जिंदगी में अंबेडकर को नहीं माना, आज जयंती मना रहे हैं, बुलडोजर चलाने का किसने दिया अधिकार- गहलोत

अंबेडकर जयंती पर सीएम गहलोत ने साधा बीजेपी और संघ पर निशाना- 'हमारा देश वसुधैव कुटुंबकम की भावना का रहा है, लेकिन आज देश में बुलडोजर की राजनीति के जरिए संविधान की उड़ाई जा रही हैं धज्ज्यिां, छूआछत आज भी है समाज पर बड़ा कलंक है इसलिए ऐसी सोच से देश आगे नहीं बढ़ सकता'

गहलोत के निशाने पर बीजेपी और संघ
गहलोत के निशाने पर बीजेपी और संघ

Politalks.News/Rajasthan/Gehlot. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर मोदी सरकार और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा. उत्तरप्रदेश और मध्य प्रदेश में दंगा भड़काने के आरोपियों के घर गिराने के बाद शुरू हुई बुलडोजर राजनीति को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि, कई राज्यों में रामनवमी पर दंगे भड़क गए, आग लग गई, आज उनके मकान तोड़े जा रहे हैं, आप बताइए किसने अधिकार दिया आपको? यह अधिकार तो मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के पास भी नहीं होता है कि आप बिना कोई तफ्तीश किए, बिना किसी को दोषी ठहराए हुए आप किसी का मकान तोड़ दो. उनमें कई निर्दोष भी होंगे, आप बताइए क्या बीतती होगी उन पर?

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि, ‘हमारा देश वसुधैव कुटुंबकम की भावना का रहा है, लेकिन आज देश में बुलडोजर की राजनीति के जरिए संविधान की धज्ज्यिां उड़ाई जा रही हैं.’ सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘संविधान की शपथ लेने वाले लोग इसकी धज्ज्यिां उडा रहे हैं. ये क्या तरीका है राज करने का कि आरोपियों के घर बुलडोजर लेकर पहुंच जाओ. कल रात टीवी पर लोगों के टूटते हुए घर और रोते बिलखते परिजनों की तस्वीरें देख मेरी आंखे नम हो गईं. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘करौली में हमने भी आरोपी पकड़े हैं क्या उनके घर बुलडोजर लेकर पहुंच जाएं?’

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बाबा साहेब अंबेडकर को याद करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘अमेरिका में महिलाओं को वोट का अधिकार मिलने में 150 और इंग्लैंड में 100 साल लगे, लेकिन भारत में संविधान लागू होते ही महिला को वोट का अधिकार मिला. ये सब संविधान निर्माता बाबा साहेब की ही देन थी. इस दौरान सीएम गहलोत ने एक पुराना किस्सा सुनाते हुए बताया कि मेरे पैदा होने से पहले मेरे पिताजी के सुसराल वालों ने जब उनकी बारात में खटीक हरिजन के आने का पता चलने का विरोध हुआ तो मेरे पिताजी ने कहा कि वो नहीं आएंगे तो में भी नहीं आऊंगा. छूआछत आज भी समाज पर बड़ा कलंक है इसलिए ऐसी सोच से देश आगे नहीं बढ़ सकता है. कानून लोकतंत्र और संविधान का पालन ही बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी.’

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भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि, ‘बीजेपी के लोग आज अंबेडकर की बात करते हैं जबकि जिंदगी में अंबेडकर को माना नहीं, कभी स्वीकार नहीं किया. आज गांधीजी को चुरा रहे हैं, जिन सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया, आज उनकी मूर्ति लगा रहे हैं. आज अंबेडकर जयंती मना रहे हैं. चुनाव जीतने के लिए ये लोग हथकंडे अपना रहे हैं. इनके हथकंडों को अगर देश नहीं समझा तो एक न ​एक दिन सबको भुगतना पड़ेगा.’ सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हमारे संविधान को पूरी दुनिया सम्मान से देखती है, संविधान की मूल भावना की पूरी दुनिया कद्र करती है, बीजेपी वाले इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं, खाली दिखावे के लिए अंबेडकर का नाम लेते हैं.’

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