पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कांग्रेस नेता स्व. संजय गांधी की पुण्यतिथि पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए पीसीसी चीफ व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पत्रकारों द्वारा पीसीसी चीफ बदले जाने के सवाल पर कहा कि राजनीति में कब क्या होगा, यह किसी को मालूम नहीं है. किसको कहां पर क्या काम देना है, यह कांग्रेस का नेतृत्व अच्छी तरह जानता है. कब अध्यक्ष बदलेगा, कब कौन कहां क्या काम करेगा, कोई भी व्यक्ति सरकार या संगठन में हो उसका निर्णय एआईसीसी लेती आई है और लेती रहेगी. मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है उसको पूरी निष्ठा से मैं निभा रहा हूं.
कार्यकर्ताओं के खून पसीने की बदौलत आज प्रदेश में है सरकार
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि मैं धन्यवाद देना चाहता हूं हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टीम को जिन्होंने इस 6 साल के कार्यकाल में कांग्रेस को अनेकों उपलब्धियां दिलाई. जहां मात्र हमारे 21 विधायक रह गए थे वहीं आज हम लोग सत्ता में बैठे हैं. इसका पूरा श्रेय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को देना चाहता हूं जिन्होंने सभी चुनावों में कोई कसर नहीं छोड़ी. कार्यकर्ताओं के खून पसीने की बदौलत आज हम यहां जनता की सेवा करने के लायक बने हैं. इस बात का स्मरण हमें 24 घंटे रहना चाहिए. प्रदेश की 7 करोड़ जनता चाहती है कि जिन उम्मीदों के साथ उन्होंने हमें सत्ता की चाबी दी थी उसका हम निर्वहन करें और लोगों को वह शासन दें जिसकी उम्मीद जनता हमसे करती है.
पूनियां के आरोप निराधार, राज्यसभा में हमारी 2 सीट सुनिश्चित थी, इस दौरान जिसने भी जो भी कहा या करवाया उसका नहीं था कोई औचित्य
कांग्रेस पर बाड़ाबंदी के दौरान 23 विधायकों से बड़ी डील करने के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि राज्यसभा चुनाव समाप्त हो गए हैं. अपनी ही पार्टी के विधायकों को प्रलोभन देने की क्या जरूरत है. कांग्रेस और कांग्रेस के सभी सहयोगी विधायकों का पूर्वानुमान था और जो संख्या बल था उसके अनुसार एक-एक वोट हमारे दोनों प्रत्याशियों को मिला है. मैंने चुनाव से पहले दावा किया था वह सही निकला. इसका मतलब यह है कि जितनी बातें कही गई वह निराधार थी, चाहे किसी ने भी कहीं से भी बोली हो, संख्या बल के अनुसार वोट डाले गए. इस दौरान जो भी कहा गया, करवाया गया उसका कोई औचित्य नहीं था. पूनियां के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है, कहीं ना कहीं बचाव की मुद्रा में वह आए हैं.
केन्द्र सरकार दे स्पष्टीकरण
चीन मुद्दे को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि मौजूदा समय में देश के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं यह साल कोई बड़ा अद्भुत साल है. चीन ने जो अभी तनाव पैदा किया हुआ है उसको लेकर मनमोहन सिंह जी और कांग्रेस पार्टी बार-बार कह रही है कि हम हमारे वीर सैनिकों की शहादत पर नमन करते हैं. लेकिन भारत चीन सीमा पर हुए विवाद का केंद्र सरकार की ओर से स्पष्टीकरण आना चाहिए. केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि हमारी सीमा में कोई छेड़छाड़ हुई है या नहीं.
पूर्व पीएम मनमोहन सिहं की बात का पायलट ने किया समर्थन
पायलट ने आगे कहा कि जैसा मनमोहन सिंह जी ने कहा शब्दों का खेल करके हम वास्तविकता को परिवर्तित नहीं कर सकते. भारत की सीमाओं पर किसी भी तरह का कंप्रोमाइज नहीं किया जा सकता है. कोई भी दल राजनीति करके हमारे देश की अखंडता को आंतरिक सुरक्षा को चैलेंज करेगा तो पूरा देश मिलकर ईंट का जवाब पत्थर से देने की ताकत रखता है. लेकिन हमारे सैनिकों के साथ जो हुआ उस पर क्या कार्रवाई सरकार कर रही है उसका खुलासा करना चाहिए. आज असमंजस पैदा हुआ है एलएसी पर यथा स्थिति को लेकर केंद्र सरकार को पारदर्शिता के साथ स्पष्टता से अपना बयान देना चाहिए.
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बहुत जल्द होगीं प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां
प्रदेश में काफी समय से लंबित राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर पायलट ने कहा कि बहुत जल्द सभी नियुक्तियां होंगी. सोनिया गांधी जी ने इन नियुक्तियों को लेकर एक कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई है उस कमेटी के माध्यम से सभी नियुक्तियां भी होंगी. प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों को सरकार और संगठन मिलकर आगे गति देगी इसी का संचालन करने के लिए कमेटी बनाई गई है. बहुत जल्द कोऑर्डिनेशन कमेटी राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर अगला कदम उठाएगी.
राजस्थान में नहीं है विपक्ष नाम की कोई चीज
पायलट की दिल्ली यात्रा को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले सवालों के जवाब में पायलट ने कहा कि डेढ़ साल पहले हमारी सरकार बनी है और पूरी शिद्दत से हम जनता की सेवा करने में लगे हुए हैं. जिस महकमे की जिम्मेदारी मुझे दी गई है उसमें कोई कमी नहीं है. आज राजस्थान में 50 लाख लोग मनरेगा के माध्यम से रोजगार पा रहे हैं. यह कोई छोटी बात नहीं है. मनरेगा में 10 लाख प्रवासी जो राजस्थान में वापस आए हैं उन लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. पूरे देश में मनरेगा में आज राजस्थान सबसे अव्वल है. पूरी निष्ठा से हम हमारी जिम्मेदारी को निभा रहे हैं. जहां तक विपक्ष की बात है डेढ़ साल में विपक्ष ने कोई ऐसा काम करके नहीं दिखाया है कि जनता को लगे कि राजस्थान में विपक्ष नाम की कोई चीज है. हम लोगों पर कोई आरोप लगाते हैं तो मैं समझता हूं कि उनकी बातों का जवाब देना जरूरी नहीं है.
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पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाकर केंद्र सरकार क्या साबित करना चाहती है?
देश में बढ़ रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दामों पर पायलट ने कहा कि एक तरफ जहां आर्थिक मंदी है, बेरोजगारी है उस समय केंद्र सरकार लोगों की जेब पर चाकू चला रही है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाकर केंद्र सरकार क्या साबित करना चाहती है? आज समय है राहत देने का जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम गिर गए हैं तो उसकी राहत जनता तक पहुंचनी चाहिए, उसके बिल्कुल उल्टा किया जा रहा है. तेल की कीमत बढ़ते ही महंगाई बढ़ती है. आज महंगाई के बादल मंडरा रहे हैं, लोग महंगाई के शिकंजे में फंस सकते हैं उससे बचने के लिए उनके खातों में पैसा ट्रांसफर हो, फ्री अनाज मिले, मनरेगा में कार्यदिवस 200 कर दिए जाएं, शहरों में भी नरेगा के पैटर्न पर कोई योजना हमें चलानी चाहिए. ये सभी काम केंद्र सरकार को तुरंत प्रभाव से करने चाहिए.