वक्फ कानून पर हंगामा जारी, मुस्लिम समाज का देशव्यापी ‘लाइट बंद करो’ अभियान आज से

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा वक्फ कानून पर गतिरोध जारी, कानून को असंवैधानिक बताते हुए देशभर में किया जाएगा 'लाइट बंद करो' अभियान, 7 मई को दिल्ली में होगा बड़ा प्रदर्शन

Waqf Law Protest
Waqf Law Protest

देश में लागू नए वक्फ कानून पर देशभर में हंगामा अभी जारी है. मुस्लिम समाज शुरूआत से ही इस कानून के खिलाफ रहा है. इसी कड़ी में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) नए वक्फ कानून को असंवैधानिक बताते हुए इसके विरोध में बुधवार को देशव्यापी ‘लाइट बंद करो’ अभियान के तहत प्रदर्शन करने जा रहा है. इसके तहत आज रात 9 बजे देशभर में लोग अपने घरों, दफ्तरों, और फैक्ट्रियों में आधे घंटे के लिए लाइट बंद कर ‘ब्लैकआउट’ के जरिए प्रतीकात्मक विरोध किया जाएगा. बोर्ड ने संगठन ने रात 9 बजे से 9:15 बजे तक लोगों को घर-दुकान और ऑफिस में लाइट ऑफ करने की अपील की है. मुस्लिम बोर्ड ने कहा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण किया जाएगा.

 AIMPLB का कहना है कि वक्फ कानून अन्यायपूर्ण, अलोकतांत्रिक और इस्लामी सिद्धांतों के खिलाफ है. यह मुस्लिम समुदाय के अधिकारों और धार्मिक संपत्तियों में सरकार की दखलअंदाजी को बढ़ावा देगा. यह सिर्फ एक समुदाय का नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र का मुद्दा है. सरकार जब तक कानून को वापस नहीं लेती, शांतिपूर्ण विरोध जारी रहेगा.

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गौरतलब है कि AIMPLB के ‘वक्फ बचाव अभियान’ का पहला फेज 11 अप्रैल से शुरू हुआ, जो 7 जुलाई यानी 87 दिन तक चलेगा. इसमें वक्फ कानून के विरोध में एक करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे जाएंगे. इसके बाद अगले फेज की रणनीति तय की जाएगी. बोर्ड के मुताबिक आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक विधेयक पूरी तरह निरस्त नहीं हो जाता. मुस्लिम समाज द्वारा सरकार पर सांप्रदायिक एजेंडा चलाने और धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करने का आरोप लगाया है.

वक्फ कानून को लेकर AIMPLB की आपत्तियां

  • वक्फ संपत्तियों पर कब्जा: बोर्ड का दावा है कि विधेयक वक्फ संपत्तियों को सरकार या व्यक्तियों के लिए हड़पना आसान बनाएगा.
  • स्वायत्तता में कमी: नए कानून में गैर-मुस्लिम सदस्यों को वक्फ बोर्ड में शामिल करने और जिला कलेक्टरों को संपत्तियों का मूल्यांकन करने का अधिकार देने का विरोध.
  • धार्मिक स्वतंत्रता का हनन: AIMPLB का कहना है कि यह विधेयक संविधान के तहत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है, क्योंकि यह हिंदू और सिख धार्मिक संस्थानों के साथ समान व्यवहार नहीं करता.
  • अनुचित हस्तक्षेप: बोर्ड का मानना है कि वक्फ बोर्डों की शक्तियों को कम करना और सरकारी नियंत्रण बढ़ाना स्वीकार्य नहीं है.

22 अप्रैल को दिल्ली में हुआ था प्रदर्शन

‘वक्फ बचाव अभियान’ के तहत दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 22 अप्रैल को AIMPLB द्वारा दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन किया गया था. ‘तहफ्फुज-ए-औकाफ कारवां’ (वक्फ की हिफाजत) कार्यक्रम में जमात-ए-इस्लामी हिंद समेत देशभर के मुस्लिम संगठनों के अध्यक्ष और प्रतिनिधि पहुंचे. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे. बैठक में वक्फ कानून के खिलाफ आगे की कानून लड़ाई लड़ने को लेकर चर्चा हुई. 7 मई को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक और बड़ा कार्यक्रम प्रस्तावित है.

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