राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमों व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की अगुवाई में SI भर्ती रद्द करने और RPSC के पुनर्गठन की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर सैंकड़ों युवाओं का धरना अब सरकार से आरपार के संघर्ष में बदल चुका है. धरने को 64 दिन हो चुके हैं लेकिन युवा पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और सरकार सुन नहीं रही. इस बीच सांसद हनुमान बेनीवाल ने युवाओं की आवाज बनते हुए राज्य सरकार को दिल्ली कूच की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि एक तारीख से पहले सरकार खुद भर्ती को रद्द कर दे, नहीं तो हम दिल्ली की तरफ कूच करेंगे जिसमें अन्य युवाओं के हितों से संबंधित मुद्दे जैसे अग्निपथ योजना भी शामिल होगी. उन्होंने ये भी कहा कि अगर दिल्ली कूच होगा तो भजनलाल सरकार के अडियल रवैये का खामियाजा केंद्र सरकार को भी भुगतना पड़ेगा.
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भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार संवेदनहीन
मीडिया से वार्ता करते हुए आरएलपी प्रमुख ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार संवेदनहीन भी है और अड़ियल रवैया अपना रही है. उन्होंने राज्य सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे क्योंकि एसआई भर्ती को रद्द करने व राजस्थान लोक सेवा आयोग के पुनर्गठन की हमारी जायज मांग पर प्रदेश का युवा साथ है.
न्याय के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मैने जब भी न्याय के लिए लड़ाई लड़ी, मुझे हमेशा लंबा संघर्ष करना पड़ा, मगर निश्चित रूप से जीत को लेकर ही उठा हूं. उन्होंने आगे कहा कि शहीद स्मारक पर इससे पहले धरने होते थे, वो दो या चार दिन में समाप्त हो जाते थे. हम 64 दिनों से यहीं पर हैं और युवाओं के साथ हैं. निश्चित रूप से SI भर्ती घोटाले में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करवा के मानेंगे. अब देखना ये होगा कि बेनीवाल के नेतृत्व में युवाओं की आवाज कब सरकार के कानों तक पहुंचती है.