नीलकंठ बने पायलट जब जहर उगलेंगे तो गहलोत सरकार के तबाह होने की प्रबल हो जायेगी…- राठौड़

कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने सचिन पायलट के धैर्य की तारीफ क्या कर दी, इससे गुस्साए मुख्यमंत्री जी पायलट जी के सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाकर सीधे-सीधे कांग्रेस नेतृत्व को ही चुनौती दे डाली- राजेन्द्र राठौड़

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Politalks.News/Rajasthan/Gehlot/Pilot/Rathod. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार पर आए सियासी संकट के बीच 2020 में गहलोत सरकार पर आए सियासी संकट के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मिले होने को लेकर दिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद से प्रदेश की सियायत जबरदस्त गरमा गई है. सीएम गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि अब हदें पार हो गई हैं, जब मुख्यमंत्री जी ने केन्द्रीय मंत्री जी के सहारे से अपने धुर विरोधी सचिन पायलट को निशाने पर लेकर सरकार गिराने के षड्यंत्र का मुख्य सूत्रधार ही बता दिया. अगर मुख्यमंत्री जी के पास प्रमाण हो तो सचिन पायलट के विरुद्ध एसीबी में दायर 3 मुकदमों पर कार्रवाई क्यों नहीं करवाते?

यही नहीं दिग्गज बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने पायलट के बहाने सीएम गहलोत पर बड़ा निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने सचिन पायलट के धैर्य की तारीफ क्या कर दी, इससे गुस्साए मुख्यमंत्री जी पायलट जी के सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाकर सीधे-सीधे कांग्रेस नेतृत्व को ही चुनौती दे डाली. राठौड़ ने कहा नीलकंठ बने हुए पायलट जब जहर उगल जायेंगे तो सरकार के तबाह होने की संभावना प्रबल हो जायेगी.

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इसके साथ ही उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी ने 5 साल से ज्यादा समय तक कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट जी को कभी नकारा, निकम्मा व गद्दार कहा तो कभी बिना रगड़ाई के पद पाने पर तंज कसा. अब कांग्रेस का अंंर्तद्वंद्व और अपमान की राजनीति चरम पर है.

दरअसल, बीते रोज शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट और प्रदेश में सियासी संकट के समय हुए फ़ोन टैपिंग प्रकरण से जुड़े एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर कहा था कि कानून अपना काम कर रहा है. वह काफी समय से बचते रहे. आखिर में कोर्ट की ओर से उन्हें नोटिस सर्व हो ही गया. इनको वॉइस सैंपल देने में तकलीफ क्या है? वे स्वीकार कर चुके हैं कि ये इनकी वॉइस है. लोकेश शर्मा के खिलाफ जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है, उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है. आप सरकार गिराने के प्रयास का मुख्य किरदार थे. सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं. आपने खुद सरकार गिराने का षड्यंत्र किया. अब आप सचिन पायलट का नाम ले रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने चूक कर दी. इसके बाद तो और प्रूफ हो गया, आपने खुद ठप्पा लगा दिया कि आप उनके साथ मिले हुए थे.

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