ये बंगाल है, उत्तर प्रदेश नहीं, हमें अपने लोगों की चिंता- बीरभूम हिंसा मामले को लेकर ममता का पलटवार

बीरभूम हिंसा पर विपक्ष के सवालों पर ममता का पलटवार- 'सरकार हमारी है हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी की मृत्यु हो, भाजपा, वामपंथी और कांग्रेस याद रखें बंगाल को तबाह करना नहीं है आसान, मैं भाजपा और CPM जैसी साजिश करने वाली पार्टी नहीं हूं', सीएम कल खुद करेंगी घटनास्थल का दौरा

बीरभूम हिंसा को लेकर ममता का पलटवार
बीरभूम हिंसा को लेकर ममता का पलटवार

Politalks.News/WestBengal. बीरभूम में TMC नेता भादू शेख की हत्या और उसके बाद भड़की हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की सियासत गरमा गई है. सोमवार को स्‍टेट हाईवे- 50 पर जा रहे TMC नेता भादू शेख पर कुछ अज्ञात लोगों ने काफिले पर बम फेंक दिया. जिसके बाद भड़की हिंसा ने दर्जनों घरों में आग लगा दी. जिसमें 10 लोग जिंदा जल गए. इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए प्रदेश की ममता बनर्जी सरकार ने SIT का गठन कर दिया और जल्द से जल्द इस पूरे मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है. वहीं सूबे के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जहां इस घटना को दुखद बताते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये थे तो वहीं ममता बनर्जी ने भी धनखड़ को बयानबाजी से बचने की सलाह दी थी. इसी कड़ी में आज TMC सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘ये बंगाल है कोई उत्तर प्रदेश नहीं, हमें अपने लोगों की चिंता है. हम कभी नहीं चाहेंगे की किसी को भी तकलीफ हो.’

पंचायत उपप्रधान और दिग्गज कांग्रेस नेता भादू शेख की हत्या के बाद बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में तनाव और दहशत फैल गई है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष जहां प्रदेश की ममता सरकार पर हमलावर है. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रामपुरहाट की घटना को दुःखद बताते हुए कहा कि, ‘बीरभूम के रामपुरहाट में जो कुछ भी हुआ वह बहुत ही दुःखद है. लेकिन कुछ लोग इसे लेकर राजनीति कर रहे हैं.’ ममता ने कहा कि, ‘सरकार हमारी है हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी की मृत्यु हो. रामपुरहाट की घटना दुर्भाग्पूर्ण है, घटना के बाद हमने तुरंत OC, SDPO को बर्ख़ास्त किया. इस पूरी घटना का फीडबैक लेने के लिए मैं कल रामपुरहाट जाऊंगी.’

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राज्यपाल जगदीप धनखड़ सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, ‘राज्यपाल कई बड़े अधिकारियों को कहते हैं कि आप (प्रशासन से जुड़े लोग पर) छापेमारी करें. भाजपा, वामपंथी और कांग्रेस याद रखें बंगाल को तबाह करना आसान नहीं है. मैं भाजपा और CPM जैसी साजिश करने वाली पार्टी नहीं हूं.’ उत्तरप्रदेश के हाथरस का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘ये बंगाल है कोई उत्तर प्रदेश नहीं है मैंने तृणमूल के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस भेजा था लेकिन हमें वहां घुसने नहीं दिया गया. लेकिन हम किसी को यहां आने से नहीं रोक रहे है. आप आइये और यहां आकर स्थिति को जानिये.’

ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘गुजरात राजस्थान में इस तरह की और भी घटनाएं हुईं, मैं रामपुरहाट की घटना को सही नहीं ठहरा रही हूं, हम बिना किसी पक्षपात के कार्रवाई करेंगे. रामपुरहाट घटना के लिए हमने तुरंत ही SIT का गठन कर दिया लेकिन कुछ लोग इसमें भी राजनीति ढूंढते हैं.’ इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कल रामपुरहाट जाकर स्थिति का जायजा लेने की बात कही. आपको बता दें की रामपुरहाट में हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय गृहमंत्रालय ने प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है. वहीं कई विपक्षी दलों ने प्रदेश की कानून सरकार पर सवाल उठाते हुए प्रदेश में राष्ट्रपति शाशन लगाने की भी मांग की है.

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सोमवार को हुई इस हिंसा को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आमने सामने आ गए. जगदीप धनखड़ ने इस घटना को दुःखद बताते हुए जहां मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि, ‘बीरभूम के रामरपुरहाट में भयावह हिंसा और आगजनी इस बात का संकेत है कि राज्य हिंसा की संस्कृति एवं अराजकता की गिरफ्त में है. इस मामले के बाद, अपने आप को इस निष्कर्ष पर पहुंचने से रोक पाना बड़ा मुश्किल है कि पश्चिम बंगाल में मानवाधिकार धूल चाट रहा है एवं कानून के शासन की नैया पलट गयी है.’ राज्यपाल जगदीप धनखड़ के इस बयान के सामने आने के बाद ममता बनर्जी ने राज्यपाल को सलाह देते हुए कहा कि, ‘संविधान की गरिमा का पालन करें और जिस मामले की जांच चल रही है, उस पर टिप्पणी करने से बचें. निष्पक्ष जांच का मार्ग प्रशस्त करने के बजाय व्यापक और अनावश्यक बयान देना बेहद अनुचित है.’

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