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Maharashtra Politics: आम आदमी पार्टी ने पिछले 10-12 सालों में देश में जो रसूख बनाया है, इतने कम समय में एक स्थानीय पार्टी से राष्ट्रीय राजनीतिक बनना वाकई में काबिले तारीफ है. इस एक दशक में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लगातार तीसरी बार और पंजाब में सरकार बनाई है. गोवा में भी उनके पास सीटें हैं. आगामी हरियाणा चुनाव में भी पंजाब की सत्ताधारी पैठ का असर देखने को मिलना तय है. आम चुनाव में भलें ही पार्टी कुछ न कर पायी हो लेकिन विधानसभा चुनावों में पार्टी पूरे जोश के साथ उतर रही है. हाल में पार्टी ने महाराष्ट्र चुनावों में उतरने का ऐलान किया है. कांग्रेस के साथ दिल्ली में आम चुनाव में उतरने वाली आप का गठबंधन से दूर रहना तय है. ऐसे में महाराष्ट्र में सत्ताधारी महायुति सरकार और विपक्षी दल महाविकास अघाड़ी को आम आदमी पार्टी से भी मुकाबला करना पड़ेगा.

 आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि पार्टी सिर्फ मुंबई की 36 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. हालांकि महाराष्ट्र से पार्टी का ज्यादा नाता नहीं रहा है. यहां भारतीय जनता पार्टी, एनसीपी, शिवसेना, उद्धव ठाकरे समर्थित शिवसेना, शरद पवार समर्थित एनसीपी, मनसे और कांग्रेस जैसी आधा दर्जन से अधिक मजबूत पार्टियां पहले से मौजूद हैं. अन्य स्थानीय पार्टियों एवं निर्दलीय उम्मीदवारों की गिनती भी ज्यादा है. ऐसे में आप आदमी पार्टी इन सब से किस तरह से ​मुकाबला करेगी, यह देखने वाली बात होगी.

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 इस बीच आम आदमी पार्टी की मुंबई अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने कहा कि आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. महाराष्ट्र में हमारा वोट बैंक बहुत मजबूत है. इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने तैयारी भी शुरू कर दी है. इस मौके पर आप की मुंबई अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने कहा, ‘आप भारत गठबंधन का एक मजबूत हिस्सा है. हालांकि, भारत गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था और उसमें भी हमारी जीत हुई थी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक अलग विषय है. यह स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाएगा.’ मेनन ने आगे कहा कि महाराष्ट्र को कल्याणकारी सरकार की जरूरत है. इसलिए आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है.

 महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी इंडिया अलायंस में रहकर चुनाव लड़ेगी या अकेले, इसको लेकर भी आप की तरफ से रुख साफ कर दिया गया है. आप का मुंबई के दंगल में अकेले उतरना तय है. इस साल लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी ने पंजाब को छोड़कर बाकी राज्यों में इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर लड़ा था. हालांकि इसका कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिला है. वहीं अब आगामी समय में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में आप अलग-अलग चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने ऐलान किया है कि हरियाणा और दिल्ली में भी आप किसी से गठबंधन नहीं करेगी.

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गौरतलब है कि इस साल के अंत में अक्टूबर में महाराष्ट्र 288 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने प्रस्तावित हैं. राज्य में मुख्य मुकाबला इंडिया गठबंधन के महाविकास आघाड़ी (MVA) और एनडीए के महायुति के बीच होगा. एमवीए में जहां कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी एसपी मुख्य दल हैं. महायुति में बीजेपी, शिवेसना शिंदे गुट और अजित पवार गुट की एनसीपी है. अब देखना ये होगा कि मुंबई की सभी 36 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल महायुति के सत्ता रिपीट करने और महाविकास अघाड़ी की सत्ता वापसी की उम्मीदों पर किस तरह से झाडू फेर पाते हैं.

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