Politalks.News/Ayodhya. अयोध्या (Ayodhya) में शुरु हुआ जमीनी विवाद है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स से सामने आया है कि, ‘प्रदेश के कुछ नेताओं-अफसरों के रिश्तेदारों ने अयोध्या में नियमों का उल्लंघन करते हुए राम जन्मभूमि के पास कौड़ियों के दामों में जमीन खरीदी है.’ इस घोटाले में महर्षि रामायण ट्रस्ट (Maharishi Ramayan Trust) के साथ बीजेपी (BJP) के दो विधायकों का नाम भी सामने आ रहा है. इस पुरे मसले पर कांग्रेस (Congress) अब बीजेपी पर हमलावर है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने इसे भाजपा नेताओं और अफसरों का होलसेल करप्शन बताया है.
राम जन्मभूमि के आसपास स्थित जमीन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और सूबे की योगी सरकार घिरती नजर आ रही है. हालांकि इस पुरे मामले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कमिटी गठित की है और उन्हें 7 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है. कांग्रेस अब इस पुरे मामले योगी सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
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कांग्रेस मुख्यालय में हुई प्रेसवार्ता के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘ये बहुत बड़ा मामला है. भाजपा के नेता, पदाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी के सभी अफसर इस लूट में शामिल हैं. ये अफसरों और नेताओं का होलसेल करप्शन है. राम मंदिर ट्रस्ट हाईकोर्ट के आदेश पर बना था. इसलिए इसकी जांच भी हाईकोर्ट के स्तर पर ही होनी चाहिए. सरकार इसमें जांच के नाम पर लीपापोती कर रही है. कोई जिलाधिकारी अयोध्या के मेयर की भूमिका की जांच कैसे कर सकता है.’
प्रियंका गांधी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि, ‘सरकार ने इस मामले को लेकर जांच के आदेश भले ही दे दिए हैं. लेकिन सरकार यदि वाकई जांच कराना चाहती तो डीएम स्तर के अधिकारी को जांच क्यों सौंपती. यह तो भाजपा नेताओं और अफसरों का होलसेल करप्शन बताया है. अयोध्या में जमीन खरीदने के मामले में कई स्तर पर गड़बड़ी हुई. दलितों की जमीन जो खरीदी नहीं जा सकती थी, वो हड़पी गई.’ भगवान राम का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि ‘भगवान राम ने हमेशा सत्य के पथ पर चलकर बलिदान दिया. उन्हीं राम के नाम पर ये भ्रष्टाचार कर रहे हैं और पूरे देश की आस्था को चोट पहुंचा रहे हैं.’
प्रियंका ने आगे कहा कि, ‘सेल डीड में राम मंदिर के ट्रस्टी के हस्ताक्षर हैं और आपने जांच डीएम को सौंप दी.’ प्रियंका गांधी ने तथ्यों की जानकारी देते हुए कहा कि, ’18 मार्च 2021 को दोपहर में 10370 वर्गमीटर हिस्सा 8 करोड़ रुपए में राम मंदिर ट्रस्ट ने खरीदा. सेल डीड में ट्रस्टी अनिल मिश्र और मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह थे. 18 मार्च को शाम 7.10 बजे इसी जमीन का 12 हजार 80 वर्गमीटर हिस्सा रवि मोहन तिवारी ने 2 करोड़ में खरीदा. 5 मिनट के बाद 2 करोड़ की जमीन इसी राम मंदिर ट्रस्ट को 18.5 करोड़ में बेच दी गई. इसमें भी वही गवाह थे. 5.50 लाख रुपए प्रति सेकेंड की दर पर इस जमीन की कीमत बढ़ी. भला राम के नाम पर कोई लूट कैसे कर सकता है.’
वहीं प्रियंका गांधी ने इस दौरान इस पुरे मामले में बसपा प्रमुख मायावती की चुप्पी पर भी सवाल उठाये. प्रियंका ने कहा कि, ‘पिछले दो सालों को देखें तो यूपी में जितने भी विपक्षी दल है, हमारे अलावा किसी ने आंदोलन नहीं किया है. मेरी समझ से बाहर है कि मायावती जी चुप क्यों है. अखिलेश भी दो महीने पहले एक्टिव हुए हैं. हम ही दो साल से जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं.’ वहीं पत्रकार वार्ता के दौरान रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, ‘राम के नाम पर मुनाफाखोरी ‘भगवान राम के साथ विश्वासघात’ है. भाजपा नेताओं ने न केवल पाप किया है बल्कि अभिशाप को भी न्यौता दिया है. प्रधानमंत्री ने इस खुली लूट के बारे में एक शब्द भी क्यों नहीं कहा? क्या यह भगवान राम के साथ विश्वासघात नहीं है?’
इससे पहले राहुल गांधी भी इस मसले पर एक मीडिया रिपोर्ट के सहारे बीजेपी पर निशाना साध चुके हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ‘एक हिंदू सत्य के मार्ग पर चलता है. और एक हिंदुत्ववादी धर्म की आड़ में लूटता है.’