अपनी जान की बाजी लगाने वाले सीएचए को नौकरी से ना निकाले सरकार, नहीं तो होगा उग्र प्रदर्शन- किरोड़ी

12 दिनों से कड़ी धुप में जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन कर रहे कोविड हैल्थ असिस्टेंट की जायज मांगों को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने धरना स्थल पहुंच दिया सांकेतिक धरना, धरना स्थल पर पहुंचे सांसद मीणा ने गहलोत सरकार से की मांग- 'मैं स्वयं पेशे से हूं डॉक्टर, मुझे पता है इन CHA ने अपनी पूरी क्षमता से की है प्रदेश की जनता की सेवा, इनकी मांगे तुरंत माननी चाहिए'

कोविड स्वास्थ्य सहायकों को मिला बाबा का साथ
कोविड स्वास्थ्य सहायकों को मिला बाबा का साथ

Politalks.News/CHAProtest. प्रदेश भर के 25 हजार कोविड स्वास्थ्य सहायकों का धरना बीते कई दिनों से जारी है. 1 अप्रैल से बेरोजगार हुए कार्मिक जयपुर के शहीद स्मारक पर आंदोलनरत हैं. CHA के इस धरने में बेरोजगारों युवाओं की संख्या में दिन ब दिन लगातार वृद्धि हो रही है. रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे इन कोविड स्वास्थ्य सहायकों को आज बीजेपी के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का साथ मिला. सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आज शहीद स्मारक पहुंच सांकेतिक धरना दिया. साथ ही बाबा ने आगे भी कोविड स्वास्थ्य सहायकों के धरने में शामिल होने की बात कही. इस दौरान सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, ‘कोरोना जैसी महामारी में अपनी जान की बाजी लगाने वाले कोविड हैल्थ असिस्टेंट (CHA) को सरकार नौकरी से ना निकाले.’

1 अप्रैल से शुरू हुए कोविड स्वास्थ्य सहायकों का आंदोलन आज 12वे दिन भी जारी है. डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को शहीद स्मारक पर कोविड हैल्थ असिस्टेंट (CHA) की जायज़ माँगो के समर्थन में धरना स्थल पहुँचे. जहां ये हेल्थ वर्कर पिछले 12 दिन से कड़ी धूप में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या में महिला वर्कर भी शामिल है जो अपने बच्चों के साथ सरकारी फैसले का विरोध कर रही हैं. इस दौरान सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि, ‘कोरोना जैसी महामारी में अपनी जान की बाजी लगाने वाले कोविड हैल्थ असिस्टेंट (CHA) को सरकार नौकरी से ना निकाले. ये वे हेल्थ वर्कर है जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में सरकार का साथ दिया है.

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किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, ‘राज्य सरकार को इनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार कर मांगें तुरंत माननी चाहिए. इन्हें सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान संविदा के रूप में रखा. इन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल कर प्रदेश की जनता की सेवा की. सांसद मीणा ने कहा कि, ‘वे स्वयं पेशे से डॉक्टर है. मुझे पता है इन CHA ने अपनी पूरी क्षमता से प्रदेश की जनता की सेवा की है. इस महामारी से बचाने में इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. CHA ने कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में कार्य किया.’

धरने में पहुंचे बाबा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि, ‘CHA को संविदाकर्मी कर्मचारी के रूप में रोजगार उपलब्ध कराएं. NHM स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कार्य कर रहा है क्यों ना CHA को इनमें शामिल किया जाए या इन्हें तुरंत संविदा कैडर -2022 में शामिल किया जाए.  यदि सरकार इस मामले में सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो वे इन बेरोजगारों के साथ उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे.’ इसके साथ ही आंदोलनरत बेरोजगारों को सांसद किरोड़ी लला मीणा ने बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर पैदल मार्च निकालने की बात कही.

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