पॉलिटॉक्स ब्यूरो. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपना भारी भरकम बजट मंगलवार को पेश कर दिया. 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ 72 लाख रुपये का ये बजट यूपी सरकारों के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है. इस बजट के आते ही राजनीतिकारों के साथ साथ सोशल मीडिया यूजर्स ने भी कमेंट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करना शुरु कर दिया. प्रियंका गांधी और बीजेपी नेताओं की ट्वीट वार भी किसी से छिपी नहीं है. वहीं एक सोशल मीडिया यूजर ने अपने मन की बात कहते हुए लिखा, ‘उत्तर प्रदेश का बजट सिर्फ टेलीविजन के लिए आया है’.
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ट्वीट वार की शुरुआत करते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर निशाना साधा और किसानों की आवारा पशुओं की समस्या, गन्ने का बाकी भुगतान, फसल बर्बादी का मुआवजा और फसल के दाम की बात गायब होने का मुद्दा उठाया.
https://twitter.com/priyankagandhi/status/1229966760658395136?s=20
बीजेपी नेता और सीएम योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने कहा कि फ़र्ज़ी प्रचार की बातें कौन कर रहा है.
पहली बार बजट में फसल अवशेष प्रबंधन के लिए 300 करोड़, कृषि निर्यात के लिए 20 करोड़, सिंचाई परियोजनाओं के लिए 6000 करोड़ की व्यवस्था की गई।
फ़र्ज़ी प्रचार की बातें कौन कर रहा है जिनके पूर्व पार्टी अध्यक्ष एंव ‘आगामी’ अध्यक्ष सेना में महिलाओं की भूमिका पर झूठ बोलते पकड़े गये। pic.twitter.com/lkrebPAgOZ
— Mrityunjay Kumar (@MrityunjayUP) February 19, 2020
वहीं एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा कि उत्तर प्रदेश का बजट सिर्फ टेलीविजन के लिए आया है.
उत्तर प्रदेश सरकार का बजट बिना किसी विजन के सिर्फ टेलीविजन के लिए आया है ।।#UPBudget pic.twitter.com/s454Nz3r6u
— Anurag Yadav (@Dr_AnuragYadav) February 18, 2020
बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट करते हुए योगी सरकार के बजट को एक कागजी और खोखला बताया.
2. यूपी सरकार के आज के बजट में जो भी बड़े-बड़े दावे/वादे किए गए हैं वे पिछले अनुभवों के आधार पर काफी खोखले व कागजी ही ज्यादा लगते हैं। केन्द्र की तरह यूपी बीजेपी सरकार ऐसे दावे व वादे क्यों करती है जो लोगों को आम तौर पर जमीनी हकीकत से दूर तथा विश्वास से परे लगते हैं?
— Mayawati (@Mayawati) February 18, 2020
यूपी कांग्रेस ने भी योगी सरकार के बजट को बेकार बताते हुए कहा कि बजट का फर्जी भाषण देने में और सभी को राशन देने में बहुत अंतर है.
बजट का फर्जी भाषण देने में और सभी को राशन देने में बहुत अंतर है। योगी जी फर्जी भाषण देने में तो बहुत माहिर हैं लेकिन राशन देने में फेल।
कुपोषण से हुई मौतों के चलते योगी सरकार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नोटिस भेजा है।https://t.co/osmKeTjP2O— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 19, 2020
एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने सवाल करते हुए पूछा कि आवारा जानवरों के लिए सरकार ने क्या किया, बताए?
Kya kiya hai awara janwaron ke liye wo batayiye ?
Kab hoga payment yeh batayiye ?
Ya bas tweet hi karenge
— Dilip (@AyodhyaUP42) February 19, 2020
एक अन्य यूजर ने सीएम योगी को तंस कसते हुए कहा कि महिला सुरक्षा के मसले पर उनके विधायक ही उनकी पोल खोल रहे हैं. भाजपा के एक और विधायक पर बलात्कार का आरोप लगा है. योगीजी इन्हें बचाने मत लगाइएगा.
अभी कुछ देर पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ @myogiadityanath सदन में खड़े होकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे लेकिन उनको क्या मालूम कि महिला सुरक्षा के मसले पर उनके विधायक ही उनकी पोल खोल रहे हैं।
भाजपा के एक और विधायक पर बलात्कार का आरोप लगा है।
योगी जी इन्हें बचाने मत लगिएगा। pic.twitter.com/EbEIwiTUcK— Lalan Kumar (@lalankumarinc) February 19, 2020