Politalks.News/Rajasthan. बीजेपी के चाणक्य माने जाने वाले देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah in Rajasthan) बीते दो दिन शनिवार-रविवार को प्रदेश के दौरे पर रहे. इस दौरान अमित शाह ने रविवार को राजधानी जयपुर में JECC में आयोजित हुई बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति (BJP Working Committee) में भाग लिया और प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. अब बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने जोरदार पलटवार किया है. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मुझे आश्चर्य हो रहा है कि अमित शाह जी को ये हो क्या गया है? वो राजस्थान आकर अनर्गल बातें कर रहे हैं, लगता है प्रदेश भाजपा ने उन्हें सत्य से अवगत नहीं करवाया या फिर उनमें अमित शाह जी को सत्य बताने की हिम्मत नहीं है अथवा उनका जानबूझकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास है.’
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि, ‘कोविड के दौरान राजस्थान आम आदमी को राहत दिलाने में सबसे आगे रहा है. अमित शाह जी को मालूम होना चाहिए था कि कोविड के दौरान प्रदेश सरकार ने 1866 करोड़ रुपये वहन कर 33 लाख परिवारों को 5500 रुपये प्रति परिवार दिए. कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों और विधवा हुई महिलाओं के लिए सरकार ने विशेष पैकेज जारी किया. अनाथ बच्चों को एक लाख रुपये तत्काल एवं 18 वर्ष का होने पर पांच लाख की सहायता, 18 वर्ष की आयु तक 2500 रुपये पेंशन, 2000 रुपये प्रति वर्ष स्कूल ड्रेस एवं किताबों के लिए दिए गए हैं. विधवा महिलाओं को 1 लाख रुपये तत्काल एवं 1500 रुपये प्रतिमाह पेंशन तथा उनके बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है.’
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सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘कोविड से अनाथ हुए बालकों और विधवा हुई महिलाओं के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की गई जिसमें 96 करोड़ रुपये वहन कर 167 अनाथ बच्चों, 8049 विधवा महिलाओं एवं 5485 विधवा महिलाओं के बच्चों को सहायता जारी की गई है. जबकि मोदी सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए जो पैकेज जारी किया है उसमें तुरंत कोई सहायता नहीं दी गई है. 18 साल का होने पर अनाथ बच्चों को सहायता मिलेगी जबकि विधवा महिलाओं के लिए किसी सहायता का प्रावधान नहीं है.’
अमित शाह द्वारा कोविड के दौरान केन्द्र द्वारा भेजे गए वेन्टीलेटर्स को लेकर गहलोत सरकार पर लगाए गए आरोप पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘अमित शाह जी को पीएम केयर वाले वेंटिलेटर्स का मुद्दा उठाने की बजाय ये जवाब देना चाहिए था कि मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले ये खराब वेंटिलेटर केन्द्र सरकार ने किससे खरीदे? राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश समेत तमाम राज्यों ने इन वेंटिलेटर्स के खराब होने की शिकायत की. ये आज तक सामने नहीं आया कि इन खराब वेंटिलेटर्स को बनाने वालों का क्या हुआ?’
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वहीं अमित शाह द्वारा सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में होने के आरोप पर जवाब देते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘पेट्रोल-डीजल पर हमारी सरकार ने 29 जनवरी को 2% वैट कम किया जब किसी अन्य राज्य ने नहीं किया था. तब प्रदेश सरकार को 1000 करोड़ की राजस्व हानि हुई. केन्द्र सरकार द्वारा 2 नवंबर को एक्साइज ड्यूटी कम करने से भी प्रदेश को 1800 करोड़ रुपये की राजस्व हानि हुई. जनहित में 16 नवंबर को पुन: डीजल पर 5 रुपये एवं पेट्रोल पर 4 रुपये वैट कम किया जिससे प्रदेश सरकार को 3500 करोड़ रुपये की राजस्व हानि हुई. प्रदेश सरकार को पेट्रोल-डीजल के दाम करने से अभी तक 6300 करोड़ की राजस्व हानि हो चुकी है फिर भी हमारी मांग है कि केन्द्र सरकार पेट्रोल के दाम 10 रुपये एवं डीजल के दाम 15 रुपये कम करे जिससे आमजन को राहत मिल सके.’ सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘पेट्रोल-डीजल को 100 रुपये से अधिक ले जाने वाली मोदी सरकार के गृह मंत्री को इस मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का कोई हक नहीं है.’
इसी प्रकार ऑक्सीजन प्लांट्स को लेकर अमित शाह द्वारा गहलोत सरकार पर लगाए गए आरोप का जवाब देते हुए सीएम अशोक गहलोत ने लिखा कि, ‘अमित शाह जी ने ऑक्सीजन प्लांट को लेकर झूठ बोला. उन्हें केन्द्र सरकार में आवासन और शहरी कार्य सचिव शंकर मिश्र द्वारा सभी राज्यों की बैठक में राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेश की लंबी दूरियों के बावजूद सभी 51 ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने पर की गई सराहना को सुनना चाहिए और सत्य जानना चाहिए.’