Politalks.News/RepublicDay. आज पूरा देश 73वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. इस खास मौके पर हर साल की तरह इस बार भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजपथ पर भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता देखने को मिली. चुनावी राज्य उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) मुख्यालय पर भी गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ध्वजारोहण किया और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई भी दी. गणतंत्र दिवस के मौके पर अखिलेश यादव ने प्रदेश के नाम एक संदेश भी जारी किया.
अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘आइए इस गणतंत्र दिवस पर हम ये सकल्प लें कि जिस संविधान ने इस महान गणतंत्र की स्थापना की है उसे हर हाल में बचाएंगे. आज संविधान संकट में है और कुछ ऐसी नकारात्मक शक्तियां हावी हो रही हैं, जो अपने मनमाने विधान से देश को चलाना चाहती हैं. आइए अपने देश और अपने देशवासियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए हम उस पॉज़िटिव, प्रोग्रेसिव और प्रैक्टिकल पॉलिटिक्स की ओर बढ़े जो किसी एक खास वर्ग को नहीं बल्कि आम जनमानस को सग लेकर बढ़ती है. जिसके मूल में आम जनता के ‘कल्याण’ की भावना होती है; न कि कुछ लोगों के ‘लाभ’ की.’
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अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, ‘आधी कमाई और दोगुनी महँगाई’ के इस दौर में बेकारी और दमन का मारा गरीब और शोषित वर्ग ही नहीं बल्कि सड़क पर आ गया मजदूर और कुशल, अर्द्ध-कुशल अमिक व हुनरमंद कारीगर, पढ़े-लिखे बेरोजगार युवक व युवतियाँ, अर्थव्यवस्था की बदहाली की वजह से नौकरी से निकाले हुए लोग, रेहड़ी-पटरी वालों से लेकर छोटे, लघु व बड़े कारोबारी, व्यापारी और उद्योगपति भी परेशान हैं तो गाँवों में आवारा पशुओं से किसान भी, दरअसल जब से वर्तमान सरकार आई है सिर्फ मुश्किल परेशानी लाई है.’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘इस सरकार में किसानों, मजदूरों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, युवाओं, शिक्षाकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों और काम-कारोवारी, प्रोफेशनल्स को ‘दिक्कत, किल्लत और जिल्लत’ के सिवा कुछ नहीं मिला है. धनी वर्ग में भी कुछ गिने-चुने ही धनसंचय के कीर्तिमान बना रहे हैं. मध्यवर्ग मध्य में पिस रहा है, जिस बचत ब्याज पर उसका भविष्य निर्भर करता है वह बैंकों तक में सुरक्षित नहीं है. इससरकार का शिकार वो बुजुर्ग भी हैं जिनका जीवन यापन व दवा-इलाज का खर्चा ब्याज से मिलनेवाले पैसों से ही होता है.’
यादव ने कहा कि, ‘हम अपने जन कल्याण के मूल मंत्र ‘सपा का काम जनता के नाम’ के तहत जनता को राहत देने वाली योजनाओं की निरंतर घोषणाएँ कर रहे हैं. इन योजनाओं पर होने वाले खर्चों को हम खर्चा या एक्स्पेंडिचर नहीं बल्कि निवेश या इन्वेस्टमेंट मानकर चल रहे हैं क्योंकि जब लोगों के हाथ में पैसा आएगा तो वही पैसा अर्थव्यवस्था के चक्के को घुमाएगा, तब ही सबको काम और उनके काम का सही दाम मिल पाएगा. 300 यूनिट फ्री घरेलू बिजली, मुफ्त सिंचाई, सभी फसलों के लिए एमएसपी, गन्ना किसानों को 15 दिन में सुनिश्चित भुगतान, ब्याज मुक्त ऋण, बीमा, पेंशन 18000 सालाना की समाजवादी पेंशन; प्रतिभावान को लैपटॉप; आईटी सेक्टर में 22 लाख रोज़गार व अन्य लाखों सरकारी व अन्य रिक्त पदों को भरने; पुरानी पेंशन को बहाल करने, कैशलेस इलाज व जाति गणना जैसे सामाजिक आर्थिक प्रयासों के साथ ही हम किसानों के जान-मान की रक्षा के लिए ‘अन्न संकल्प’ भी ले रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘हम अपने सिद्धांत ‘अनुशासन से शासन’ के तहत कारगर कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए असामाजिक आपराधिक तत्वों, सामाजिक विद्वेष व नफरत फैलानेवालों के साथ ही, वर्तमान सरकार में बेलगाम हुई पुलिस व्यवस्था को संरचनात्मक व संस्थागत सुधारों से फिर से पटरी पर लाने के लिए 100% वचनबद्ध हैं. ये हमारा संकल्प है कि किसी की भी अराजकता, किसी भी रूप में सही नहीं जाएगी.
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प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि, ‘वर्तमान निर्दयी सरकार में हुए हाथरस, लखीमपुर, उन्नाव, गोरखपुर, आगरा व अन्य जगह हुए क्रूर कॉड; बेरोज़गार पर बेरहमी से अनगिनत बार लाठीचार्ज, युवाओं और विपक्ष पर झूठे मुक़दमों; बलात्कारों, दलितों पिछड़ों, कोरोना की बदइंतजामी में ऑक्सीजन तक के लिए बोले गये झूठ व गंगा जी तक में बहती लाशों जैसे शर्मनाक दृश्यों से उम्र की छवि अब और ख़राब नहीं होने दी जाएगी.’
अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘प्रदेश में हमारी सरकार आने पर ‘सम्पर्क, संवाद, सहयोग, सहायता’ अर्थात ‘मुलाक़ात, मेल-मिलाप, मदद’ का ‘जनसेवा-सूत्र’ हम एक संकल्प के रूप में याद रखें और ये सकल्प दोहराएं ‘हर घर-द्वार- सपा के मददगार आइए ‘बाइस में बाइसिकल’ का संकल्प धारण कर आगे बढ़े और जनता की ख़ुशी खुशहाली और भलाई के लिए काम करने वाली सपा के नेतृत्ववाली जनहितकारी और परिवारवालों का दर्द समझनेवाली, सपा सहयोगियों की सरकार बनाने के लिए गर्व से कहें.