Politalks.News/WestBengal. प बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा को लेकर अब सियासत और भी ज्यादा गरमा गई है. इस पूरे मामले को लेकर जहां कलकत्ता हाई कोर्ट ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है तो वहीं आज सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज खुद हिंसाग्रस्त इलाके में पहुंच पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी. ममता बनर्जी के इस दौरे को लेकर बीजेपी जबरदस्त हमलावर है. रामपुरहाट पहुंचीं ममता बनर्जी के लिए लगाए गए तोरण को लेकर बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी ने ममता बनर्जी से सवाल पूछा कि वो बीरभूम शोक मनाने जा रही हैं या फिर जश्न मनाने? तो वहीं इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि, ‘100 हत्याएं करवाकर दीदी हज को चली’.
सोमवार रात को बीरभूम में TMC नेता भादू शेख की हुई हत्या के बाद भड़की हिंसा में कई घरों में आग लगा दी जिससे घर में छिपे 10 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि इन लोगों को आग के हवाले करने से उन्हें पीटा भी गया. पूरे मामले को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज बीरभूम में हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचीं. मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से हमदर्दी दिखाई तो उनका दर्द आंखों से छलक उठा. इस दौरान ममता बनर्जी ने किसी अपने की तरह रोते हुए शख्स को पानी पिलाया और उसके आंसू पोंछे. इस दौरान ममता ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन को 5 लाख रुपए का चेक दिया. साथ ही मरने वाले 10 लोगों के परिवारों को नौकरी देने का भी एलान किया.
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पीड़ितों से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘मुझे कोई बहाना नहीं चाहिए कि लोग भाग गए. मैं चाहती हूं कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किया जाए और चूक करने वाले पुलिसकर्मियों को सजा मिले और इस पूरी घटना के लिए गवाहों को पुलिस सुरक्षा दी जाए. वहीं TMC नेताओं द्वारा ममता बनर्जी के स्वागत में लगाई गई तोरण को लेकर अब बीजेपी नेताओं ने ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से कहा कि, ‘100 हत्याएं करवाकर दीदी हज को चली’.
संबित पात्रा ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि, ‘बीते एक हफ्ते में 26 राजनीतिक हत्याएं बंगाल में हुई हैं लेकिन किसी ने कोई एक्शन तक नहीं लिया. ममता बनर्जी को इन्हें रोकना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बीरभूम में जहां निर्मम हत्याएं हुई हैं, वहां की महिलाएं कह रही थीं, कि घटना के बाद पुलिस नदारद थी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि प्रशासन को निर्देश मिला था कि पुलिस को वहां पहुंचने नहीं देना है. इसीलिए वहां एंबुलेंस तक नहीं पहुंचने दी गई.’ संबित पात्रा ने कहा कि, ‘इस घटना पर पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट जो मीडिया ने प्रकाशित की हैं, वो बताती है कि मारी गई महिलाओं और बच्चों को जलाने से पहले उन्हें बड़ी बरबरता पूर्वक मारा-पीटा गया था. इतना सब होने के बावजूद सीएम ममता बनर्जी का बीरभूम जाना ठीक वैसा है जैसे 900 चूहे खाकर मानों ‘दीदी’ हज को गई हों.’
वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री को यहां के लोगों के साथ बैठ कर उनकी बात सुननी चाहिए थी। मुझे भी यहां आने से रोका गया था, मैंने 2 घंटे धरना दिया तब जाकर मुझे यहां आने की इजाजत मिली. ये किसी के बाप का रास्ता है क्या? ममता बनर्जी के पिता जी की संपत्ति है क्या?’ चौधरी ने आगे कहा कि, ‘यहां के लोग सरकार पर भरोसा नहीं करते हैं, इसलिए हमने आर्टिकल 355 की मांग की है, हम इसके लिए कोर्ट में भी गए. हमारी मांग है कि CBI की जांच हो. बंगाल की मुख्यमंत्री आज यहां पिकनिक करने आईं थीं. हेलिकॉप्टर से आईं यहां खाना खाया और चली गईं.’