Politalks.News/RajasthanBudget. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज विधानसभा में अपनी तीसरी सरकार का चौथा बजट 2022-23 पेश किया. दो घण्टे और छप्पन मिनिट के देश के सबसे लंबे बजट भाषण में सीएम गहलोत ने कई बड़ी घोषणाएं कर सभी वर्गों को साधने की कोशिश जरूर की लेकिन इस बजट के धरातल पर पूरे होने को लेकर विपक्ष ने सवालिया निशान लगाया है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा है कि प्रदेश का यह बजट हर वर्ग को निराश करने वाला है, जिसका आधार नीति नहीं, राजनीति है.
पूर्व सीएम मैडम राजे ने कहा कि इस बजट में विकास का कोई विजन नहीं है, चुनावी रंग में रंगे इस बजट से न तो प्रदेश की दशा बदलने वाली और न दिशा. मैडम राजे ने कहा कि चुनावी रंग में रंगा ये बजट आम लोगों के लिए बेरंग ही है. पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि कांग्रेस का आरम्भ से ही सिद्धांत रहा है कि झूठे सपने दिखाओ और जनता को मूर्ख बनाओ. इस बजट में भी ऐसा ही हुआ है, लेकिन अब लोग इनके झाँसे में आने वाले नहीं है.
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वहीं सीएम गहलोत द्वारा इस बार किसानों के लिए अलग से कृषि बजट पेश किया है. इस पर मैडम राजे ने कहा कि कहने को तो यह कृषि बजट है लेकिन यह किसानों के लिए महज छलावे से ज़्यादा कुछ भी नहीं है. इन्होंने विधानसभा चुनाव में किसानों का 2 लाख तक का क़र्ज़ा माफ़ करने का वादा तो आज तक पूरा नहीं किया और फिर से किसानों, युवाओं और कमजोर वर्ग को आकर्षित करने के लिए बजट के नाम पर झूठे वादों का लेखा-जोखा लेकर आए हैं.
इसके साथ ही मैडम राजे ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा पिछले बजट में कई गई घोषणाएं कागजों में तो पूरी हो गई हैं, लेकिन धरातल पर आज भी नहीं उतरी हैं. ऐसे में एक बार फिर गहलोत सरकार ने नीति पर आधारित बजट पेश नहीं करके बल्कि राजनीति पर आधारित बजट पेश के प्रदेश की जनता के साथ छलावा करने का काम किया है.