बॉलीवुड अभिनेत्री और बच्चन परिवार की बहु ऐश्वर्या राय बच्चन पर बयानबाजी राहुल गांधी पर भारी पड़ती दिख रही है. इस बयानबाजी के बाद अब कांग्रेस सांसद बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं. हालांकि मामले पर ऐश्वर्या राय अभी चुप हैं लेकिन इस मामले पर बीजेपी चहूं ओर से राहुल गांधी को घेरने का प्रयास कर रही है. मामला अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ा है. हालांकि अयोध्या में हुए उस कार्यक्रम में ऐश्वर्या शामिल नहीं हुई थी जबकि राहुल गांधी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ऐश्वर्या राय की मौजूदगी का जिक्र किया था.
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि वह (राहुल गांधी) ऐश्वर्या राय बच्चन के खिलाफ टिप्पणी करते हैं, जिनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. प्रियंका चुप क्यों हैं? क्या वह भी शर्मिंदा हैं? अपने ही सांसद के परिवार के खिलाफ हो रही बयानबाजी पर समाजवादी पार्टी क्यों कुछ नहीं कह रही है. बता दें कि सपा ने जया बच्चन को फिर राज्यसभा का टिकट दिया है.
यह भी पढ़ें: क्या राहुल गांधी स्वीकार करेंगे स्मृति ईरानी का ‘अमेठी’ चैलेंज?
बीजेपी ने इसी मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर भी सवाल किए हैं. उनसे पूछा गया है कि क्या वह इस पर कुछ बोलेंगे. बीजेपी की ओर से कहा गया है कि सिद्धारमैया जी, जैसा कि आपके बॉस लगातार एक कन्नड़ नागरिक का अपमान कर रहे हैं, तो क्या आप कन्नड़ गौरव को बरकरार रखेंगे और ऐसे अपमान के खिलाफ कुछ बोलेंगे या अपनी सीएम की कुर्सी बचाने के लिए चुप्पी साधे रहेंगे. मामले में प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए हैं.
कुछ इस तरह का है मामला –
दरअसल, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भाषण देते हुए कहा था कि क्या आपने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह देखा? क्या वहां एक भी ओबीसी चेहरा था? वहां अमिताभ बच्चन थे, ऐश्वर्या राय थीं और नरेंद्र मोदी थे. राहुल गांधी आगे कहा कि जो लोग देश की 73 फीसदी आबादी हैं, कार्यक्रम के दौरान कहीं नहीं दिखे. भाजपा कभी नहीं चाहेगी कि वे देश की कमान संभालें. यहां ओबीसी चेहरे का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने एक बार फिर से बहस छेड़ दी है. वहीं ऐश्वर्या की उस धार्मिक कार्यक्रम में उपस्थिति भी नगण्य रही थी.
गौरतलब है कि 22 जनवरी को अयोध्या में हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राजनीति गजत, फिल्म, खेल, कारोबारी समेत कई क्षेत्रों की बड़ी हस्तियां शामिल हुईं थीं. कांग्रेस को भी इस कार्यक्रम का न्योता दिया गया था, लेकिन पार्टी ने इसे अस्वीकार कर दिया था. कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी गठबंधन के बड़े दलों ने कार्यक्रम से दूरी बनाई थी. इस बात पर कांग्रेस में अंदरखाने पर कई टकराव हुए थे. हालांकि बाद में मामला शांत पड़ गया था.