Politalks.News/Bihar. शराबबंदी को लेकर बिहार (Bihar) की राजनीति गरमाई हुई है. एक तरफ जहां बिहार की नीतीश कुमार (Nitish kumar) सरकार शराबबंदी को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है तो वहीं इसे लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. सरकार ड्रोन, हेलिकॉप्टर, मोटरबोट के बाद स्निफर डॉग को भी शराब ढूंढने के काम में लगाने की तैयारी में है. सरकार की तरफ से शराब तस्करों पर हर तरह के नकेल कसी जा रही है. लेकिन एक के बाद एक शराबियों के हुड़दंग ने नीतीश सरकार (Nitish Goverment) में कार्यरत अधिकारीयों की नींद उड़ा रखी है. ऐसा ही एक मामला नालंदा जिले के रहुई प्रखंड में देखने को मिला. जहां एक शराबी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक जनसभा में जमकर नौटंकी की और पुलिसवालों को गाली देने लगा. इस शराबी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने कहा कि, ‘सरकार केवल और केवल शराब खोजने की नौटंकी कर रही है’.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नालंदा जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान एक अजीब वाक्या देखने को मिला. नालंदा जिले के रहुई प्रखंड में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनसभा एक शराबी पहुंच गया और पुलिसवालों को जमकर गाली देने लगा. शराबी के हंगामा करने के एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. होली के रंग में रंगा नशे में टल्ली शराबी पुलिस को खुलेआम गाली गलौज देते हुए सभा स्थल में घुस गया.
अब इसे लेकर सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘मुख्यमंत्री के पास सबूत खुद चलकर पहुँचा है. इसलिए कहता हूँ बिहार में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है. ड्रोन, हेलिकॉप्टर एवं स्पेशल प्लान और प्लेन से भी शराब खोजने की नौटंकी हो रही है लेकिन यहाँ शराबी आसानी से मुख्यमंत्री जी की सभाओं में जश्न मनाते है.’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जन संवाद कार्यक्रम में घुसे शराबी ने सूबे में शराबबंदी के दावों की पूरी पोल खोलकर रख दी. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे को लेकर चप्पे चप्पे पर सुरक्षा कर्मी तैनात थे बावजूद इसके शराबी सभा में पहुंच गया. जो कि सीएम की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े करता है. वहीं दूसरी तरफ सूबे की नीतीश सरकार बिहार में शराबबंदी को सशक्त बनाने और पकड़े गए लोगों का मामला न्यायालय में जल्द से जल्द निपटारे के लिए बिहार सरकार ने शराबबंदी कानून में एक बार फिर से संशोधन का निर्णय लिया है. इस संशोधन को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब बिहार मद्य निषेध और उत्पाद संशोधन विधेयक- 2022 विधानसभा में सोमवार को पेश होगा.
बिहार में नीतीश कुमार सरकार शराबबंदी को लेकर बैकफुट पर है. विपक्ष सहित सहयोगी भी कई बार शराबबंदी के मुद्दे को लेकर सरकार को घेर चुके हैं. ऐसे में अब सरकार कानून में संशोधन करने की तैयारी में है. अब राज्य में शराब पीते या शराब के नशे में पकड़े गए व्यक्ति को जुर्माना का भुगतान करने पर छोड़ा जा सकता है. पर जुर्माना नहीं चुकाने की सूरत में एक माह के साधारण कारावास की सजा होगी.
राज्य सरकार शराब की तलाशी के लिए स्नीफर डॉग की सेवाएं लेने वाली है. मद्य निषेध विभाग ने इन्हें भाड़े पर लेने का फैसला किया है. इसके लिए निविदा जारी कर दी गई है. इन स्नीफर डॉग को सरकार जिलों और चेकपोस्टों पर तैनात करेगी. इनका वाहनों से शराब ढूंढ़ने में उपयोग किए जाएगा. इसके लिए इन्हें बकायदा खास तौर से प्रशिक्षित किए जाने की योजना है.