हाल में भारत ने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 16 देशों के संगठन वाले RCEP समझौते पर इसलिए हस्ताक्षर करने से मना कर दिया क्योंकि चीन इस ग्रुप का हिस्सा है. लेकिन इस फैसले से पहले कांग्रेस के वायनाड सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने मेक इन इंडिया को मेक फ्रॉम चाइना बताते हुए पोस्ट किया.
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ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा, ‘मेक इन इंडिया’ मेक फ्रॉम चाइना बन गया है. हर साल चीन से हर भारतीय के लिए छह हजार रुपये का माल आता है जिसमें 2014 के बाद 100 फीसदी की वृद्धि हुई है. RCEP के जरिए सस्ते सामानों के साथ भारत में बाढ़ आएगी, जिसके चलते न केवल करोड़ों का नुकसान तो हुआ ही, भारतीय अर्थव्यवस्था भी चरमरा गई’.
“Make in 🇮🇳” has become “Buy from 🇨🇳”.
Each year we import Rs. 6,000/ worth of goods from 🇨🇳 for every Indian! A 100% increase since 2014. #RCEP will flood India with cheap goods, resulting in millions of job losses & crippling the 🇮🇳 economy. https://t.co/4DqzARiL6D
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 4, 2019
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद रिट्वीट और कमेंट की बाढ़ सी हो गयी है. खबर लिखे जाने तक उनके इस ट्वीट पर 7.4 हजार रिट्वीट और 29.6 हजार लाइक हो चुके हैं.
इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘Ola-Ubber की वजह से ऑटो सेक्टर मे मंदी है:-निर्मला जी
-फिल्में 200 करोड़ कमा रही है, देश मे कोई मंदी नहीं है:-रवि शंकर
-गाजर खाओ प्रदूषण कम होगा:- हर्ष वर्धन
तो फिर क्या हमने सरकार भाटा भुजने के लिए चुना है?’
सही है और नेताओं को अपनी तनखा तीन गुनी करने का अधिकार है और पीढ़ी दर पीढ़ी पेंशन परिवार को मिलती रहती है जनता कैसे सुखी हो इस पर कोई विचार करो नेताओं वंदे मातरम
— चौकीदार Ghanshyam Das Gupta (@gdgupta108) November 4, 2019
वहीं भाजपा भी इस दौड़ में पीछे नहीं है. भाजपा के अधिकारिक ट्वीट पर पोस्ट डाला गया, ‘लगता है कि ध्यान यात्रा ने आपको आरसीईपी तक जगा दिया है. तथ्य जो आपके चयनात्मक भूलने में मदद करेंगे:
1. यूपीए ने 2012 में आरसीईपी वार्ता में प्रवेश किया
2. चीन के साथ व्यापार घाटा 2005 में $ 1.9Bn से 23 गुना बढ़कर 2014 में $ 44.8Bn हो गया
3. अब पीएम मोदी आपकी गंदगी साफ कर रहे हैं.’
Dear @RahulGandhi,
Seems meditation trip has woken you up to RCEP. Facts that will help your selective amnesia:
1. UPA entered RCEP negotiations in 2012
2. Trade deficit with China increased by 23 times from $1.9Bn in 2005 to $44.8Bn in 2014
3. Now PM Modi is cleaning your mess. https://t.co/lkFwna78Xm— BJP (@BJP4India) November 4, 2019
वहीं एक यूजर ने कहा कि मेक इन इंडिया भारतीय जनता का एक जुमला है.
Make in India is a jumla now from the #BJP Bhartiya Jumla Party
— Babita Dimpy Kashyap (@DimpyBabita_t) November 4, 2019
— Hemendra Malviya..INC (@MalviyaHemendra) November 4, 2019
2014 से हर माल महंगा मिल रहा है़ । बेईमानी से सरकार बना ली। अब तो सरकार को तत्काल हटाना होगा।
— suman singh sikarwar (@sumansikarwar1) November 4, 2019
Last time #RCEP was signed by @INCIndia in 2012 with China, but don’t worry this time in 2019, today itself Modi said NO, to RCEP, BIG Thanks to this government with a Spine, 🤘🏼👍🏼
— Karan Singh (@djkaroxx) November 4, 2019
Make C in India and Buy from China
— Prajjal_Sinha 🤚🏻🤚🏻🤚🏻 (@INCPrajjal) November 4, 2019
We need to stop this move by Government else our economy will go down more.
And then FM Nirmala Tai will curse millennials.— Prajjal_Sinha 🤚🏻🤚🏻🤚🏻 (@INCPrajjal) November 4, 2019