पॉलिटॉक्स न्यूज़. राजस्थान में गत रविवार परिवहन विभाग के अधिकारियों व उनके दलालों पर की गई एसीबी की कार्रवाई के बाद से प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है. इस मामले में विपक्ष ने सोमवार को विधानसभा के अंदर से लेकर बाहर तक व सोशियल मीडिया पर गहलोत सरकार को घेरते हुए विभाग के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पर जमकर निशाना साधा था. इस पूरे मामले में चहुँओर से घिरे मंत्री खाचरियावास ने मंगलवार सुबह सीएम आवास पहुँचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूरे मामले पर चर्चा की.
विपक्ष और सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों के निशाने पर रहे मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री गहलोत से मुलाकात के बाद आत्मविश्वास से पूरी तरह लबरेज नज़र आये. सीएम गहलोत से मुलाकात के बाद विधानसभा पहुंचे मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि, “हमने हमारा राजनीतिक मुकाम संघर्ष के जरिए पाया है. प्रदेश की ऐसी कोई सडक नहीं जहां मैंने अपना खून पसीना नहीं बहाया हो. मैं किसी संघर्ष और सच्चाई से नहीं डरता हूं. राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ जो भी कार्रवाई होती है, वो मंत्रियों और मुख्यमंत्री की इच्छा से होती है. सरकार ने यह कार्रवाई की है, आगे भी किसी भी विभाग में कोई भ्रष्टाचार करेगा तो कार्रवाई करेंगे. लेकिन किसी भी निर्दोष को डरने की जरूरत नहीं है, सरकार निर्दोष के साथ खडी है.”
प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर निशान साधते हुए कहा कि, “जो दूसरों पर आक्रमण करता हो उसे बीजेपी किस आक्रमण से डरा रही है. मुझे डराने की जरूरत नहीं है, मेरी मां ने मेरा नाम सोच समझ के प्रताप रखा है. मुझे ना किसी से डर है, ना किसी कि चिंता, मुझे लडना भी आता है, और मरना भी आता है.”
वहीं एसीबी द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों पर की गई कार्रवाई पर विपक्ष द्वारा घेरे जाने के सवाल पर खाचरियावास ने कहा कि एसीबी अगर कोई कार्रवाई करती है तो मुख्यमंत्री और मंत्री की इच्छा से ही करती है. एसीबी हमारे अधीन है, हम एसीबी के अधीन नहीं. एसीबी राजस्थान सरकार के ग्रह विभाग के अधीन आती है. बिना मुख्यमंत्री और मंत्री की इच्छा से कुछ नहीं होता.
वहीं अपनी ही कांग्रेस पार्टी के विधायकों द्वारा परिवहन विभाग में हुए भ्रष्टाचार के खुलासे पर सवाल उठाए जाने पर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हमारे विधायक और दूसरे विधायक क्या कह रहे है यह मीडिया में छप चुका है. भ्रष्टाचार के खिलाफ अगर कोई कार्रवाई करती है, तो राजस्थान की कांग्रेस की सरकार ही करती है. सरकार जिस दिन से आई है, तय किया है कि जीरो करप्शन होना चाहिए. इसके लिए सीएम गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट हम सभी लोग बोल चुके हैं. हम वही लोग है जिन्होंने 45 हजार करोड के खान घोटाले को उजागर किया था.
मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि, “मैं इतना कह सकता हूं कि करप्शन के खिलाफ कार्रवाई सरकार ने की है. सरकार की नीयत अगर ठीक नहीं होती तो कार्रवाई कैसे होती. सरकार की परमिशन से ही कार्रवाई हुई है. कार्रवाई करने वाले हम लोग ही है. जो भ्रष्टाचार करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी और जो निर्दोश है उसे डरना नहीं चाहिए.” इसके साथ ही खाचरियावास ने कहा कि लोकतंत्र ने हम सभी को सहमती और असहमती व्यक्त करने का अधिकार दिया गया है. कोई सवाल पक्ष में करेगा कोई विपक्ष में करेगा, यह सबका अपना अपना अधिकार है. हमने हमारा राजनीतिक मुकाम संघर्ष के जरिए ही पाया है.”
बता दें, गत रविवार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दलालों के जरिये वाहन मालिकों को डरा-धमकाकर परिवहन विभाग के अफसरों द्वारा मासिक बंधी लेने का बड़ा खुलासा किया था. एसीबी ने रविवार को 2 डीटीओ व 6 इंस्पेक्टर के अलावा 7 दलालों को कस्टडी में लेकर सर्च अभियान चलाया. देर रात तक 1.20 करोड़ रुपये नकद, प्रॉपर्टी के दस्तावेज तथा दलालों से रिश्वत के लेनदेन की सूचियों सहित अहम साक्ष्य मिले. वहीं इस मामले में 3 इंस्पेक्टर फरार बताए जा रहे हैं. जबकि 7 अधिकारी एसीबी की राडार पर हैं. इस मामले में सोमवार को 8 परिवहन विभाग के अफसर और 7 दलालों को गिरफ्तार किया गया. इससे पहले एक इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह और दलाल मनीष को रंगे हाथों ट्रैप किया गया था.
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