त्रिपुरा में गरजे जेपी नड्डा, बोले – पहले घुटने टेकने वाला था, अब आकांक्षाओं वाला देश बना ‘भारत’

त्रिपुरा में भी मोदी चेहरे पर चुनाव लड़ रही बीजेपी, गुजरात मॉडल की तरह 'डबल इंजन सरकार' बनाने का दावा, कांग्रेस को जमकर कोसा, विकास के नाम पर मांगे वोट

jp nadda in tripura
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JP Nadda in Tripura. त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी सहित अन्य राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी प्रचार प्रसार तेज कर दिया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा त्रिपुरा पहुंचे. यहां नड्डा ने अमरपुर और कुमारघाट में एक-एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की सरकारों पर जमकर हमला बोला. नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार से पहले भारत एक घुटने टेकने वाला और फैसला न ले पाने वाला देश था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन अब ‘भारत’ आकांक्षाओं वाला देश बन गया है.

जनसभा को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि आज से 9 साल पहले भारत कैसा था? घुटने टेकने वाला देश था, फैसला नहीं ले सकने वाला देश था, भ्रष्टाचार करने वाले देशों में शुमार था, जहां आए दिन घोटाले होते रहते थे. मोदी के नेतृत्व में बीते 9 साल में भारत आकांक्षाओं का देश बन गया है, छलांग लगाने वाला और दुनिया में खुद को स्थापित करने वाला मजबूत राष्ट्र बन गया है.

नड्डा ने साफ किया कि गुजरात मॉडल की तरह ही यहां भी बीजेपी मोदी के चेहरे पर ही चुनावी मैदान में उतर रही है. त्रिपुरा की माणिक साहा सरकार को नड्डा ने डबल इंजन सरकार कहकर संबोधित किया. पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि इस डबल इंजन की सरकार ने राज्य की तस्वीर बदल दी है. पिछले 5 सालों में त्रिपुरा में खूब विकास हुआ है. पांच साल पहले त्रिपुरा दंगों, बंद और अशांति के लिए जाना जाता था लेकिन आज त्रिपुरा में विकास, कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर और शांति दिखती है. उन्होंने कहा कि अराजकता, कुशासन व पिछड़ेपन से मुक्त होकर प्रदेश अब बीजेपी के जनसेवा के संकल्प के साथ प्रगति व समृद्धि के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है.

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त्रिपुरा में 16 फरवरी को होगा मतदान

60 सदस्यों वाली त्रिपुरा विधानसभा में 16 फरवरी को मतदान होना है. इसके बाद सभी उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम मशीनों में कैद हो जाएगा. 2 मार्च को चुनावी नतीजों का ऐलान किया जाएगा. बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत होगी. पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 35 सीटें हासिल करते हुए राज्य में लेफ्ट के 25 साल के मजबूत गढ़ को ध्वस्त कर दिया था. बिप्लब देव त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बने लेकिन गुजरात मॉडल की तरह मई—2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बना दिया गया. इस चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी के रथ को रोकने के लिए माकपा से हाथ मिलाया है. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी चुनावी मैदान में है, जो कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए वोट कटवा साबित होगी.
बजट पर भी व्यक्त किए अपने विचार

जेपी नड्डा ने कहा कि आज यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. यहां मौजूद भीड़ बताती है कि त्रिपुरा के लोगों ने फिर से बीजेपी, बीजेपी और केवल बीजेपी को सरकार में लाने का फैसला कर लिया है. इस दौरान पार्टी अध्यक्ष ने बजट पर भी बात की. उन्होंने कहा कि यह अमृतकाल का पहला बजट है. यह देश की अर्थव्यवस्था को वास्तव में सशक्त बनाने की आकांक्षाओं से भरा है. यह महिलाओं को सशक्त बनाने, युवाओं को रोजगार देने और आम लोगों की जरूरतों का ख्याल रखने वाला बजट है.

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