Politalks.News/MP. मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश 28 वचनपत्र जारी कर चुकी है, लेकिन अब लगने लगा है कि कांग्रेस का मिनी वचन पत्र अब पार्टी के ही गले की हड्डी बनने लगा है. वचनपत्र पर राहुल गांधी का फोटो न होने से सियासत गर्मा रही है. बीजेपी ने तो इस मामले पर जमकर विपक्ष पर निशाना साधा ही, कांग्रेस के नेता भी इस बारे में सवाल उठाने लगे हैं. इस मुद्दे पर कांग्रेस ने बैकफुट पर आते हुए कांग्रेस के वचनपत्र को रिलॉन्च करने का फैसला लिया है. इसे शनिवार को फिर से लॉन्च किया जाएगा जिसमें सभी नेताओं की फोटो होंगी. मिनी वचनपत्र में राहुल गांधी की तस्वीर नहीं होने पर भाजपा ने कांग्रेस को निशाने पर ले लिया था.
भाजपा का कहना था कि कमलनाथ राहुल गांधी को अपना नेता नहीं मानते हैं इसीलिए वचनपत्र में उनकी तस्वीर नहीं लगाई थी. इस पर जवाब देते हुए कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को दूसरों की बारात में नाचने का शौक है. यही वजह है कि वे कुछ भी कहने लगते हैं.
दरअसल, उपचुनावों को लेकर कांग्रेस 28 वचनों वाला मिनी वचनपत्र लॉन्च कर चुकी है. इस वचन पत्र में पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के साथ कांग्रेस उम्मीदवारों के फोटो छपे हैं. जबकि राहुल गांधी के फोटो यहां से गायब थे. अब इन वचन पत्रों में राहुल गांधी की तस्वीर न होने की वजह से सियासत गर्मा गई है. बैकफुट पर आते हुए कांग्रेस वचनपत्र को रीलांच कर रही है.
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हालांकि कांग्रेस इसे उपचुनावों के लिए मुख्य वचनपत्र बता रही है. कांग्रेस का कहना है कि पहले जो वचनपत्र जारी किए गए थे, वो विधानसभाओं के लिए थे. उनमें राहुल गांधी की तस्वीर होना जरूरी नहीं था. पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के अध्यक्ष दोनों के फोटो इन वचन पत्र में दिए गए है. मसले पर सफाई देते हुए कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि पहले के वचनपत्र में राहुल गांधी की तस्वीर की जरूरत नहीं थी, इसलिए नहीं लगाई गई थी.
गुप्ता ने ये भी कहा कि वचन पत्र को रि-लांच नहीं कर रहे हैं, बल्कि मुख्य वचनपत्र जारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले जारी किए गए वचन पत्र विधानसभाओं के लिए थे जबकि अब लॉन्च किए गए वचन पत्र ब्लॉक स्तर के हैं. राहुल गांधी की तस्वीर कल जारी होने वाले मुख्य वचनपत्र में रखेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी हमारे नेता हैं. भाजपा की आलोचना पर भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा को दूसरों की बारात में नाचने का शौक है, इसलिए वह कुछ भी कहने लगते हैं.
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी ने जो वचन पत्र जारी किया था, उसमें फ्रंट पेज पर फ्रंट फोटो राहुल गांधी की थी. अब उप चुनाव में कांग्रेस ने जो मिनी वचन पत्र जारी किया है, उसमें इसमें कमलनाथ सरकार की 15 महीने की उपलब्धियों का सारांश जनता के सामने पेश किया गया है. इसमें इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी के साथ सिर्फ पीसीसी चीफ कमलनाथ की फोटो है. ये बात भी ध्यान में रखने योग्य है कि मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों के समय राहुल गांधी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे लेकिन अब वे केवल एक सांसद हैं. हां, पर्दे के पीछे से पार्टी वहीं चला रहे हैं लेकिन अध्यक्ष की कुर्सी पर सोनिया गांधी विराजमान हैं.
मप्र उपचुनाव की 28 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने अलग-अलग वचन पत्र जारी किए हैं. कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में ‘आपके सपने होंगे साकार, फिर बनेगी कमलनाथ सरकार’ स्लोगन दिया है. पिछली सरकार की उपलब्धियों का क्रेडिट भी पूरी तरह से कमलनाथ लेते हुए नजर आ रहे हैं.
इधर, कांग्रेस पर तंज कसते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि भाजपा के दृष्टि पत्र की नकल करने में कांग्रेस ने अपने नेताओं का चित्र न लगाने की भारी गलती कर दी. कांग्रेस के वचनपत्र को जनता ने प्रलोभन और प्रवचन पत्र माना है इसलिए ऐसी रीपैकेजिंग करके अब काम नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा का दृष्टि पत्र ही जनता के लिए कार्यसिद्धि का संकल्प साबित होगा.