पुलिस अधिकारी को गालियां देने का केंद्रीय मंत्री का वीडियो हुआ वायरल, सवाल ये कि आखिर कब तक?

माननीयों के ऐसे वीडियो सामने आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इन्हें शालीनता का पाठ कब पढ़ाया जाएगा, देखने वाली बात है यह, अधिकारियों के प्रति जिस तरह के अपमान का माहौल ये माननीय तैयार कर रहे हैं उससे मां-बाप बच्चों को पढ़ लिखकर अधिकारी बनने के बजाए, गुंडागर्दी करके नेता बनने की शिक्षा देना कर देंगे शुरू

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में माननीयों की भाषा को लेकर कई बार कितने ही वीडियो वायरल होते रहते हैं लेकिन बात तो तब बने जब इन वीडियोज के सामने आने के बाद माननीयों पर कोई कार्रवाई हो, जिससे बाकी माननीयों के लिए कोई msg जाए. हाल ही में ताजा मामला मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का सामने आया है, जिसमें मंत्री जी अपनी मुखवाणी से एक पुलिस अधिकारी को जानदार अपशब्दों के साथ इज्ज़त (बेइज्जत) करते नजर आ रहे हैं. वायरल वीडियो में मंत्री जी मोबाइल फोन पर बालोतरा डीएसपी धनफूल मीणा को गालियां निकाल रहे हैं और साथ ही कुछ अपशब्द भी बोल रहे हैं. वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है.

आपको बता दें, बाड़मेर जिले के बालोतरा में सोमवार रात बजरी ठेकेदार के गुंडों ने आसोतरा गांव की सरहद में बाइक सवार युवक से मारपीट कर कैंपर से रौंदने का मामला सामने आया है. दरअसल, सोमवार को नाथू खान पुत्र अकबर खान निवासी असाड़ा अपने ससुराल आसोतरा से अपने घर असाड़ा आ रहा था. ब्रह्मधाम जाने वाले रास्ते पर जैसे ही रोड के पास कि भाखरी के पास पहुंचा तो तीन कैंपर गाड़ियों में सवार होकर आए 20-25 लोगों ने एक कैंपर को नाथू खां की बाइक के आड़े लगाकर जाने से मारने की नीयत से हमला कर दिया. दबंगों ने उसके ऊपर से गाड़ी निकाल दी. उसकी जोधपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. घटना से आक्रोशित लोगों के साथ मंगलवार को केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. इस घटना के दौरान मंत्रीजी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमे वे हत्याकांड की भर्त्सना करते हुए बालोतरा के पुलिस वृत्ताधिकारी को लेकर एसपी से बात करते हुए जमकर गालियां निकाल रहे हैं. हालांकि 24 घंटे में परिजनों की मांगों पर सहमति बनने बनने के बाद धरना समाप्त कर दिया, लेकिन अब केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का करीब 2 मिनट 51 मिनट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

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वीडियो में धरने पर बैठे कैलाश चौधरी फोन पर पुलिस अधिकारी से बोल रहे हैं कि मैने आपको कितनी बार बोला कि हमारे को इन गुंडो (रॉयल्टी ठेकेदार) से बचा लो… हमारे लोग सड़कों पर मर रहे है… कभी एक्सीडेंट तो कभी मर्डर कर देते हैं…. जिसको चाहे यह गुंड़े ठोक कर चले जाते हैं…. आज यह एक ओर मर गया आज हम मृतक का शव नहीं उठाएंगे। जब तक इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेंगे… डीएसपी को संस्पेड करके भेज दो 302 में मुल्जिम बना दो…. इसी अधिकारी की वजह से सारी घटनाएं हो रही हैं…. डिप्टी और मेघराजसिंह व उसके पूरे ग्रुप का नाम लिख रहे हैं… जब कार्रवाई नहीं करेंगे तब शव नहीं उठाएंगे…. यह लो बात कर लो एसडीएम साहब भी हमारे पास बैठे हैं.

यही नहीं वायरल वीडियो में मंत्री कैलाश चौधरी पुलिस अधिकारी को आगे बोल रहे हैं कि, पानी सिर से गुजर चुका है…. इसकी कोई अतियोशक्ति नहीं है… मैं परेशान हो चुका हूं… मैं रियल में कह रहा हूं कि आपको कितनी बार बोला है…. आखिर आज किसी की जान ले ली… यह …(गाली) और लेना चाहते है लोगों की जानें… प्रोफेशन लोग डाल रखे हैं… हर कार्मिक के हाथ में पिस्टल है और कौन झगड़ा करें इन कुत्तों से… सारे पिस्टल लेकर घूम रहे है खुलेआम… डिप्टी एक नंबर का …(गाली) साथ में जाता है…. मैंने कई बार डिप्टी को बोल दिया कि तू क्यों जा रहा है …..(गाली) साथ में तो कहता है कि मेरे को ऊपर से आदेश है पता नहीं कौन ऊपर से इसका बाप आदेश दे रहा है… साहब तुंरत प्रभाव से इनकी गिरफ्तार नहीं होगी तब तक यह आंदोलन बड़ा होगा…. हम इन गुंडों को यहां पर नहीं रहने दिया जाएगा…. चाहे इसके लिए मुझे सड़क पर उतरना पड़े… जो भी करना पड़े मैं करूंगा…. नाका वाका यहां पर नहीं होगा… माइनिंग विभाग यहां पर झक मारने के लिए तनख्वाह लेती है…. इनका काम है नाका लगाकर निगरानी रखने का…. कि कोई गलत जा रहा है तो… या पुलिस निगरानी करेगी… इन गुंडों को किसने अधिकार दिया मुझे यह बताओ…. इसलिए आप आज की आज कार्रवाही नहीं होगी तो महीना लग जाए तो भी यहां पर बैठे रहेंगे… मैं आपको इतनी बार बोल चुका हूं मैं आपको इतना कभी बोलता नहीं हूं… आज मेरा पारा सिर से ऊपर से गुजर चुका है… विधायक महोदय मदन प्रजापत जी बैठे इनसे भी बात कर लो.’

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खैर, किसी भी पार्टी के माननीयों के ऐसे वीडियो सामने आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इन्हें शालीनता का पाठ कब पढ़ाया जाएगा, देखने वाली बात यह है. अधिकारियों के प्रति जिस तरह के अपमान का माहौल ये माननीय तैयार कर रहे हैं उससे मां-बाप बच्चों को पढ़ लिखकर अधिकारी बनने के बजाए, गुंडागर्दी करके नेता बनने की शिक्षा देना शुरू कर देंगे.

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