Wednesday, January 15, 2025
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कितना सही है मुख्यमंत्री पर राज्यपाल का मानहानि का मुकदमा, क्या है मामला?

देश में पहली बार एक गवर्नर ने किया एक मुख्यमंत्री पर मानहानि का केस, दोनों के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान अब खुलकर आयी सामने, उप राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की अपील

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पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस आमने सामने हो चुके हैं. एक तरफ जहां तृणमूल सरकार के दो विधायकों के राजभवन की जगह विधानसभा में शपथ लेने का समर्थन करते हुए सीएम ममता ने राज्यपाल को घेरा. वहीं राज्यपाल बोस ने ममता बनर्जी पर मानहानि का मामला दर्ज कराया है. यह पहली बार है कि किसी राज्य के राज्यपाल ने किसी मुख्यमंत्री पर मानहानि का केस किया हो. बोस ने ममता सहित कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट में केस दर्ज कराया. राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच अंदरखाने चल ही खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है. ममता ने एक दिन पहले राजभवन में कथित तौर पर हो रही अनैतिक गतिविधियों को लेकर राज्यपाल को घेरा था. अब विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ से हस्तक्षेप की मांग की है. स्पीकर ने राष्ट्रपति को भी मामले से अवगत कराया है.

यह भी पढ़ें: ‘…लड़किया वहां जाने से डरती है’ – ममता बनर्जी ने राज्यपाल पर बोला हमला

मानहानि का मामला देश में पहली बार

देश में पहली बार राज्यपाल ने सीएम पर मानहानि का केस किया है. मानहानि का मामला राज्य की सीएम ममता बनर्जी की अनैतिक टिप्पणी के वजह से किया गया है. ममता ने कहा था कि महिलाओं ने उनसे शिकायत की है कि वे राजभवन की गतिविधियों की वजह से वहां जाने से डरती हैं. वहीं राज्यपाल ने याचिका में कहा है कि घटना राजनीति से प्रेरित थी. पुलिस ने महिला को भड़काया और वीडियो बनाने के लिए प्रेरित किया. बता दें कि लोकसभा चुनाव के बीच 2 मई को राजभवन की अस्थायी महिलाकर्मी ने राज्यपाल पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. ममता सरकार ने जांच पुलिस को सौंपी थी. वहीं राज्यपाल ने राजभवन में पुलिस के प्रवेश पर रोक लगा दी.

गवर्नर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो केस

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के खिलाफ दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज कराए हैं. राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर राजभवन की महिला कर्मी ने 2 मई को यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. उसने मामले को लेकर हरे स्ट्रीट थाने में लिखित शिकायत दी. महिला का आरोप है कि वो 24 मार्च को स्थायी नौकरी का निवेदन लेकर राज्यपाल के पास गई थी. तब राज्यपाल ने बदसलूकी की. एक बार फिर से यही घटना हुई तो महिला राजभवन के बाहर तैनात पुलिस अधिकारी के पास शिकायत लेकर गई.

इससे पहले एक ओडिसी क्लासिकल डांसर ने राज्यपाल बोस के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट का मामला दर्ज कराया था. उन पर दिल्ली के एक 5 स्टार होटल में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. शिकायत अक्टूबर 2023 में दर्ज कराई गई थी. ओडिसी डांसर ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह विदेश यात्रा से जुड़ी दिक्कतों को लेकर राज्यपाल से मदद मांगने गई थी.

राज्यपाल ने किया सभी आरोपों का खंडन

राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महिला के आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा, ‘ये मुझे बदनाम करने की साजिश है. मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं. सत्य की जीत होगी. उन्होंने आगे कहा कि मैं बनावटी नरेटिव से डरने वाला नहीं. कोई मुझे बदनाम करके चुनावी फायदा चाहता है तो भगवान भला करे. मैं भ्रष्टाचार-हिंसा के खिलाफ लड़ाई नहीं रोक सकता.’

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