आमागढ़ विवाद पर बोले आदिवासी विधायक मीणा- हम नहीं हैं हिन्दू, RSS मिटाना चाहता है हमारी पहचान

सोशल मीडिया पर आमागढ़ दुर्ग से धर्म घ्वजा हटाने के विवाद की 'गूंज', विधायक रामकेश मीणा ने RSS पर लगाए गंभीर आरोप, बोले- आदिवासी हिंदू नहीं है, हिंदू कोई धर्म ही नहीं ये सिर्फ आरएसएस हिंदू की करता है बात, RSS पर आदिवासियों की पहचान मिटाने का लगाया आरोप, इधर हिंदूवादी संगठन कर रहे रामकेश के खिलाफ कार्रवाई की मांग

आमागढ़ ध्वजा विवाद पर ट्विटर वॉर
आमागढ़ ध्वजा विवाद पर ट्विटर वॉर

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान की राजधानी जयपुर के पूर्व में गलता तीर्थ की पहाड़ी पर स्थित आमागढ़ फोर्ट से धर्म ध्वजा हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है. घटना बुधवार 21 जुलाई को हुई. गंगापुर विधायक रामकेश मीणा आदिवासी संघ के साथ इस ध्वजा को हटाने की जिम्मेदारी लेते राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधा है. निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक हैं और सियासी विवाद में भी वे सीएम गहलोत का खुलकर समर्थन कर चुके हैं. वहीं दूसरी ओर ध्वजा की बेअदबी पर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित हैं. सभी संगठनों ने रामकेश मीणा पर कार्रवाई की मांग की है. इस मामले को लेकर पुलिस भी सतर्क है और मामले की गूंज यूपी तक सुनाई दे रही है.

आदिवासी समुदाय नहीं है हिंदू, हम नहीं मानते हिंदू धर्म- रामकेश
सीएम गहलोत समर्थित निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने विरोध के बावजूद चेतावनी देते हुए कहा है कि, ‘अगर फोर्ट में फिर से झंडा लगाया तो वह फिर हटवा देंगे. रामकेश मीणा ने कहा- ‘आदिवासी समुदाय हिंदू नही है, इसलिए हम हिन्दू धर्म को नहीं मानते हैं. हिंदू कोई धर्म ही नहीं ये सिर्फ आरएसएस हिंदू की बात करता है’. गंगापुर से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने आमागढ़ फोर्ट को मीणा समाज की आस्था का केंद्र बताते हुए हिंदू संगठनों पर वहां मूर्तियां तोड़कर नई मूर्तियां रखने का आरोप लगाया है. मीणा सेवा संघ ने भगवा ध्वज फाड़ने से इनकार करते हुए केवल ध्वज को उतारने की बात कही है.

RSS और VHP के लोग जबरदस्ती पीछे पड़े हैं- रामकेश
गहलोत सरकार समर्थित निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि, ‘आमागढ फोर्ट में हमारी कुलदेवी आंबामामता का मंदिर है, मीणा समाज के लोग आज भी वहां पूजा अर्चना को जाते हैं, यह हमारी धार्मिक आस्था से जुड़ा मंदिर है. कुछ भूमाफिया किस्म के लोगों ने पिछले दिनों मंदिर में प्रवेश कर वहां शिवपंचायत की मूर्तियां तोड़कर नई मूर्तियां स्थापित कर दीं. यह आंबेश्वर महादेव मंदिर नहीं है, आंबा माता का मंदिर है. आमागढ़ में मूर्ति तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. आरएसएस, वीएचपी के लोग आदिवासियों के जबर्दस्ती पीछे पड़े हैं और वे हमारी पहचान मिटाना चाहते हैं. हर स्तर पर हमें नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, हमारी ऐतहिासिक पहचान को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं’

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ध्वजा उतारने और बेअदबी पर आक्रोशित है हिंदूवादी संगठन
आपको बता दें कि जयपुर के आमागढ़ फोर्ट में कांग्रेस समर्थित विधायक रामकेश मीणा के एक मंदिर से जबरन धर्म ध्वजा उतरवाने और फाड़ने का हिंदूवादी संगठनों ने जमकर विरोध हो रहा है. साथ ही एमएलए के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है. इस मामले में हंगामा बढ़ने के बाद जयपुर के आदर्श नगर से कांग्रेस विधायक रफीक खान ने ‌सफाई दी. उन्होंने कहा कि, ‘झंडा लगाना और उतारना दोनों ही गलत है. मैंने विधायक रामकेश मीणा को बुलाकर बात की थी, दूसरे पक्ष को भी बुलाया दोनों के बीच समझौते के बाद धर्मध्वजा को हटाया था. उन्हें जानकारी नहीं थी कि धर्म ध्वजा को फाड़ा गया या गलत तरीके से ‌हटाया गया या उसका अपमान किया गया है.

ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं#Arrest_Ramkesh_Meena और #मैं_रामकेश_मीना_के_साथ_हूं
आमागढ़ विवाद पर ट्विटर वॉर शुरू हो गया है. आमागढ़ फोर्ट से भगवा ध्वज को फाड़ने और उसका अनादर करते हुए का वीडियो वायरल हुआ था, उस वीडियो में रामकेश मीणा भी दिख रहे हैं. ट्विटर पर आमागढ़ मामले में एक पक्ष रामकेश मीणा के पक्ष में तो दूसरा खिलाफ ट्वीट कर रहा है. ट्विटर पर #Arrest_Ramkesh_Meena और #मैं_रामकेश_मीना_के_साथ_हूं, ट्रेंड कर रहे हैं. एक पक्ष भगवा ध्वज के अपमान का मुद्दा उठाते हुए निर्दलीय विधायक
रामकेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. उधर दूसरा पक्ष आमागढ़ को मीणा आदिवासी समाज की आस्था का केंद्र बताते हुए रामकेश मीणा के समर्थन में खड़ा है.

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आमागढ़ प्रकरण की उत्तरप्रदेश में गूंज
इधर जयपुर में हुई इस घटना की गूंज यूपी में भी सुनाई दे रही है. निर्दलीय विधायक रामकेश मीना इस वक्त उत्तरप्रदेश में सर्वाधिक चर्चित है. श्रीराम नाम की गूंज वहां सबसे ज्यादा सुनाई दे रही. उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘राहुल और प्रियंका जी, आपके गुंडों की अगुवाई में समूचे राजस्थान में हो रहा हिंदुओं का ये महाअपमान ही कांग्रेस के ताबूत में आखिरी कील बनेगा, तुष्टीकरण में अंधी कांग्रेस की तरफ से भगवा ध्वज पर चली हर ईंट का जवाब पत्थर से मिलेगा, इंतजार करिए, जय जय श्रीराम!!’. उत्तरप्रदेश की राजनीति में ध्रुवीकरण के लिए आमागढ़ के इस वीडियो का इस्तेमाल किया जा रहा है.

ध्वजा हटाने का वीडियो वायरल
दरअसल बुधवार को आमागढ़ के किले स्थित मंदिर से धर्मध्वजा को विधायक रामकेश मीणा ने जबरन हटवा दिया था. इस दौरान झंडे के साथ बेअदबी की गई और इस पूरे मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद हिंदुवादी संगठन नाराज हैं. आमागढ़ की पहाड़ी पर माता का एक मंदिर है, रामकेश मीणा और उनके समर्थकों ने दावा कि ये मीणा समुदाय की देवी का मंदिर है लेकिन आरोप है कि कुछ दिन पहले एक पक्ष ने मंदिर से धार्मिक झंडा हटा दिया और उसे फाड़ दिया.

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ट्रांसपोर्ट नगर थाने में मामला दर्ज
जयपुर के आमागढ़ में धार्मिक झंडा हटाने और फाड़ने के आरोप में जयपुर की ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने केस दर्ज लिया है. अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने और शांति भंग करने का केस दर्ज किया इससे ‌पहले कई हिंदू संगठनों ने गुरुवार शाम को केस दर्ज करने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने के बाहर प्रदर्शन किया है. हिंदूवादी संगठन कांग्रेस समर्थित विधायक रामकेश मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि कुछ दिन पहले आमागढ़ किले में मंदिर में मूर्तियां भी समुदाय विशेष के लोगों ने तोड़ी थी.

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