पॉलिटॉक्स न्यूज. प्रवासी मजदूरों का ट्रेनों में आने और उनसे किराया वसूले जाने को लेकर सियासत तो शुरु हो ही चुकी है, अब इस पर बॉलीवुड सेलेब्स ने भी अपने रिएक्शन देने शुरु कर दिए हैं. इस सूची में अनुपम खेर से लेकर बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख, ऋचा चड्ढा, सुधीर मिश्रा, मिनी माथुर और जावेद अख्तर तक शामिल हैं जिनमें से कई ने इस फैसले को गलत बताया. इसी बीच रेल मंत्रालय ने पीएम रिलीफ फंड में 151 करोड़ रुपये दान करने की सूचना दी जिस पर राहुल गांधी भड़क गए. इस पर एक बॉलीवुड डायरेक्टर ने उनकी चुटकी ले ली. वहीं अनुपम खेर ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयासों को असफल करने वालों का कामयाब होना मुश्किल है.
हुआ कुछ यूं कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद वे और रेल राज्यमंत्री सुरेश अगाड़ी एक महीने की सैलरी और रेलवे के 13 लाख स्टाफ एक दिन की तनख्वाह पीएम केयर फंड में दान देंगे. ये रकम 151 करोड़ के लगभग है. पीएम केयर फंड को ये पूरी राशि दान की जाएगी.
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इसके बाद राहुल गांधी ने रेलवे मंत्रालय पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ मजदूरों से किराया वसूला जा रहा है और दूसरी तरफ रेल मंत्रालय 151 करोड़ पीएम केयर फंड में चंदा दे रहा है. जरा ये गुत्थी समझाइये. राहुल गांधी का सीधा कहना है कि जब इतना पैसा है तो मंत्रालय गरीबों से अपनी घर वापसी का पैसा क्यों ले रहा है.
एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है।
जरा ये गुत्थी सुलझाइए! pic.twitter.com/qaN0k5NwpG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 4, 2020
राहुल गांधी की इस बात का जवाब देते हुए बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने लिखा कि मुझे पता है कि वो 151 करोड़ रुपये उनके नहीं हैं. हमारे हैं इसलिए. बता दें, कोरोना संकट और लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच प्रवासी मजदूरों को उनके मूल स्थान या घर पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जा रही है. सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ऐलान किया है कि देश में लॉकडाउन की वजह से अपने घरों से दूर फंसे मज़दूरों को घर वापस पहुंचाने में आने वाला रेलयात्रा का खर्च कांग्रेस उठाएगी.
मुझे पता है। वो १५१ करोड़ उनके नहीं हैं। हमारे हैं। इसलिए। https://t.co/Ezcy3gCwLL
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) May 4, 2020
इसी बीच अनुपम खेर ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘कुछ लोग पुरा प्रयास कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के प्रयासों को असफल करने की. उनका क़ामयाब होना मुश्किल है. दो कारण- एक जो बदनाम कर रहे हैं उनका ट्रैक रिकॉर्ड इतना बुरा है, उनकी बातों पर यक़ीन करना मुश्किल है. दूसरा, सच्चे प्रयासो मे सच्चाई की ख़ुशबू होती है.’
कुछ लोग पुरा प्रयास कर रहे हैं प्रधानमंत्री @narendramodi और सरकार के प्रयासों को असफल करने की।उनका क़ामयाब होना मुश्किल है। दो कारण! एक,जो बदनाम कर रहे हैं उनका ट्रैक रिकॉर्ड इतना बुरा है, उनकी बातों पर यक़ीन करना मुश्किल है। दूसरा, सच्चे प्रयासो मे सच्चाई की ख़ुशबू होती है।:)
— Anupam Kher (@AnupamPKher) May 5, 2020
इधर, अनुभव सिन्हा ने एक और वीडियो ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा, ‘वो जो एक औरत अपने दाएं हाथ में अपनी बच्ची और बाएं में एक stroller लेकर जाने कहां से कहां तक पैदल हाइवे पे चली जा रही है, सालों साल नहीं भूलेगा ये दृश्य. निराला जी आज होते तो सड़क की इस औरत पे भी कविता लिखते शायद.’
वो जो एक औरत अपने दाएँ हाथ में अपनी बच्ची और बाएँ में एक stroller लेकर जाने कहाँ से कहाँ तक पैदल हाइवे पे चली जा रही है, सालों साल नहीं भूलेगा ये दृश्य। निराला जी आज होते तो सड़क की इस औरत पे भी कविता लिखते शायद।
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) May 3, 2020
वहीं गरीब मजदूरों से किराया वसूलने की बात पर रेल मंत्रालय पर नाराज होते हुए एक्ट्रस मिनी माथुर (Mini Mathur) ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘अगर मजदूरों को रेल खर्च खुद ही देना पड़ेगा तो हम रिलीफ फंड में दान ही क्यों कर रहे हैं? क्या सरकार को इस चीज को नहीं देखना चाहिए?’
Why have we been donating to relief funds if migrant labour is going to be charged for train tickets?? Shouldn’t the govts look after this?
— Mini Mathur (@minimathur) May 4, 2020
इधर, गीतकार जावेद अख्तर ने इस काम में एनजीओ को आगे आने की अपील की. अपने ट्वीट में जावेद अख्तर ने लिखा कि अगर भारतीय सरकार और उसके राज्यों ने रेलवे टिकट के लिए बेघर और असहाय प्रवासी, भूख से मर रहे बेरोजगारों को चार्ज करने का फैसला किया है तो कुछ विश्वसनीय एनजीओ को उनकी यात्रा में भुगतान करने में मदद करनी चाहिए.
Since the govt of Indian and its states have decided to charge the unemployed starving homeless and helpless migrant worker for the railway ticket . Let some credible NGO raise funds to help these migrant workers to pay for their travel . We all will donate for this cause.
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 4, 2020
अपने बेबाक विचारों को सोशल मीडिया पर शेयर करने वाली एक्ट्रस ऋचा चढ्ढा ने सोनिया गांधी के मजदूरों के किराया वहन करने वाली खबर को ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कि विपक्ष को पैसा देना क्यों पड़ रहा है? हमारे टैक्स और डोनेशंस का क्या हुआ?
Why is the opposition having to pay tho? What of our taxes and donations ? https://t.co/DlM6yl2vsS
— TheRichaChadha (@RichaChadha) May 4, 2020
कॉमेडी एक्टर रितेश देशमुख ने भी मजदूरों से टिकट के पैसे लेने पर एतराज जताया. रितेश ने कहा कि एक देश के रूप में प्रवासियों को उनके घरों में वापस जाना चाहिए. ऐसे में ट्रेन सेवाएं मुफ्त होनी चाहिए.
We as a country should bear the cost of migrants going back to their homes. Train services should be free. They (Labourers) are already burdened with no pay & no place to stay compounded with the fear of #covid19 infection. pic.twitter.com/lKK5KfKz7u
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) May 4, 2020
अभिनेत्री फेय डीसूजा ने भी रेल मंत्रालय के किराया वसूलने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि घर वापस जाने के लिए रेल टिकट के लिए प्रवासी मजदूरों को नुकसान पहुंचाना क्रूरता है. यह सरकारी राहत के लिए है. यही वह है जिसके लिए लोग चंदा देते रहे हैं, ताकि गरीबों को यह राहत दी जा सके.
Charging migrant labourers for the train tickets to go back home is cruelty. This is what government relief is meant for.
This is what people have been donating funds for, so that the poor can be given this relief— Faye DSouza (@fayedsouza) May 4, 2020