इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड का सच जल्द बाहर आ सकता है. हरियाणा सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की हामी भरी है. हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेस ने सरकार से हाईकोर्ट के जज या सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. राठी की हत्या की जांच सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को सौंपी जाएगी. परिवार ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को 7 दिन का टाइम भी दिया है. वहीं मामले में पुलिस ने बहादुरगढ़ से पूर्व विधायक नरेश कौशिक सहित सात बीजेपी नेताओं पर हत्या का मामला दर्ज किया है.
राठी की 25 फरवरी की शाम को हत्या कर दी गई थी. राठी की कार बहादुरगढ़ के पास बराही रेलवे फाटक बंद होने की वजह से रुके थे. तभी दूसरी कार में हमलावर आए और उन्होंने राठी पर 40 से 50 राउंड गोलियां चलाईं. इसके बाद वे सोनीपत की तरफ फरार हो गए. घटना के बाद राठी के ड्राइवर ने एक बयान देते हुए कहा कि हमलावरों में से एक ने कहा, ‘तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं. इसके घर पर बता देना कि नरेश कौशिक, कर्मवीर राठी, रमेश राठी,सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल व कमल के खिलाफ कार्ट में सारे परिवार को मार देंगे.’
यह भी पढ़ें: मायावती को जोर का झटका: बसपा का साथ छोड़ने की तैयारी में 10 सांसद!
नफे सिंह राठी के हत्या से पहले का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है. बहादुरगढ़ में नफे सिंह राठी की हत्या से पहले बदमाश CCTV कैमरे में सफेद रंग की कार में दिखाई दिए. बदमाश सफेद रंग की कार HR-51BV 1480 में दिख रहे हैं. ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठा हमलावर फोन पर बात करता हुआ दिखाई दे रहा है.
पुलिस को शक है कि जिस तरह परफेक्ट प्लानिंग से मर्डर किया गया, उसमें किसी गैंग का हाथ हो सकता है. यह कॉन्ट्रैक्ट (सुपारी) किलिंग भी हो सकती है. इसकी जांच के लिए एक टीम गुपचुप तरीके से तिहाड़ जेल में कुछ गैंगस्टरों से पूछताछ करने पहुंची है. दूसरे राज्यों में जाकर भी इसकी जांच की जा रही है.
पुलिस ने राठी के भांजे संजय की शिकायत पर बीजेपी के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे सतीश नंबरदार, राहुल, कमल और गौरव के खिलाफ हत्या समेत 8 धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है.