीतीश बाबू चुप थे. मोदी जी ने PFI पर बैन लगाकर पूरे देश को सुरक्षित करने का काम किया.
यह भी पढ़ें: क्या महाराष्ट्र MVA में आ गई दरार! मध्यावधि चुनाव पर उद्धव ठाकरे के बयान पर शरद पवार का इनकार
2024 में मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाना है
अमित शाह ने कहा, “ये लालटेन से जो लौ उठी है उसमें पूरा बिहार धधक रहा है. अब नीतीश बाबू में तो हिम्मत नहीं है कि वो लालटेन की लौ को बुझाएं. मगर मैं बिहार की जनता को कहने आया हूं कि इस बार ऐसा सबक सिखाइए कि बिहार में दल बदलने वाले चुप हो जाए.” अमित शाह ने कहा कि आज जो जंगल राज चल रहा है उससे छुटकारा पाने का एक ही रास्ता है कि नरेंद्र मोदी को दो तिहाई बहुमत से फिर से प्रधानमंत्री बनाया जाए. आए दिन रेप और मर्डर की खबरें सुनने को मिलती हैं. मैं चाहता हूं कि बिहार के लोग नीतीश कुमार और उनकी सरकार को सबक दें. शाह ने यह भी कहा कि नकली शराब की बिक्री बंद होनी चाहिए. पीएम मोदी ने बिहार को 15,000 करोड़ रुपये के 3 प्रोजेक्ट दिए. जब यूपीए सरकार में लालू यादव और नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्रालय में थे तो उन्होंने बिहार को कितना पैसा दिया? मोदी जी ने 1,09,000 करोड़ रुपये दिए.