पॉलिटॉक्स ब्यूरो. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच की अदावत किसी से छिपी नहीं है. हाल में सिंधिया के कांग्रेस के मेनिफेस्टो में किए वादों के पूरा न होने पर सड़कों पर उतरने की बात कहने पर कमलनाथ नाराज हो गए थे. इस बारे में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मध्य प्रदेश के सीएम ने कहा कि उनसे कैसे नाराजगी. जब मैं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से नाराज नहीं हुआ तो उनसे (सिंधिया) कैसे नाराज हो सकता हूं. उन्होंने ये भी कहा कि मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता.
बड़ी खबर: कांग्रेस के मेनिफेस्टो का एक भी वादा अधूरा रहा तो मैं खुद उतरूंगा सड़कों पर-ज्योतिरादित्य सिंधिया
सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘मैं ग्वालियर के पूर्व राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य से नाराज नहीं हूं. मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता. जब मैं पूर्व सीएम और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान से कभी नाराज नहीं होता तो मैं कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से कैसे नाराज हो सकता हूं?’ सिंधिया से चल रही उनकी तकरार पर पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा कि कौन सी बात चल रही है. अगर वो (सिंधिया) कह रहे हैं तो मैंने जो कहना था, कह दिया. उसमें कौन सी बड़ी बात है.
बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीते रविवार को टीकमगढ़ जिले में अतिथि शिक्षकों द्वारा नियमितीकरण की मांग को लेकर किए गए हंगामे के बीच कहा था कि कांग्रेस के वचनपत्र को हर हाल में पूरा किया जाएगा, और जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरेंगे. सिंधिया के ‘मैं आपकी तलवार भी बनूंगा और ढाल भी’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि जिसे सड़क पर उतरना हो उतर जाए. इस बाबत कमलनाथ की कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से शिकायत किए जाने की खबर भी सामने आई थी. शनिवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा समन्वय समिति की बैठक में भी सिंधिया बैठक को बीच में छोड़कर चले गए. वहीं कमलनाथ भी सिंधिया को लेकर सख्त दिखे थे.
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सीएम कमलनाथ ने यह बयान देकर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान पर भी तंज कसा है जिसमें उन्होंने कहा था कि एमपी में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है. शिवराज सिंह ने सोमवार को एक बयान देते हुए कहा कि, “कांग्रेस के एक नेता कहते हैं हम सड़कों पर उतर जाएंगे तो मुख्यमंत्री कहते हैं कि उतर जाएं हम भी देख लेंगे.” शिवराज ने कहा कांग्रेस ने प्रदेश को कुश्ती का अखाड़ा बना दिया है. एक-एक ईंट रखकर हमने प्रदेश बनाया था पर कांग्रेस इसे बर्बाद कर रही है.
वहीं सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच चल रही तनातनी की खबरों को सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने कोरी अफवाह बताया. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सब ठीक है. प्रदेश के बड़े नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ सब एक हैं. उन्होंने कहा कि सिंधिया अतिथि शिक्षकों के लिए चिंतित हैं और हमारी सरकार अतिथि विद्वान की समस्याओं को दूर करने के काम मे लगी हुई है, कई अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति दे दी भी गयी है.