INDIA alliance
INDIA alliance

ऐसा लग रहा है पीएम मोदी की सत्ता को पलटने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व में देशभर के स्थानीय पार्टियों को लेकर खड़ा किया ‘इंडिया’ गठबंधन पूरी तरह से खत्म हो चुका है. आम चुनाव से पहले अस्तित्व में आया यह संगठन अब अपनी अंतिम सांसें ले रहा है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है – गठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियों द्वारा कांग्रेस पर उठाए गए सवाल. पहले जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सरकार में सहयोगी कांग्रेस पर तंज कसते हुए ईवीएम पर रोना न रोने की बात कही. अब तृणमूल कांग्रेस में नंबर दो अभिषेक बनर्जी ने भी कांग्रेस को ईवीएम के मुद्दे पर आईना दिखाया है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस पर कहा कि जो लोग EVM पर संदेह करते हैं, उन्हें यह दिखाना चाहिए कि उन्हें कैसे हैक किया जा सकता है. बेतरतीब बयानबाजी से कुछ नहीं किया जा सकता. टीएमसी नेता अभिषेक ने आगे कहा, ‘ईवीएम पर सवाल उठाने वाले लोगों के पास अगर कुछ है, तो उन्हें चुनाव आयोग को डेमो दिखाना चाहिए. अगर EVM रैंडमाइजेशन के समय काम ठीक से किया गया हो और मॉक पोल और काउंटिंग के दौरान बूथ पर लोग ठीक से काम करते हों, तो मुझे नहीं लगता कि इस आरोप में कोई दम है.’

यह भी पढ़ें: महिलाओं पर दांव खेलकर दिल्ली जीत की तैयारी कर रहे हैं केजरीवाल!

इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर सरकार के मुखिया उमर अब्दुल्ला ने भी कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया था. उमर ने कहा, ‘कांग्रेस ईवीएम पर रोना बंद करे. चुनाव में जीतने पर आप जश्न मनाते हैं और हारते हैं तो EVM पर सवाल उठाते हैं. यह ठीक नहीं है. ईवीएम के जरिए 100 से ज्यादा सांसद चुनते हैं, तब कांग्रेस के नेता इसे अपनी पार्टी की जीत बताते हैं. पार्टियों को चुनाव लड़ने से पहले यह तय करना चाहिए कि उन्हें इस पर भरोसा है या नहीं. भरोसा नहीं है, तो चुनाव लड़ना ही नहीं चाहिए.’

उमर ने यह बात उस वक्त पर कही, जब कांग्रेस खुद सरकार में सहभागी है. कांग्रेस की 6 सीटों की बदौलत जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार टिकी हुई है. हालांकि दोनों के बीच खटपट तो सरकार बनने से पहले ही चल रही है. अब भी कांग्रेस ने उमर पर सीएम बनने के बाद बदलने का आरोप लगाया है. दरअसल कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव में करारी हार पर ईवीएम मशीन हैक करने का आरोप लगाया था.

कांग्रेस की बातों के चलते महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन की सदस्य समाजवादी ने भी महाविकास अघाड़ी का हाथ छोड़ने का फैसला लिया था. प्रदेश के चुनावों में प्रतिष्ठा गिरने के बाद उद्धव ठाकरे भी इंडिया गठबंधन का साथ छोड़कर हिन्दुत्व के साथ लौटने का फैसला कर रहे हैं. शरद पवार वाली एनसीपी करीब करीब महाराष्ट्र में समाप्त प्राय: हो चुकी है और हरियाणा में सीट बंटवारे को लेकर हुए टकराव के बाद आम आदमी पार्टी ने भी गठबंधन से नाता तोड़ लिया है. ऐसे में अब कहानी जहां से शुरू हुई थी, वहीं आ गयी है. लग रहा है कि अब कांग्रेस की अगुवाई वाली इंडिया गठबंधन का अंत समय निकट आ गया है.

Leave a Reply