पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर भाजपा द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है. इस कड़ी में मोदी सरकार के एक वर्ष की उपलब्धियों को बताने के लिए रविवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राजस्थान में पहली वर्चुअल रैली को संबोधित किया. भाजपा की इस रैली पर पलटवार करते हुए राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा की केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल की दरें आज तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा कर बेशर्मी, जुल्म, तानाशाही, मनमानी की सभी हदें पार कर दी हैं. आज तक के इतिहास में ऐसी तानाशाही सरकार नहीं देखी जिस सरकार का नुमाइंदा सिर्फ झूठ, फरेब और धोखे की राजनीति करता है.
मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के किसी भी नेता को देश की जनता के कोरोना संकट के समय में दुख-दर्द और परेशानी से कोई सरोकार नहीं है. यही कारण है कि केंद्र सरकार पिछले 8 दिन से लगातार पेट्रोल-डीजल की दरें बढ़ा रही हैं. पेट्रोल-डीजल की दरें तब बढ़ाई जा रही है जब पूरी दुनिया में क्रूड ऑयल सबसे निम्न स्तर 20 डॉलर प्रति बैरल रह गया है. ऐसे में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर केंद्र की भाजपा सरकार ने तीन लाख करोड़ रुपए इकट्ठे कर लिए और जनता को आजादी के बाद का सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल खरीदने पर मजबूर कर दिया.
प्रताप सिंह ने आगे कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से प्रत्येक वस्तु महंगी हो गई है. कच्चे एवं फिनिश गुड्स पर माल भाड़ा बढ़ने से महंगाई लगातार बढ़ रही है लेकिन बेशर्म भाजपा के नेता जनता के दुखों को ताक पर रखकर विजय माल्या, नीरव मोदी एवं मेहुल चौकसी जैसे लोगों के 68 हजार करोड रुपए माफ कर देते है. लेकिन जनता के दिन प्रतिदिन काम में आने वाला पेट्रोल-डीजल प्रतिदिन बढ़ाकर उन पर आर्थिक भार बढ़ा रहे हैं.
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परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आगे कहा कि केंद्र के भाजपा नेता सिर्फ जनता की चुनी हुई सरकारों को गिराने का षडयंत्र कर रहे हैं. देश का मजदूर पैदल भूख और परेशानी से दम तोड़ रहा है लेकिन केंद्र सरकार का एक भी मंत्री इस पर ना ही बयान देता है और ना ही दुख प्रकट करता है. यूपीए की सरकार के समय 130 डॉलर प्रति बैरल क्रूड ऑयल होने के बावजूद पेट्रोल 60 रुपए प्रति लीटर से ऊपर नहीं हुआ था, जबकि अब मात्र 20 डॉलर प्रति बैरल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में होने के बावजूद पेट्रोल 83 रुपए प्रति लीटर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा कर दिया गया है जो कि जनता के साथ घोर अन्याय है. पेट्रोल-डीजल की वृद्धि करके केंद्र की भाजपा सरकार लगातार जनता पर जुल्म कर रही है.