Sachin Pilot’s attack on CM Gehlot: देशभर के सियासी पंडितों के मन में सचिन पायलट द्वारा नई पार्टी बनाने का सवाल बीते कुछ दिनों से खटक रहा था. पायलट के नई पार्टी बनाने की बात पर आज पूर्ण रूप से विराम लग गया है. सियासी गलियारों में बीते काफी दिनों से चर्चा थी कि सचिन पायलट 11 जून को अपने स्वर्गीय पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा के भड़ाना से नई पार्टी का ऐलान कर सकते है. सचिन पायलट ने आज इन सब बातों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट किया कि वो उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर पार्टी में रहते हुए ही अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री व टोंक विधायक सचिन पायलट ने आज दौसा में आयोजित पुण्यतिथि कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए बिना नाम लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. इसके साथ ही पायलट ने भ्रस्टाचार व युवाओं के मुद्दे पर कहा कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर उनकी लड़ाई जारी रहेगी वो पीछे हटने वाले नहीं है.
सचिन पायलट ने आज एक बार फिर पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि मैं सबको साथ लेकर चलने की कोशिश करता हूं. मैं पांच साल प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष रहा तो वसुंधरा सरकार के दांत खट्टे कर दिए. मैंने वसुंधरा राजे सरकार का विरोध साल के पूरे 365 दिन किया. मेरे मुंह से कोई गलत बात नहीं निकली, लेकिन यदि उन्होंने खान आवंटित की, मामला उठा तो कैंसिल कर दिया, लेकिन इसकी जांच तो होनी चाहिए.
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सचिन पायलट ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी ने सही कहा है कि हर गलती सजा मांगती है. आपस में कैसे भी संबंध हों, सबसे बड़ा न्याय नीली छतरी वाला देता है. आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा. सचिन पायलट ने आगे कहा कि राजस्थान में गरीब लोगों को सहायता मिलती है तो केंद्र की सरकार बोलती है की देश आर्थिक दिवालिया हो जाएगा और यदि नौजवानों के साथ धोखा हुआ है, उनकी मदद हम करते हैं तो कहते हैं कि मानसिक दिवालिया हो जाएगा. सच्चे मन से गरीब, नौजवानों की मदद करने के लिए बड़ा दिल होना चाहिए.
सचिन पायलट ने अपने पिता स्व. राजेश पायलट को याद करते हुए कहा कि राजेश पायलट ने छोटे किसान के घर में जन्म लेकर ऊंचाई पर पहुंचकर अपना दामन साफ रखा है, यह राजनेता की सबसे बड़ी सफलता है. पायलट साहब की राजनीति अनोखी रही है, कभी-कभार वो भी राजनीति में लटके-झटके कर देते थे, लेकिन उनके जहन में गरीब, वंचित रहते थे. पायलट ने कहा कि परिस्थिति कोई भी हो, आप लोगों के लिए संघर्ष करना, न्याय दिलाने का वादा कल भी था, आज भी है, कल भी रहेगा. राजनीति में अपनी बात रखना जरूरी है.
सचिन पायलट ने कहा कि भगवान की कृपा है कि जो मेरी आत्मा बोलती है, वही जनता भी बोलती है. बेबाकी से बोलना, सच्चाई और इमानदारी के साथ विपरित परिस्थितियों में समझौता न करना मुझे मेरे पिता राजेश पायलट ने सिखाया है. राजस्थान और देश की राजनीति में भ्रष्ट लोगों और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होना चाहिए.
सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार को लेकर कहा कि राजस्थान और देश की राजनीति में भ्रष्ट लोगों और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होना चाहिए. भविष्य में यदि निराशा दिखती है तो मेहनत करने का मन नहीं करता है. मुझे भी राजनीति में 20 साल हो गए, मैंने हमेशा नौजवानों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए काम किया है. मेरी आवाज में बुलंदी दौसा के लोगों के कारण है.
सचिन पायलट ने उनके द्वारा उठाए गई मांगों को लेकर स्पष्ठ किया कि मैंने जो आवाज उठाई है, मैं उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं. हम किसी पद पर हों या न हों, जनता हमेशा तौल कर रखती है कि कहते क्या थे, करते क्या थे? मेरे लिए जनता की विश्वसनीयता सबसे बड़ी पूंजी है. मैंने कभी ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे इस विश्वास में कमी आ सके. मैं आगे भी इस विश्वाश में कमी नहीं आने दूंगा.