खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया, उनके साथ अन्याय व अत्याचार बर्दाश्त नहीं- हरीश चौधरी

जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने में बायतु विधायक हरीश चौधरी समर्थन देने के लिए पहुंचे, इस दौरान उन्होंने कहा- पहलवान पूरे देश के होते हैं और पहलवान की कोई जाति, धर्म और क्षेत्र नहीं होता है,इस मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई?आरोपों की गंभीरता को देखते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख को इस्तीफा दे देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए. हमें सुप्रीम कोर्ट से काफी उम्मीदें हैं.

harish choudhary
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Wrestlers got the support of Chaudhary: राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने में अचानक से विपक्षी दलों के नेताओं के पहुचने का सिलसिला शुरू हो गया है. पहलवानों के धरने को समर्थन देने के लिए आज पंजाब कॉंग्रेस प्रभारी, राजस्थान सरकार में पूर्व राजस्व मंत्री एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी जंतर मंतर पर पहलवानों के विरोध में शामिल हुए.

जंतर मंतर पर भारत के स्टार पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनियां और साक्षी मलिक सहित कई पहलवान पिछले काफी समाज से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और पहलवानों को धमकाने के आरोपों को लेकर जंतर मंतर पर धरने पर बैठे है. इनके समर्थन एवं धरने में साथ देने के लिए हरीश चौधरी आज जंतर मंतर पर चल रहे धरना स्थल पर पहुँचे. इस दौरान हरीश चौधरी ने देश का नाम ऊंचा करने वाले पहलवानों की मांगों और विरोध का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से न्याय दिलाने की मांग की.

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विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि पहलवान पूरे देश के होते हैं और पहलवान की कोई जाति, धर्म और क्षेत्र नहीं होता है. चौधरी ने कहा कि हमने हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन किया है. इससे पहले हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था और राज्य सरकार ने उन्हें बचाने की कोशिश की थी. बृजभूषण के मामले में भी ऐसा ही किया जा रहा है, जिसे केंद्र सरकार का समर्थन प्राप्त है.

विधायक चौधरी ने केंद्र सरकार व दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई? चौधरी ने कहा कि हमने अपने बच्चों का समर्थन किया है और हमें उन पर विश्वास है, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है. पहलवानों को धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा है. आरोपों की गंभीरता को देखते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख को इस्तीफा दे देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए. हमें सुप्रीम कोर्ट से काफी उम्मीदें हैं.

बता दें, बीते काफी समय से पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाकर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हुए है.

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