Politalks.News/UttarPradesh. जैसे जैसे उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव पास आने लगे हैं बीजेपी को भगवान राम की याद भी सताने लगी है. ऐसे में यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं. भाजपा चुनाव से पहले समाज के हर वर्ग और जाति को जोड़ने के लिए पार्टी सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन कर रही है. इसी कड़ी में गुरूवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए सम्मलेन में मुख्यमंत्री योगी को भगवान राम की याद आ ही गई. इस सम्मलेन के दौरान मंच से सीएम योगी ने सपा सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जो, ‘भगवान राम के ना हो सके वो किसी के नहीं हो सकते’
अग्रवाल समाज की ओर से आयोजित इस सम्मलेन में शिरकत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘अगर 2 नवंबर 1990 को प्रदेश में भाजपा की सरकार होती, तो उस वक्त अयोध्या में कोई भी राम भक्तों पर गोली चलाने की हिम्मत नहीं कर सकता था. जो राम द्रोही थे, उन्होंने वोट बैंक के लिए निर्दोष कार सेवकों पर गोली कांड करने का दुस्साहस किया. जिन लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया, उन्हें समाज ने इतिहास के गर्त में डालने में भी संकोच नहीं किया’.
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सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘आज अगर आप देखोगे तो शारदीय नवरात्र, रामलीला का मंचन सफलतापूर्वक हो रहा है और ऐसा तब हो रहा है, जब भाजपा की सरकार है. नहीं तो राम मंदिर के लिए आंदोलन करना पड़ता था. हमें हमेशा याद रखना होगा कि जो राम के नहीं हो सकते, वो हमारे भी किसी काम के नहीं हो सकते’. सम्मेलन में मौजूद जनता से सवाल पूछते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘क्या राम मंदिर का निर्माण, कांग्रेस, सपा या बहन जी करतीं?’ उन्होंने कहा कि, ‘आज भारत सौ करोड़ लोगों को मुफ्त वैक्सीन देने वाला दुनिया का एकमात्र देश बना है’.
वहीं कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए से सीएम योगी ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘ये कोई पहली महामारी नहीं है लेकिन दुर्भाग्य से कोरोना की बीमारी कांग्रेस सरकार में आई होती, तो दोनों भाई-बहन इटली भाग गए होते’. वहीं सपा पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘अगर समाजवादी पार्टी में यह बीमारी आई हुई होती, तो चाचा-भतीजे में होड़ होती कि कौन किसी माफिया को कितना फायदा पहुंचा दे, दोनों के बीच ठेका दिलवाने की होड़ लग जाती. आज कोरोना वैक्सीन को मोदी वैक्सीन, बीजेपी वैक्सीन बताने वाले क्या ये लोग माफी मांगेंगे? क्योंकि ये चाहते थे कि लोग मरें, धन-जन की हानि हो, अराजकता फैले, लेकिन इस देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐसा बिलकुल भी नहीं होने पाया’.
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वहीं हाल ही में कन्हैया कुमार की कांग्रेस में हुई एंट्री का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने तंज कसा और कहा कि, ‘हमें विपक्षी नेताओं से सावधान रहना होगा. आपने अभी देखा होगा कि एक देशद्रोही एक पार्टी के नेता से मिले थे जो कि भारत के टुकड़े करने की बात कहने वाले एक पार्टी से हाथ मिला रहे हैं’. सीएम योगी ने कहा कि,’ पिछले साढ़े 4 साल में आपने देखा होगा कि सत्ता की सरपरस्ती से जो माफिया तांडव करते थे, आज उन पर कार्रवाई हो रही है, और मैं उन लोगों से ये साफ़ कर देता हूँ कि उन्होंने किसी गरीब परिवार को परेशान करने की कोशिश की तो ये वो सरकार है जो उनपर बुलडोजर चलने से भी पीछे नहीं हटेगी. आज इसी वजह से सरपरस्तों को परेशानी हो रही है. उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों के लिए नीति किसी से छिपी नहीं है. इसी वजह से कोई दंगा नहीं हुआ, नहीं तो कोसीकलां से दूसरे कोने तक दंगे होते थे’.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘अगर आज हम जाति के नाम पर विभाजित होंगे, तो दंगाई मजबूत होंगे. हमको विपक्ष के इस मंसूबे को सफल नहीं होने देना है और यही आज की सबसे बड़ी जरूरत भी है. पहले भारत को दुनिया की ताकतें आंखें दिखाती थीं. चीन और पाकिस्तान घुसपैठ करते थे. और सरकारें कहती थीं कि कुछ मत बोलो, संबंध खराब हो जाएंगे. यानी देश की कीमत पर वह लोग अपने संबंधों को बनाने का काम करते थे. आज भारत की तरफ कोई नजर भी टेढ़ी करता है, तो भारत सर्जिकल स्ट्राइक कर देता है’.
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खैर धीरे-धीरे भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने पुराने ढर्रे पर वापस आ गए हैं. क्योंकि उन्हें पता है कि विपक्ष को बदनाम कर के और भगवान राम का जिक्र किये बिना उनकी राजनीति अधूरी सी लगती है. यूपी में धीरे-धीरे अब भगवान राम की एंट्री शुरू हो चुकी है. बीजेपी हमेशा से देश भर में भगवान राम, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर ही राजनीति करती आई है. और हो भी क्यों न क्योंकि इस देश में धर्म, समाज, जाती से ऊपर उठकर कोई भी राजनीति करना ही नहीं चाहता. खैर ये तो आम जनता को समझना चाहिए की उन्हें इसी तरह की राजनीति करनी है या फिर देश को आगे ले जाने की और कदम बढ़ाना है.